यूपी सरकार का बड़ा ऐलान: गरीबों के इलाज का खर्च उठाएगी राज्य सरकार, आयुष्मान कार्ड न होने पर भी मिलेगी मदद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीबों को इलाज की राहत देते हुए ऐलान किया है कि राज्य सरकार ऐसे लोगों का इलाज कराएगी जिनके पास इलाज का खर्च नहीं है। जानें कैसे मिलेगा फायदा।
गोरखपुर, 11 नवंबर। उत्तर प्रदेश सरकार ने गरीबों के इलाज के लिए एक बड़ी पहल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि ऐसे लोग जिनके पास इलाज का खर्च उठाने की क्षमता नहीं है, उनकी मदद सरकार करेगी। इसके लिए राज्य सरकार सभी जरूरी कदम उठाएगी ताकि किसी भी व्यक्ति को पैसे की कमी के कारण इलाज से वंचित न रहना पड़े। सीएम योगी ने यह घोषणा गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में की।
गंभीर बीमारियों के इलाज में सहायता का ऐलान
आयुष्मान भारत योजना के तहत वैसे तो गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है, लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जिनका आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाता है। ऐसे लोग अक्सर महंगे इलाज का खर्च नहीं उठा पाते और उन्हें अस्पताल के बिल चुकाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या का समाधान करते हुए सीएम योगी ने ऐलान किया कि जिन लोगों के पास इलाज का खर्च उठाने के पैसे नहीं हैं, उनका सारा खर्च सरकार वहन करेगी।
सीएम योगी ने अफसरों को निर्देश दिया है कि ऐसे सभी लोगों के लिए जल्द से जल्द इस्टीमेट प्रक्रिया पूरी की जाए और इसे सरकार के पास भेजा जाए।
जनता दर्शन में समस्याओं का समाधान
रविवार, 10 नवंबर की शाम विधानसभा उपचुनाव प्रचार के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंचे। यहां गोरखनाथ मंदिर परिसर में जनता दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने लगभग 150 लोगों से मुलाकात की। कार्यक्रम में आए लोगों ने अपनी समस्याएं रखीं, जिनमें कई लोग आर्थिक सहायता की मांग कर रहे थे। सीएम योगी ने सभी लोगों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ लोगों की समस्याओं का समाधान करें। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आयुष्मान कार्ड बनवाने पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष्मान भारत योजना के तहत लोगों का आयुष्मान कार्ड बनवाने पर भी जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि हर पात्र व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनना चाहिए ताकि उसे इलाज में आर्थिक सहायता मिल सके।
इस दौरान एक महिला ने मुख्यमंत्री से बताया कि उनके परिजन का इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा है और आर्थिक तंगी के कारण उन्हें इलाज कराने में परेशानी हो रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि उसे बिलकुल परेशान होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने निर्देश दिया कि अस्पताल में भर्ती कर इलाज की प्रक्रिया शुरू कराई जाए और डॉक्टर से इलाज का अनुमानित खर्चा लिया जाए।
मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सहायता
मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरतमंदों की मदद के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कोष गरीबों की मदद के लिए ही है और इसके तहत हर जरूरतमंद को पर्याप्त सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में कोई भी व्यक्ति पैसे की कमी के कारण इलाज से वंचित नहीं रहेगा। उन्होंने लोगों से कहा कि वे बिना किसी चिंता के अच्छे से अच्छे अस्पताल में अपना इलाज कराएं। सरकार उनकी हर तरह से मदद करेगी।
सरकार की प्राथमिकता: गरीबों का बेहतर इलाज
उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम गरीब और जरूरतमंद लोगों के इलाज में बड़ी राहत देगा। मुख्यमंत्री का यह फैसला दर्शाता है कि सरकार गरीबों की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का यह प्रयास गरीबों के लिए आर्थिक सहायता का एक बड़ा स्रोत बनेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार की इस नई योजना से गरीब और जरूरतमंद लोगों को आर्थिक सहारा मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम गरीबों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने का एक अहम प्रयास है, जिससे उनकी जीवनशैली में सुधार आएगा।
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