झामुमो कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रत्याशी बड़कुँवर गागराई के प्रचार वाहन को रोका, चुनावी माहौल में तनाव
झारखंड चुनाव 2024: भाजपा प्रत्याशी बड़कुँवर गागराई के प्रचार वाहन को झामुमो कार्यकर्ताओं ने रोका, जिससे दोनों पार्टियों के बीच तनाव बढ़ा। जानें पूरी खबर।
चाईबासा, 6 नवंबर: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की तारीखों के एलान के बाद राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। नामांकन प्रक्रिया के बाद सभी दलों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। मंगलवार को चाईबासा में एक घटना ने भाजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के बीच तनाव को और बढ़ा दिया। झामुमो कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रत्याशी बड़कुँवर गागराई के प्रचार वाहन को चेकनाका बनाकर रोक दिया, जिससे इलाके में तनाव का माहौल बन गया है।
प्रचार वाहन को रोकने पर भाजपा की प्रतिक्रिया
इस घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा प्रत्याशी बड़कुँवर गागराई ने आरोप लगाया कि झामुमो के कार्यकर्ता भाजपा के जनकल्याण के मुद्दों से घबराकर इस प्रकार की हरकतें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि झामुमो का यह कदम केवल भाजपा को रोकने के उद्देश्य से किया गया है। श्री गागराई ने कहा, "कांग्रेस और झामुमो हर चुनाव में संविधान की बातें करती हैं, लेकिन इसी संविधान के नियमों का उल्लंघन करके अन्य दलों को डराने का प्रयास कर रही हैं। यह उनके सत्ता में लौटने की योजना का हिस्सा है।"
झामुमो के प्रत्याशी निरल पूर्ति का जनसम्पर्क अभियान
वहीं, झामुमो प्रत्याशी निरल पूर्ति ने भी अपने जनसम्पर्क अभियान को मजबूती से आगे बढ़ाया है। वे हर गांव और प्रखंड में जाकर अपने पक्ष में वोट देने की अपील कर रहे हैं। उनका दावा है कि झामुमो ने 5 सालों में कई विकास कार्य किए हैं, लेकिन भाजपा जनता को भटकाने की कोशिश कर रही है।
बड़कुँवर गागराई ने झामुमो पर लगाए गंभीर आरोप
बड़कुँवर गागराई ने झामुमो पर आदिवासी जमीनों को हड़पने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मंझगांव के आसपास झामुमो ने आदिवासियों को भ्रमित करके उनकी 293 एकड़ भूमि हिन्डाल्को इंडस्ट्रीज को दी। ग्रामीणों को पेड़-पौधों के नाम पर झूठी जानकारी देकर उनकी जमीनें खनन कंपनियों को सौंपी गई हैं।
उन्होंने आगे कहा कि "मंझगांव में असली जरूरत शिक्षा, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं की है, लेकिन झामुमो और कांग्रेस आदिवासियों को इन सुविधाओं से वंचित रखना चाहती है। आदिवासी क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य का अभाव है, जो झामुमो की नीतियों का नतीजा है।"
भाजपा का वादा: सरना धर्म कोड और हो भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल करेंगे
बड़कुँवर गागराई ने भाजपा की सरकार बनने पर क्षेत्र के लिए कई वादे किए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आते ही सरना धर्म कोड को मान्यता दिलाएगी और हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करेगी। इससे क्षेत्र के बच्चों को अपनी मातृभाषा में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा और उनकी संस्कृति सुरक्षित रहेगी।
चुनावी माहौल में बढ़ता तनाव
चुनावी प्रचार के दौरान इस प्रकार की घटनाएं चुनावी माहौल को और तनावपूर्ण बना रही हैं। चाईबासा और मंझगांव में दोनों दलों के समर्थकों के बीच तीखी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। एक ओर जहां झामुमो के कार्यकर्ता अपने नेता निरल पूर्ति का समर्थन जुटाने में लगे हैं, वहीं भाजपा समर्थक भी बड़कुँवर गागराई के प्रचार को बढ़ावा देने में जुटे हुए हैं।
आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जनता किसके पक्ष में वोट करती है। झारखंड चुनाव 2024 में दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर की संभावना जताई जा रही है।
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