Hazaribagh Hit: उत्तम यादव गिरोह का कुख्यात आतंकी दानिश इकबाल गिरफ्तार! फर्जी दस्तावेजों के दम पर छिपा 'हवाई अड्डा' के पास, भारतमाला प्रोजेक्ट पर बमबारी का सनसनीखेज खुलासा

हजारीबाग की लोहसिंघना थाना पुलिस ने उत्तम यादव गिरोह के कुख्यात अपराधी दानिश इकबाल (बिहार निवासी) को गिरफ्तार किया है। वह हत्या, रंगदारी और भारतमाला प्रोजेक्ट पर बमबारी जैसी देश विरोधी घटनाओं में वांछित था। पुलिस ने उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, 3 ड्राइविंग लाइसेंस समेत कई दस्तावेज जब्त किए हैं।

Oct 6, 2025 - 21:00
 0
Hazaribagh Hit: उत्तम यादव गिरोह का कुख्यात आतंकी दानिश इकबाल गिरफ्तार! फर्जी दस्तावेजों के दम पर छिपा 'हवाई अड्डा' के पास, भारतमाला प्रोजेक्ट पर बमबारी का सनसनीखेज खुलासा
Hazaribagh Hit: उत्तम यादव गिरोह का कुख्यात आतंकी दानिश इकबाल गिरफ्तार! फर्जी दस्तावेजों के दम पर छिपा 'हवाई अड्डा' के पास, भारतमाला प्रोजेक्ट पर बमबारी का सनसनीखेज खुलासा

झारखंड और बिहार के ठेकेदारों और कारोबारियों में दहशत फैलाने वाले उत्तम यादव गिरोह को आज हजारीबाग पुलिस ने सबसे बड़ा झटका दिया है! लोहसिंघना थाना पुलिस ने सोमवार तड़के एक कुख्यात और वांछित अपराधी दानिश इकबाल को हवाई अड्डा के पास उसके गुप्त ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया है। हत्या, लूट, रंगदारी और विस्फोटक अधिनियम जैसे गंभीर आरोपों में वांछित इस अपराधी की गिरफ्तारी को पुलिस अधीक्षक ने उत्तम यादव गिरोह की कमर तोड़ने वाली सफलता बताया है।

यह गिरफ्तारी सिर्फ एक अपराधी की नहीं, बल्कि झारखंड के विकास के लिए चलाए जा रहे परियोजनाओं पर आतंकी हमला करने वाले एक खतरनाक नेटवर्क पर कड़ा प्रहार है। जिस तरह से दानिश इकबाल फर्जी दस्तावेजों का जाल बिछाकर पुलिस को चकमा दे रहा था, वह संगठित अपराध के गहरे जड़ों को दर्शाता है।

फर्जी पहचान का जाल: तीन ड्राइविंग लाइसेंस बरामद

लोहसिंघना थाना पुलिस को 5 अक्टूबर 2025 की देर रात गुप्त सूचना मिली थी कि हजारीबाग, चतरा और औरंगाबाद में सक्रिय यह कुख्यात अपराधी लोहसिंघना क्षेत्र में हवाई अड्डा के पास छिपा है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी ने फौरन कार्रवाई करते हुए सशस्त्र बल के साथ घेराबंदी की और रात करीब 2 बजे उसे दबोच लिया।

  • बरामदगी: गिरफ्तारी के वक्त पुलिस ने दानिश इकबाल के पास से फर्जी पहचान पत्रों का बड़ा जखीरा बरामद किया: फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, तीन अलग-अलग ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, पांच सिम कार्ड और मोबाइल फोन

  • बचने का तरीका: पुलिस सूत्रों के अनुसार, बिहार के गया जिले का निवासी यह अपराधी इन्हीं फर्जी दस्तावेजों और बदली हुई पहचान की सहायता से लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बचता रहा था।

सनसनीखेज खुलासे: भारतमाला प्रोजेक्ट पर बमबारी

पूछताछ में दानिश इकबाल ने जो खुलासे किए हैं, वे झारखंड में अपराध की गंभीरता को कई गुना बढ़ा देते हैं। उसने हिम्मत के साथ कई संगीन वारदातों में अपनी संलिप्तता कुबूल की है:

  • प्रमुख हत्याएं: उदय साव हत्याकांड और अनवर अली मर्डर केस जैसी हाई-प्रोफाइल हत्याओं में उसकी सीधी भूमिका सामने आई है।

  • विकास पर हमला: सबसे खतरनाक खुलासा यह है कि वह भारतमाला प्रोजेक्ट कैंप पर बमबारी जैसी देश की आधारभूत संरचना को निशाना बनाने वाली घटनाओं में शामिल था।

  • रंगदारी का साम्राज्य: उसका गिरोह झारखंड और बिहार में ठेकेदारों और कारोबारियों से रंगदारी वसूलकर वित्तीय आतंक चला रहा था।

दानिश इकबाल के खिलाफ बिहार और झारखंड में हत्या, विस्फोटक अधिनियम और आर्म्स एक्ट जैसे आठ से अधिक आपराधिक केस दर्ज हैं। पुलिस अब उत्तम यादव गिरोह के अन्य सदस्यों और इस फर्जी दस्तावेज नेटवर्क के मुख्य सरगना की तलाश में तेज छापेमारी कर रही है। एसपी ने इस सफलता के लिए लोहसिंघना थाना प्रभारी और उनकी टीम की सराहना की है।

आपकी राय में, हत्या, रंगदारी और विस्फोटक जैसे गंभीर आरोपों वाले गिरोहों के खिलाफ झारखंड पुलिस को स्थायी कार्रवाई के लिए किस केंद्रीय खुफिया/वित्तीय एजेंसी की मदद लेनी चाहिए?

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।