Kolabira Star: जेईई में छाया आदर्श चौधरी, 98.18% अंक के पीछे की कहानी कर देगी हैरान

कोलाबिरा के आदर्श चौधरी ने जेईई मेन परीक्षा में 98.18 प्रतिशत अंक लाकर पूरे जिले का नाम रोशन किया। जानिए कैसे अनुशासन, मेहनत और परिवार के समर्थन ने रचा ये शानदार कीर्तिमान।

Apr 23, 2025 - 19:48
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Kolabira Star: जेईई में छाया आदर्श चौधरी, 98.18% अंक के पीछे की कहानी कर देगी हैरान
Kolabira Star: जेईई में छाया आदर्श चौधरी, 98.18% अंक के पीछे की कहानी कर देगी हैरान

Kolabira Star के नाम से आज पूरे इलाके में चर्चा हो रही है — और इस नाम को पहचान दिलाने वाले हैं आदर्श चौधरी, जिन्होंने जेईई मेन परीक्षा 2025 में 98.18 प्रतिशत अंक प्राप्त कर नया इतिहास रच दिया है।

जहां आज के युवा सोशल मीडिया और मोबाइल गेम्स में व्यस्त रहते हैं, वहीं कोलाबिरा का यह बेटा अपने दृढ़ निश्चय और अनुशासन के साथ देश के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक में झंडा गाड़ चुका है।

आदर्श की सफलता पर पूरे गांव में खुशी की लहर

जैसे ही जेईई मेन का परिणाम घोषित हुआ, आदर्श चौधरी के घर में जश्न का माहौल छा गया। दादा अनिल चौधरी, पिता अमित चौधरी और माता प्रतिभा चौधरी की आंखों में गर्व के आंसू थे। आसपास के लोग मिठाई लेकर घर पहुंचे और इस होनहार छात्र को शुभकामनाएं दीं।

लेकिन ये सफलता यूं ही नहीं आई — इसके पीछे है अनगिनत घंटों की मेहनत, परिवार का अटूट समर्थन और गुरुजनों का मार्गदर्शन।

अनुशासन से लिखी कामयाबी की कहानी

परिवार वालों के अनुसार, आदर्श शुरू से ही पढ़ाई के प्रति गंभीर और अनुशासित था। वह हर दिन एक निश्चित समय पर पढ़ाई करता, मोबाइल और अन्य विचलन से खुद को दूर रखता था।

हर विषय को वह गहराई से समझने का प्रयास करता और जहां अटकता, वहां शिक्षक या ऑनलाइन स्रोतों की मदद लेने से हिचकिचाता नहीं था। उसकी इस एकाग्रता और समर्पण ने ही उसे ये मुकाम दिलाया।

स्कूल के शिक्षकों ने भी जताया गर्व

आदर्श के स्कूल के शिक्षक बताते हैं कि वह एक आदर्श विद्यार्थी था — नाम के ही अनुरूप। हर क्लास में सबसे पहले बैठना, सवाल पूछना, समय पर होमवर्क देना और बाकी छात्रों की मदद करना उसकी पहचान बन गई थी।

शिक्षकों का कहना है, “हमेशा पढ़ाई को लेकर गंभीर रहने वाला आदर्श न सिर्फ खुद आगे बढ़ा बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करता था।”

जेईई की चुनौतियों को किया पार

जेईई मेन परीक्षा की बात करें तो यह भारत की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक मानी जाती है, जिसमें लाखों छात्र हिस्सा लेते हैं। हर वर्ष सिर्फ कुछ ही प्रतिशत छात्र ही इस परीक्षा में 90 प्रतिशताइल से ऊपर अंक प्राप्त कर पाते हैं।

98.18 प्रतिशत अंक हासिल करना सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि अनुशासन, धैर्य और निरंतर मेहनत का प्रमाण है।

अब अगला लक्ष्य: जेईई एडवांस और IIT

अब आदर्श की नजरें जेईई एडवांस पर टिकी हैं, जो कि आईआईटी में प्रवेश के लिए निर्णायक परीक्षा होती है। उनका सपना है कि वह देश के शीर्ष तकनीकी संस्थान में पढ़ाई कर देश के लिए कुछ बड़ा करें।

उनके अनुसार, "सपना बड़ा होना चाहिए, लेकिन उस सपने तक पहुंचने का रास्ता रोज़ की मेहनत से गुजरता है। मैं अब पूरी तरह से जेईई एडवांस की तैयारी में जुट गया हूं।"

इलाके के बच्चों के लिए बना प्रेरणा

आदर्श की सफलता ने कोलाबिरा ही नहीं, पूरे जिले के युवाओं के लिए एक मिसाल कायम की है। वह यह साबित करता है कि छोटे शहर या गांव से आने वाला छात्र भी, यदि संकल्प और मार्गदर्शन सही हो, तो किसी भी बड़ी परीक्षा को फतह कर सकता है।


Kolabira Star आदर्श चौधरी ने साबित कर दिया है कि अगर जुनून हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं। 98.18 प्रतिशत के इस स्कोर के पीछे छिपा संघर्ष, लगन और आत्मविश्वास आज लाखों छात्रों को प्रेरणा दे रहा है।

अब बस इंतज़ार है उस दिन का, जब आदर्श आईआईटी में दाखिला लेकर देश के सबसे होनहार इंजीनियरों की कतार में शामिल हो जाएगा।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।