India Spices: सेहत का खजाना या सिर्फ स्वाद बढ़ाने का जरिया? रोज के खाने में जरूर शामिल करें ये 5 मसाले

भारतीय मसाले सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाते, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं। जानिए 5 ऐसे मसालों के बारे में जो आपको कई बीमारियों से दूर रख सकते हैं।

Feb 17, 2025 - 19:11
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India Spices: सेहत का खजाना या सिर्फ स्वाद बढ़ाने का जरिया? रोज के खाने में जरूर शामिल करें ये 5 मसाले
India Spices: सेहत का खजाना या सिर्फ स्वाद बढ़ाने का जरिया? रोज के खाने में जरूर शामिल करें ये 5 मसाले

भारतीय मसालों का इतिहास: भारत का खानपान मसालों के बिना अधूरा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मसालों का उपयोग केवल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं, बल्कि सेहतमंद रहने के लिए भी किया जाता है? भारतीय मसालों की जड़ें सदियों पुरानी हैं, जब आयुर्वेदिक चिकित्सा में इन्हें औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। विदेशी व्यापारी भारतीय मसालों की खुशबू से इतने प्रभावित थे कि वे इसे सोने से भी अधिक कीमती मानते थे। आज भी, वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि ये मसाले कई बीमारियों को दूर रखने में मददगार हैं।

रोज के खाने में जरूर शामिल करें ये 5 मसाले

1. हल्दी: सुनहरा मसाला, सेहत का खजाना

हल्दी भारतीय रसोई का सबसे अहम हिस्सा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह एक सुपरफूड भी है? हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो डायबिटीज, हार्ट डिजीज और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं। आयुर्वेद में इसे शरीर को शुद्ध करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसे दूध में मिलाकर पीने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और सर्दी-जुकाम से राहत मिलती है।

2. जीरा: पेट के लिए वरदान

अगर आपके घर में जीरा मौजूद है, तो समझिए कि आप एक बेहतरीन हर्बल औषधि के मालिक हैं! जीरा में एंटीऑक्सीडेंट, आयरन और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो पाचन को सुधारने, वजन घटाने और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इतिहास में, आयुर्वेदिक ग्रंथों में जीरे को 'अमृत तुल्य' माना गया है, क्योंकि यह अपच और गैस की समस्या को दूर करता है। आप इसे सब्जियों, दालों और सलाद में शामिल कर सकते हैं।

3. धनिया: सिर्फ स्वाद नहीं, सेहत भी

धनिया का नाम सुनते ही ताजा हरे पत्तों की खुशबू मन को ताजा कर देती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनिया बीज और पत्तियां दोनों ही पाचन में सुधार करती हैं और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होती हैं? धनिया में मौजूद मैग्नीशियम, आयरन और फाइबर न केवल पाचन को सही रखते हैं, बल्कि डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद हैं। आयुर्वेद में इसे किडनी को डिटॉक्स करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।

4. अदरक: प्राकृतिक दर्द निवारक

अदरक सिर्फ चाय का स्वाद नहीं बढ़ाता, बल्कि यह जोड़ों के दर्द, मांसपेशियों की सूजन और पाचन संबंधी समस्याओं को भी दूर करने में मदद करता है। इसमें एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। प्राचीन समय में इसे 'शरीर का हीटर' कहा जाता था, क्योंकि यह ठंड से बचाने में भी मदद करता है। इसे सब्जियों, चाय, सूप और दालों में मिलाकर सेवन करें।

5. इलायची: खुशबू और सेहत का कॉम्बो

इलायची सिर्फ खाने की खुशबू बढ़ाने के लिए ही नहीं, बल्कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, पाचन सुधारने और शरीर को डिटॉक्स करने के लिए भी जानी जाती है। इतिहास में इसे राजाओं के लिए विशेष रूप से रखा जाता था, क्योंकि इसे 'महाराजाओं का मसाला' कहा जाता था। इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।

मसाले केवल स्वाद नहीं, बल्कि सेहत का आधार

भारतीय मसाले केवल खाने को स्वादिष्ट बनाने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और कई गंभीर बीमारियों से बचाव करते हैं। इसलिए, अगली बार जब आप अपनी रसोई में जाएं, तो इन 5 मसालों को अपनी डेली डाइट में जरूर शामिल करें और सेहतमंद जीवन की ओर कदम बढ़ाएं।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।