राजनगर चलियामा में पहाड़ी लीज पर देने का विरोध: ग्रामीणों का जोरदार प्रदर्शन
राजनगर चलियामा गांव में फर्जी ग्राम सभा के जरिए 6.68 एकड़ पहाड़ी जमीन लीज पर दिए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस फर्जीवाड़े को रद्द करने और लीज को निरस्त करने की मांग की।
राजनगर थाना क्षेत्र के चलियामा गांव में एक फर्जी ग्राम सभा के द्वारा 6.68 एकड़ पहाड़ी जमीन को लीज पर देने का मामला सामने आया है, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का आरोप है कि फर्जी ग्राम सभा कर बच्चों के साइन लेकर इसे वैध दिखाने की कोशिश की गई है। वे इस ग्राम सभा को रद्द करने और पहाड़ी का लीज निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीणों का प्रदर्शन
ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया, जिसमें सैकड़ों महिलाओं और पुरुषों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन का नेतृत्व जेबीकेएसएस के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रेम मारडी, पंचायत की मुखिया सुनीति मुर्मू और स्थानीय नेता सुकाय प्रमाणिक ने किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया फर्जी है और इसे तुरंत निरस्त किया जाना चाहिए।
घटना का विवरण
स्थानीय लोगों के अनुसार, ग्राम सभा के नाम पर बच्चों के साइन लेकर एक फर्जी दस्तावेज तैयार किया गया है। इस फर्जी ग्राम सभा को आधार बनाकर पहाड़ी की जमीन को लीज पर देने की कोशिश की जा रही है, जो कि बिल्कुल अस्वीकार्य है। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि वे अपनी जमीन और पहाड़ियों को इस तरह के फर्जीवाड़े का शिकार नहीं बनने देंगे।
प्रशासन से मांग
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस फर्जी ग्राम सभा को रद्द कर पहाड़ी के लीज को निरस्त किया जाए। इसके साथ ही, जो लोग इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
विभिन्न सामाजिक संगठनों और विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं ग्रामीणों के अधिकारों का हनन करती हैं। फर्जी ग्राम सभा और दस्तावेजों के आधार पर जमीन का लीज देना कानूनी और नैतिक दोनों ही दृष्टिकोण से गलत है। प्रशासन को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
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