Chaibasa Naxal Attack: सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, सुरक्षाबलों ने IEDs बरामद कर बड़ा हादसा टाला।
चाईबासा के जंगलों में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, सुरक्षाबलों ने IEDs बरामद कर बड़ा हादसा टाला। जानिए कैसे सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खतरनाक प्लान को विफल किया।
चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम), 12 जनवरी 2025: सुरक्षाबलों ने एक बार फिर झारखंड में नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। रविवार को पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के जंगलों में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए पहले से तीर आईईडी (Improvised Explosive Devices) लगाए थे। लेकिन सुरक्षाबलों के सर्च ऑपरेशन ने इस साजिश का पर्दाफाश कर दिया, जिससे एक बड़े हादसे से बचाव हुआ। इस सफलता ने क्षेत्र में सुरक्षा बलों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई की महत्ता को फिर से उजागर किया।
सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता: नक्सलियों की साजिश का पर्दाफाश
सुरक्षाबलों को टोंटो थाना क्षेत्र के तुम्बाहाका और बगान गुलगुलदा के बीच जंगली और पहाड़ी इलाके में नक्सलियों की गतिविधियों के बारे में सूचना मिली थी। इसके बाद जब सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया, तो टीमों ने वहां पहले से लगाए गए छह तीर आईईडी बरामद किए। यदि यह IEDs फट जाते, तो बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी घायल हो सकते थे या उनकी जान जा सकती थी। लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्कता ने इस बड़ी आपदा को टाल दिया। इसके बाद बम निरोधक दस्ते की मदद से इन तीर आईईडी को सुरक्षित तरीके से नष्ट किया गया।
कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय भाकपा माओवादी के प्रमुख नेता
झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के कई शीर्ष नेता सक्रिय हैं, जो विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं। इन नेताओं में मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया और अश्विन प्रमुख हैं। इनकी गतिविधियों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों ने चाईबासा पुलिस और अन्य केंद्रीय बलों की मदद से संयुक्त ऑपरेशन चलाया है।
नक्सल विरोधी अभियान: 2023 से जारी है सुरक्षा बलों का ऑपरेशन
झारखंड में भाकपा माओवादी के खिलाफ सुरक्षा बलों का संयुक्त अभियान अक्टूबर 2023 से चल रहा है। पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोईलकेरा, छोटा कुईड़ा, मारादिरी, मेरालगड़ा, हाथीबुरू, तिलायबेड़ा, बोयपाईससांग, कटम्बा, बायहातु, बोरोय, लेमसाडीह जैसे गांवों और टोंटो थाना क्षेत्र के हुसिपी, राजाबासा, तुम्बाहाका, रेगड़ा, पाटाटोरब, गोबुरू, लुईया गांवों के सीमावर्ती क्षेत्रों में यह ऑपरेशन संचालित हो रहा है। नक्सलियों के खात्मे के लिए यह अभियान लगातार जारी है और 2025 में भी सुरक्षाबल नक्सलियों की गतिविधियों को नष्ट करने में जुटे हैं।
सुरक्षा बलों की मुस्तैदी और क्षेत्रीय प्रभाव
सुरक्षा बलों के द्वारा नक्सलियों के खिलाफ लगातार किए जा रहे ऑपरेशनों ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि सुरक्षा बल क्षेत्र में पूरी तरह से मुस्तैद हैं। इन ऑपरेशनों के तहत सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के कई ठिकानों का भंडाफोड़ किया है और उनके खतरनाक योजनाओं को विफल किया है।
इस बार, चाईबासा में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की आतंकवादी साजिश को नाकाम करके न सिर्फ अपनी सुरक्षा मुहैया कराई, बल्कि पूरी क्षेत्र की सुरक्षा में योगदान दिया है। इस सफल ऑपरेशन से यह साबित होता है कि जब तक सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क हैं, तब तक नक्सलियों के लिए किसी भी प्रकार की हिंसा को अंजाम देना मुश्किल होगा।
सुरक्षाबलों की त्वरित प्रतिक्रिया ने बड़े हादसे को टाला
सुरक्षाबलों की इस त्वरित कार्रवाई और रणनीतिक सर्च ऑपरेशन ने यह साबित कर दिया कि नक्सलियों की हर साजिश को नाकाम किया जा सकता है, बशर्ते हमें सतर्क और चौकस रहना होगा। सुरक्षाबल लगातार नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं, और यह क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इस सफलता से प्रेरित होकर, अब यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में भी नक्सलियों के खिलाफ इसी तरह की मुस्तैदी और मजबूत कार्रवाई जारी रहेगी।
झारखंड के चाईबासा में सुरक्षा बलों द्वारा नक्सलियों की साजिश को विफल करने ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि नक्सलियों के खात्मे के लिए पूरी तरह से सतर्कता और रणनीतिक कार्रवाई की आवश्यकता है। सुरक्षाबलों की सफलता से यह भी पता चलता है कि नक्सलियों की योजनाओं को नाकाम करना संभव है, जब तक सुरक्षा बल इस प्रकार के खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार और सक्षम हैं।
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