Gurugram Murder: शादी का दबाव बना जानलेवा, प्रेमी ने दो बच्चों की मां को ऐसे मार डाला
गुरुग्राम में शादी का दबाव बना एक महिला की मौत की वजह। दो बच्चों की मां की पत्थर से कुचलकर हत्या, प्रेमी गिरफ्तार। जानिए कैसे प्यार बना खौफनाक मर्डर।

दिल्ली से सटे हाईटेक शहर गुरुग्राम से एक बार फिर रिश्तों को शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक युवक ने उस महिला की बेरहमी से हत्या कर दी जिससे वह प्रेम करता था — और कारण जानकर आप चौंक जाएंगे। महिला शादी का दबाव बना रही थी, और इसी ‘दबाव’ ने उसकी जान ले ली।
खाली प्लॉट में मिला शव, पूरे इलाके में सनसनी
रविवार को गुरुग्राम के सेक्टर 83 के एक सुनसान प्लॉट से एक महिला का खून से लथपथ शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। बाद में पहचान हुई कि मृतका का नाम रूपाली है, जो चक्करपुर गांव में किराए के मकान में अपने दो बच्चों के साथ रहती थी।
रूपाली एक स्थानीय क्लब में काम करती थी और अपने खर्चों के साथ-साथ बच्चों की परवरिश भी अकेले कर रही थी। लेकिन उसकी निजी जिंदगी में एक अंधेरे कोना भी था, जिसे शायद वो खुद भी नहीं समझ पाई थी — उसका प्रेमी।
प्रेम में धोखा या दबाव में मर्डर?
गिरफ्त में आया आरोपी अभिषेक मिश्रा, बिहार का मूल निवासी है और दिल्ली के राजोकरी इलाके में रहता था। पुलिस की मानें तो वह लंबे समय से रूपाली के साथ रिलेशनशिप में था।
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता के अनुसार, "पूछताछ में आरोपी ने बताया कि रूपाली लगातार शादी के लिए दबाव बना रही थी। वह बार-बार इस बारे में तकरार करती थी। तंग आकर उसने उसे सुनसान जगह पर बुलाया और पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी। फिर शव को खाली प्लॉट में फेंक कर फरार हो गया।"
'शादी के लिए टोकती थी' — कातिल का तर्क
एक 25 वर्षीय युवक के लिए प्रेम में पड़ा होना नया नहीं है, लेकिन जब वह रिश्ते की जिम्मेदारी से डर जाए तो वह प्यार एक खौफनाक अंजाम में बदल सकता है। अभिषेक का कहना है कि वह अभी शादी के लिए तैयार नहीं था, लेकिन रूपाली लगातार इस मुद्दे को उठाती रहती थी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी को सिही गांव से मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसकी स्वीकारोक्ति ने केस को स्पष्ट कर दिया।
एक मां की मौत और दो बच्चों की अनकही कहानी
सबसे दुखद पहलू यह है कि इस घटना में सिर्फ एक महिला की जान नहीं गई, बल्कि दो मासूम बच्चों का भविष्य भी अंधकारमय हो गया। मां के साये से वंचित हुए इन बच्चों के लिए अब जिंदगी पहले जैसी नहीं होगी।
रूपाली अकेले ही बच्चों को पाल रही थी। उसके जीवन में प्यार की तलाश ने उसे मौत के मुंह में पहुंचा दिया। यह एक ऐसी कहानी है, जो आज की शहरी भागदौड़ और रिश्तों की जटिलता को उजागर करती है।
इतिहास गवाह है, जब प्रेम बनता है अपराध
भारत में प्रेम के नाम पर होने वाले अपराधों की संख्या लगातार बढ़ रही है। चाहे वो ऑनर किलिंग हो, एक्स की जलन, या फिर शादी के दबाव में उठाया गया खौफनाक कदम — रिश्तों में अब भरोसे की जगह संदेह, प्यार की जगह स्वार्थ और जिम्मेदारी की जगह पलायन घर कर चुका है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, हर साल भारत में हजारों मामले ऐसे दर्ज होते हैं जिनमें प्रेमी द्वारा प्रेमिका की हत्या या आत्महत्या के लिए उकसाना शामिल होता है।
कानून और समाज की जिम्मेदारी
इस तरह के मामलों में केवल आरोपी को सजा देना ही काफी नहीं, बल्कि समाज को भी यह समझने की ज़रूरत है कि भावनात्मक रिश्तों में जागरूकता और समझदारी जरूरी है। अगर रूपाली को समय रहते सहायता मिलती, या अभिषेक को रिश्ते को सही तरीके से संभालने की समझ होती — तो शायद यह मर्डर कभी नहीं होता।
प्यार में खून क्यों?
गुरुग्राम की यह घटना एक बार फिर से सवाल खड़े करती है — क्या हम रिश्तों को समझने में नाकाम हो गए हैं? क्या प्यार अब सिर्फ जरूरत बनकर रह गया है? और जब वो जरूरत पूरी नहीं होती तो अंजाम बनता है हत्या?
रूपाली की मौत सिर्फ एक पुलिस केस नहीं, बल्कि एक चेतावनी है उन सभी के लिए जो रिश्तों को हल्के में लेते हैं।
इस केस की हर अपडेट हम आप तक पहुंचाते रहेंगे। जुड़े रहिए।
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