Kapali Shock: सड़क पर टूटकर गिरा जर्जर बिजली का तार! करंट की चपेट में आने से गायों की मौत, बाल-बाल बचे लोग, बिजली विभाग की लापरवाही पर फूटा गुस्सा
सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल अनुमंडल के कपाली में मंगलवार दोपहर जर्जर बिजली का तार सड़क पर गिर गया, जिसकी चपेट में आने से एक गाय की मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पहले भी शिकायत की गई थी। गुस्साए लोगों ने पुराने तारों को बदलने और मृत गाय के मालिक को मुआवजा देने की मांग की है।
सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल अनुमंडल अंतर्गत कपाली नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 21 में मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने बिजली विभाग की घोर लापरवाही को सड़क पर ला दिया। डब्लू शैलून के आगे से गुजर रहा एक चालू बिजली का तार अचानक टूटकर सड़क पर गिर गया, जिसकी करंट की चपेट में आने से एक गाय की मौके पर ही मौत हो गई।
यह हादसा सिर्फ एक निर्दोष जानवर की मौत तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उसी समय सड़क से गुजर रहे कुछ लोग भी हादसे की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए, जिससे कपाली में एक बड़ी अनहोनी टल गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर यह हादसा कुछ देर बाद होता, जब सड़क पर भीड़ रहती है, तो कई लोगों की जान जा सकती थी। इस भयानक दृश्य ने पूरे इलाके में भय और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है।
जर्जर तार और पुरानी शिकायतें
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जो तार टूटा, वह काफी पुराना था और उसमें कई जगह जोड़ लगाए गए थे। यही जर्जर अवस्था दुर्घटना का मुख्य कारण बनी।
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लापरवाही: स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि तार के जर्जर होने की शिकायत पहले भी विभाग को दी गई थी, लेकिन शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह लापरवाही ही आज एक गाय की मौत और कई लोगों के लिए जीवन-मृत्यु का प्रश्न बन गई थी।
हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने तुरंत बिजली विभाग को सूचना दी, जिसके बाद विभागीय कर्मी मौके पर पहुंचे और बिजली की सप्लाई बंद कर मरम्मत कार्य शुरू किया। यह दोषपूर्ण प्रतिक्रिया भी विभाग की सुस्त कार्यशैली को दर्शाती है।
गाय मालिक का दुख और सामूहिक मांग
मृत गाय के मालिक का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि गाय उनके परिवार का हिस्सा थी और उसकी असामयिक मौत से पूरे परिवार को गहरा सदमा लगा है। पूरे इलाके में इस दर्दनाक घटना के कारण शोक का माहौल है।
स्थानीय निवासियों ने इस गंभीर खतरे को देखते हुए एकजुट होकर बिजली विभाग के सामने दो प्रमुख मांगें रखी हैं:
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तारों का प्रतिस्थापन: कपाली क्षेत्र के सभी पुराने और जर्जर तारों की युद्धस्तर पर जांच कर उन्हें जल्द से जल्द बदला जाए, ताकि भविष्य में ऐसी जानलेवा दुर्घटनाएं न हों।
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मुआवजे की मांग: मृत गाय के मालिक को तत्काल उचित मुआवजा दिया जाए, क्योंकि यह पशु उनके परिवार की आजीविका का हिस्सा था।
यह घटना याद दिलाती है कि बुनियादी ढांचों के रखरखाव में छोटी सी चूक भी कितनी बड़ी त्रासदी ला सकती है। अब यह बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे सिर्फ मरम्मत न करें, बल्कि लापरवाही के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर भविष्य के खतरों को हमेशा के लिए टाल दें।
आपकी राय में, जर्जर तारों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बिजली विभाग को शिकायत मिलने के बाद कितने समय के भीतर तारों को बदलना अनिवार्य कर देना चाहिए?
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