Palamu Farewell: सेवानिवृत्ति पर भावुक हुए आयुक्त बाल किशुन मुंडा, बोले- 'अभाव में भी अवसर ढूंढा'
पलामू के प्रमंडलीय आयुक्त बाल किशुन मुंडा की सेवानिवृत्ति पर भव्य विदाई-सह-सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। उन्होंने अपने सेवाकाल के अनुभव साझा किए और अधिकारियों को निष्पक्ष रहकर कार्य करने की सलाह दी।
पलामू: पलामू प्रमंडल के निवर्तमान आयुक्त बाल किशुन मुंडा की सेवानिवृत्ति पर शनिवार को विदाई-सह-सम्मान समारोह आयोजित किया गया। यह आयोजन जिला प्रशासन की ओर से सर्किट हाउस सभागार में किया गया, जहां जिले के वरीय और कनीय अधिकारियों ने उन्हें गुलदस्ता, पारितोषिक और माला भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर भावुक होते हुए उन्होंने अपने 33 वर्षों के सेवाकाल के अनुभव साझा किए।
सेवा के दौरान मिली चुनौतियां और सफलता की कहानी
बाल किशुन मुंडा ने कहा, "पलामू प्रमंडल में सेवा देने के दौरान पदाधिकारियों और कर्मचारियों का भरपूर सहयोग मिला। जनता का स्नेह भी हमेशा बना रहा, जिससे क्षेत्र के विकास में सफलता मिली।"
उन्होंने अपने कार्यकाल की चुनौतियों को याद करते हुए बताया कि "अभाव में भी अवसर ढूंढते हुए बेहतर से बेहतर परिणाम देने का प्रयास किया गया।"
उन्होंने सभी कनीय अधिकारियों को तटस्थ (Neutral) रहकर कार्य करने और आदर्श रास्ता अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "अगर अधिकारी निष्पक्ष होकर सरकार के SOP के अनुरूप उपायुक्त के मार्गदर्शन में कार्य करें, तो कोई समस्या नहीं होगी।"
उपायुक्त शशि रंजन ने की प्रेरणादायक सेवा की सराहना
पलामू के उपायुक्त शशि रंजन ने कहा, "आयुक्त सर की 33 वर्षों की बेदाग सेवा हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने बिहार और झारखंड में विभिन्न पदों पर कार्य किया और हर जगह अपनी प्रशासनिक कुशलता साबित की।"
उन्होंने यह भी कहा कि "अब आयुक्त सर अपनी नई पारी की शुरुआत करेंगे, जहां वे परिवार, समाज और अपने करीबियों को अधिक समय दे पाएंगे।"
सहकर्मियों ने क्या कहा?
इस समारोह में मौजूद अपर समाहर्ता कुंदन कुमार, डीआरडीए डायरेक्टर रतन कुमार, आपूर्ति पदाधिकारी प्रीति किस्कू और एनडीसी विक्रम आनंद ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि "बाल किशुन मुंडा का आम जनता और अधिकारियों के साथ आत्मीय संबंध था। उनके नेतृत्व की कमी हम सभी को महसूस होगी।"
डीआरडीए डायरेक्टर ने कहा कि "आयुक्त हमेशा प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और संवेदनशीलता बनाए रखते थे, जिससे जनता और अधिकारियों के बीच विश्वास बना रहा।"
इतिहास और प्रशासन में उनकी भूमिका
बाल किशुन मुंडा ने अपने 33 सालों के सेवाकाल में झारखंड और बिहार के विभिन्न प्रशासनिक पदों पर कार्य किया। उन्होंने कई महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में अहम भूमिका निभाई। पलामू प्रमंडल में उनके कार्यकाल के दौरान प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया और विकास कार्यों को गति मिली।
विदाई समारोह में कौन-कौन रहे मौजूद?
इस मौके पर प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे:
- अपर समाहर्ता कुंदन कुमार
- डीआरडीए डायरेक्टर रतन कुमार सिंह
- जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रीति किस्कू
- एनडीसी विक्रम आनंद
- जिला कल्याण पदाधिकारी सेवा राम साहू
- जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान
इसके अलावा, जिले के अन्य प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने निवर्तमान आयुक्त के सम्मान में अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
भविष्य की योजनाएं और प्रशासनिक संदेश
बाल किशुन मुंडा ने अधिकारियों से कहा कि वे सरकारी योजनाओं को निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ लागू करें। उन्होंने कहा, "नई चुनौतियों को अवसर के रूप में देखें और प्रशासनिक कार्यों में हमेशा संवेदनशीलता बनाए रखें।"
पलामू में आयोजित यह विदाई-सह-सम्मान समारोह प्रशासनिक सेवा की गरिमा को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण आयोजन था। बाल किशुन मुंडा की प्रेरणादायक सेवा हमेशा याद रखी जाएगी और उनके अनुभव प्रशासनिक अधिकारियों के लिए मार्गदर्शक साबित होंगे।
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