Jamshedpur Awareness: पुलिस अधिकारियों के लिए LGBTQ+ समुदाय पर जागरूकता कार्यक्रम, उत्थान संस्था की पहल
जमशेदपुर में उत्थान संस्था और हमसफर ट्रस्ट के सहयोग से पुलिस अधिकारियों के लिए LGBTQ+ समुदाय पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य भेदभाव को खत्म करना और समुदाय के प्रति सही जानकारी साझा करना था।
जमशेदपुर: उत्थान संस्था ने शनिवार को हमसफर ट्रस्ट के सहयोग से बिष्टुपुर स्थित होटल सेंटर पॉइंट में पुलिस अधिकारियों के लिए एक दिवसीय सेंसेटाइजेशन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में जमशेदपुर डीएसपी भोला प्रसाद सहित कई पुलिस अधिकारी शामिल हुए।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस पहल का मुख्य उद्देश्य पुलिस अधिकारियों को LGBTQ+ और तृतीय समुदाय (किन्नर समुदाय) के बारे में सही जानकारी देना था ताकि समाज में प्रचलित भेदभाव और भ्रांतियों को दूर किया जा सके। कई बार पुलिस और समुदाय के बीच गलतफहमियां उत्पन्न हो जाती हैं, जिससे दोनों पक्षों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस कार्यक्रम में इन्हीं मुद्दों पर चर्चा की गई और जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए गए।
LGBTQ+ और जेंडर पहचान को लेकर जागरूकता
हमसफर ट्रस्ट की ओर से नीलोफर और आंसू गोयल ने पुलिस अधिकारियों को सेक्स, जेंडर और सेक्शुअलिटी के बीच के अंतर को समझाया। उन्होंने बताया कि समाज में मौजूद विभिन्न लैंगिक पहचान (Gender Identity) और यौन रुझान (Sexual Orientation) को समझने की जरूरत है ताकि समुदाय के साथ संवेदनशीलता से व्यवहार किया जा सके।
पुलिस और LGBTQ+ समुदाय के बीच की दूरी कम करने की पहल
इस कार्यक्रम में चर्चा की गई कि LGBTQ+ और तृतीय समुदाय को कानूनी और सामाजिक सुरक्षा कैसे दी जा सकती है। साथ ही, यह भी बताया गया कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इस समुदाय के प्रति किस प्रकार अधिक संवेदनशील और जागरूक होने की जरूरत है।
इतिहास और LGBTQ+ अधिकारों की लड़ाई
भारत में LGBTQ+ अधिकारों की लंबी लड़ाई रही है। 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला देते हुए धारा 377 को रद्द किया, जिससे समलैंगिकता को कानूनी मान्यता मिली। इसके बाद भी, इस समुदाय को भेदभाव और सामाजिक असमानता का सामना करना पड़ता है। पुलिस अधिकारियों को LGBTQ+ समुदाय के प्रति संवेदनशील बनाने की यह पहल इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उत्थान संस्था और अन्य सहभागियों की भूमिका
इस जागरूकता कार्यक्रम में कई सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। उपस्थित लोगों में शामिल थे:
- उत्थान संस्था की सचिव साध्वी अमरजीत
- किन्नर समुदाय से गुरु शकील नायक
- मानवाधिकार कार्यकर्ता उषा सिंह
- सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत प्रधान
भविष्य की योजनाएं
उत्थान संस्था और हमसफर ट्रस्ट ने बताया कि वे इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों को अन्य जिलों और संस्थानों में भी ले जाने की योजना बना रहे हैं। इससे न केवल पुलिस बल्कि अन्य सरकारी एजेंसियों को भी इस विषय पर शिक्षित किया जाएगा।
जमशेदपुर में आयोजित यह कार्यक्रम LGBTQ+ और तृतीय समुदाय के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे पुलिस और समुदाय के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने में मदद मिलेगी और भेदभाव को कम करने की दिशा में सकारात्मक बदलाव आएंगे।
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