Prayagraj Mahakumbh 2025: अदाणी और गीता प्रेस की ऐतिहासिक साझेदारी, श्रद्धालुओं की सेवा में नया अध्याय!

महाकुंभ 2025 में अदाणी समूह और गीता प्रेस का ऐतिहासिक सहयोग, श्रद्धालुओं को मुफ्त में आरती संग्रह वितरण। जानें इस पहल का महत्व और अदाणी समूह की सेवा के बारे में।

Jan 18, 2025 - 20:43
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Prayagraj Mahakumbh 2025:  अदाणी और गीता प्रेस की ऐतिहासिक साझेदारी, श्रद्धालुओं की सेवा में नया अध्याय!
Prayagraj Mahakumbh 2025: अदाणी और गीता प्रेस की ऐतिहासिक साझेदारी, श्रद्धालुओं की सेवा में नया अध्याय!

प्रयागराज, 18 जनवरी: महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की सेवा का एक अनोखा उदाहरण पेश किया जा रहा है। जहां एक तरफ इस धर्मिक महापर्व के दौरान श्रद्धालु नित नए रिकॉर्ड बना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश के अग्रणी उद्योगपति गौतम अदाणी, 101 साल पुराने संगठन गीता प्रेस के साथ मिलकर एक ऐतिहासिक कदम उठा रहे हैं। इस साझेदारी के तहत, श्रद्धालुओं को मुफ्त में आरती संग्रह उपहार स्वरूप दिया जा रहा है, जो महाकुंभ में श्रद्धालुओं के अनुभव को और भी खास बना रहा है।

गीता प्रेस का इतिहास और योगदान
गीता प्रेस, गोरखपुर में 1923 में स्थापित हुआ था, जब 10 रुपये महीने के किराए पर एक छोटे से कमरे से इसके कार्य की शुरुआत हुई थी। इस प्रेस का मुख्य उद्देश्य हिंदू धर्म से संबंधित साहित्य का प्रकाशन और प्रचार-प्रसार था, और इसने दुनिया भर में अपनी एक विशेष पहचान बनाई। 1955 में, भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने गीता प्रेस भवन का उद्घाटन किया था, और 2022 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह की शुरुआत की थी। यह संगठन आज हिंदू धर्म के सबसे बड़े साहित्यिक प्रकाशन केंद्रों में से एक है।

अदाणी समूह का महाकुंभ सेवा में योगदान
अदाणी समूह, जो देश के सबसे बड़े औद्योगिक समूहों में से एक है, इस महाकुंभ में अपनी सेवा भावना का परिचय दे रहा है। गौतम अदाणी के नेतृत्व में, अदाणी समूह और गीता प्रेस ने मिलकर श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष आरती संग्रह तैयार किया है, जिसमें 102 देवी-देवताओं की आरतियां शामिल हैं। यह संग्रह श्रद्धालुओं को मुफ्त में दिया जा रहा है, और महाकुंभ मेले में विभिन्न स्थानों पर वितरित किया जा रहा है। इस आरती संग्रह में वैदिक आरतियां, गणेश, ब्रह्मा, विष्णु, महेश, लक्ष्मी-नारायण, दशावतार, श्रीराम, कृष्ण, दुर्गा जैसी महत्वपूर्ण आरतियां शामिल हैं।

1 करोड़ आरती संग्रह बांटने का लक्ष्य
अदाणी समूह ने इस सांस्कृतिक यात्रा में 1 करोड़ आरती संग्रह बांटने का लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य न केवल भारतीय आध्यात्मिकता के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देगा, बल्कि हर श्रद्धालु के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव का हिस्सा बनेगा। गीता प्रेस और अदाणी समूह का यह सहयोग महाकुंभ के दौरान एक नई ऊर्जा का संचार करेगा और श्रद्धालुओं के बीच एक गहरा आध्यात्मिक संबंध स्थापित करेगा।

महाकुंभ में अदाणी समूह की सेवा कार्य
अदाणी समूह के योगदान को सिर्फ आरती संग्रह तक ही सीमित नहीं रखा गया है। महाकुंभ के सेक्टर-19 में, अदाणी समूह ने इस्कॉन के साथ मिलकर 40 स्थानों पर महाप्रसाद वितरण की व्यवस्था की है। यहां हर दिन करीब 1 लाख श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। इसके अलावा, असहाय, दिव्यांग, बुजुर्ग और बच्चों वाली माताओं के लिए मुफ्त गोल्फ कार्ट सेवा भी उपलब्ध कराई गई है, जिससे वे त्रिवेणी स्नान और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल होने में सहूलियत महसूस कर रहे हैं।

अदाणी और गीता प्रेस का साथ
गीता प्रेस और अदाणी समूह का यह कदम न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाजसेवा के लिए भी एक प्रेरणा है। अदाणी समूह का यह प्रयास साबित करता है कि आज के उद्योगपति सिर्फ व्यापार तक ही सीमित नहीं रहते, बल्कि वे समाज की सेवा और धार्मिक मूल्यों के प्रचार-प्रसार में भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं।

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