Chaibasa Safety : बस चालकों की आंखों की जांच, सड़क हादसे रोकने का बड़ा कदम!
चाईबासा बस स्टैंड में सड़क सुरक्षा माह के तहत 60 बस चालकों की आंखों की जांच। जिला परिवहन पदाधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा उपायों पर दिया ज़ोर। जानिए पूरा मामला।
चाईबासा में सड़क सुरक्षा माह-2025 के तहत शनिवार को एक महत्वपूर्ण पहल की गई। बस स्टैंड परिसर में 60 बस चालकों के स्वास्थ्य और नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त के निर्देश पर आयोजित इस शिविर में बस चालकों को सुरक्षा जागरूकता का संदेश दिया गया।
कौन-कौन रहा मौजूद?
इस कार्यक्रम में जिला परिवहन पदाधिकारी राजेश एक्का, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बहामन टुटी, सदर अस्पताल की डॉ. सुशीला सोमेन टोपनो, सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य राजाराम गुप्ता और त्रिशानु राय सहित बस ओनर एसोसिएशन के जितेंद्र जी उपस्थित रहे।
बस चालकों के लिए क्यों जरूरी थी ये जांच?
जिला परिवहन पदाधिकारी राजेश एक्का ने बस चालकों को संबोधित करते हुए कहा:
"बस चालक यात्रियों की सुरक्षा के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार होते हैं। शरीर में अन्य समस्याओं पर ध्यान दिया जाता है, लेकिन आंखों की रोशनी जैसी महत्वपूर्ण चीज़ों को नज़रअंदाज़ किया जाता है।"
उन्होंने बस चालकों को समय-समय पर नेत्र जांच करवाने और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी, ताकि दुर्घटनाओं की संभावना को कम किया जा सके।
बढ़ते सड़क हादसों पर चिंता
सदर एसडीपीओ बहामन टुटी ने जिले में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा:
"वाहन दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा जान का खतरा चालकों को होता है। इसलिए ट्रैफिक नियमों का पालन और नेत्र जांच अत्यंत आवश्यक है।"
इतिहास और सड़क सुरक्षा का महत्व
भारत में सड़क सुरक्षा अभियानों की शुरुआत 1989 में हुई थी, लेकिन पिछले एक दशक में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, हर साल लगभग 1.5 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं।
इस समस्या के समाधान के लिए सड़क सुरक्षा माह जैसे अभियानों का आयोजन किया जाता है, ताकि वाहन चालकों को सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक किया जा सके।
बस चालकों के लिए सुरक्षा टिप्स:
- नेत्र जांच: हर 6 महीने में आंखों की जांच कराएं।
- ट्रैफिक नियमों का पालन: सिग्नल और गति सीमा का पालन अनिवार्य।
- थकान से बचें: लंबी दूरी की यात्रा से पहले पर्याप्त विश्राम करें।
- प्रशिक्षण: समय-समय पर सुरक्षा जागरूकता प्रशिक्षण लें।
सरकारी प्रयास और संदेश:
जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि सड़क सुरक्षा माह के तहत जिले के सभी बस चालकों की नेत्र जांच करवाई जाएगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य दुर्घटनाओं को कम करना और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
चाईबासा में सड़क सुरक्षा अभियान के तहत बस चालकों की आंखों की जांच न केवल एक जागरूकता पहल है, बल्कि सड़क हादसों को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। उम्मीद है कि इस तरह के अभियानों से दुर्घटनाओं में कमी आएगी और यात्री सुरक्षित यात्रा कर पाएंगे।
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