म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश कर रहे हैं? इसे ध्यान से पढ़ें
म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश कर रहे हैं? इसे ध्यान से पढ़ें
भारत में बहुत सारे लोग बैंक में फिक्स डिपाजिट के अलावा म्यूचुअल फंड में भी निवेश कर रहे हैं। यदि आप भी म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट प्लान कर रहे हैं तो सबसे पहले यह जान लीजिए कि बाजार में हजारों म्यूचुअल फंड मौजूद हैं और इनमें से मात्र 20% ही अच्छा प्रदर्शन करते हैं। इसके अलावा आपको यह भी पता होना चाहिए कि म्यूचुअल फंड कुल कितने प्रकार के होते हैं और उनमें जोखिम और रिटर्न का स्तर क्या होता है।
म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश के लिए अच्छे विकल्प
1. SBI Bluechip Fund
यह लार्ज कैप इक्विटी फंड है। इसमें रिस्क लेवल मीडियम है क्योंकि यह फंड ऐसी बड़ी कंपनियों में निवेश करता है, जिनमें ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं आता। यह उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो स्थिरता के साथ बेहतर रिटर्न चाहते हैं।
2. HDFC Balanced Advantage Fund
यह एक हाइब्रिड फंड है। इसके तहत आपका पैसा इक्विटी और डेट दोनों में इन्वेस्ट किया जाता है। इसके कारण रिस्क लेवल मीडियम हो जाता है। यह उन निवेशकों के लिए सही है जो थोड़े जोखिम के साथ संतुलित रिटर्न चाहते हैं।
3. Axis Long Term Equity Fund
यह एक टैक्स सेविंग फंड है। इसमें रिस्क लेवल काफी हाई है। यह फंड उन निवेशकों के लिए सही है जो लंबे समय तक निवेश कर सकते हैं और उच्च जोखिम उठाने को तैयार हैं।
4. ICICI Prudential Equity & Debt Fund
जैसा कि नाम से स्पष्ट है, यह एक हाइब्रिड फंड है जो इक्विटी और डेट में पैसा लगाता है। इसलिए इसका रिस्क लेवल काफी मध्य रहता है। यह उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो संतुलित जोखिम और रिटर्न चाहते हैं।
5. Mirae Asset Large Cap Fund
यह लार्ज कैप इक्विटी फंड है जो बड़ी कंपनियों में पैसा इनवेस्ट करता है। इसीलिए रिस्क लेवल मीडियम है। यह फंड उन निवेशकों के लिए है जो स्थिरता और दीर्घकालिक निवेश के माध्यम से बेहतर रिटर्न की तलाश में हैं।
म्यूचुअल फंड निवेश - कुछ महत्वपूर्ण बातें
1. जोखिम सहनशीलता का परीक्षण
म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले अपनी जोखिम सहनशीलता का परीक्षण अवश्य करें, अन्यथा बाजार के उतार-चढ़ाव आपको विचलित कर देंगे।
2. इन्वेस्टमेंट टारगेट फिक्स करें
अपना इन्वेस्टमेंट टारगेट फिक्स करें। यदि आपको अगले 3 साल में पैसों की जरूरत है तो आपको शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट वाले प्लान लेना चाहिए जबकि यदि आप किसी भविष्य की योजना पर काम कर रहे हैं तो आपको लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट वाले प्लान लेना चाहिए।
3. पर्सनल फाइनेंस का कैलकुलेशन करें
अपने पर्सनल फाइनेंस का कैलकुलेशन करें और यह पता लगाएं कि सभी प्रकार के खर्च और अनिवार्य सेविंग के बाद कितना पैसा बचता है जिसे म्यूचुअल फंड में निवेश किया जा सकता है।
4. म्यूचुअल फंड एजेंट की सलाह
म्यूचुअल फंड एजेंट की बातों को ध्यानपूर्वक सुनें, परंतु इस बात का ध्यान रखें कि पैसा आपका है और आपको अपने निष्कर्ष के आधार पर इन्वेस्ट करना है। अपने निर्णय खुद लें और दूसरों की सलाह को मात्र एक परामर्श के रूप में लें।
निष्कर्ष
म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय यह महत्वपूर्ण है कि आप सही जानकारी और समझ के साथ आगे बढ़ें। अपनी जोखिम सहनशीलता और निवेश लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए सही म्यूचुअल फंड का चुनाव करें। इससे न केवल आपका निवेश सुरक्षित रहेगा बल्कि आप बेहतर रिटर्न भी कमा सकेंगे।
नोटिस: यह कॉपीराइट सुरक्षित पोस्ट है। कृपया इस लेख की नकल करने का प्रयास न करें।
विनम्र अनुरोध
सूचना: यह सूचना केवल समाचार के रूप में प्रकाशित की गई है और इसका उद्देश्य INDIAN SHARE MARKET के निवेशकों को जानकारी प्रदान करना है। हम किसी भी कंपनी में निवेश करने या न करने के लिए प्रेरित नहीं करते हैं। कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श प्राप्त करें और शेयर मार्केट में अपनी अध्ययन के आधार पर निवेश करें।
What's Your Reaction?