Tatanagar Theft: टाटानगर स्टेशन पर चोरी, महिला की पहचान लेकिन अब भी पकड़ से दूर!
टाटानगर स्टेशन पर चोरी की दो घटनाएं, एक महिला चोर की पहचान हो चुकी है लेकिन वह अब भी पकड़ से बाहर है। जानें, कैसे सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस को दी मदद और क्यों टाटानगर स्टेशन पर बढ़ रही हैं चोरी की घटनाएं।
जमशेदपुर, 23 जनवरी: टाटानगर रेलवे स्टेशन पर चोरी के दो अलग-अलग मामलों ने यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। धनबाद की अनिका कुमारी और बिहार के कैमूर के सुधाकर पांडेय के सामान चोरी होने के बाद रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) सीसीटीवी फुटेज के जरिए चोरों की पहचान करने में जुटे हुए हैं। लेकिन महिला चोर की पहचान के बावजूद वह अब तक पकड़ से बाहर है।
पहला मामला: शैक्षणिक प्रमाणपत्र चोरी
धनबाद के पुराना बाजार की रहने वाली अनिका कुमारी का बैग 21 जनवरी की रात टाटानगर स्टेशन पर चोरी हो गया। इस बैग में उनके महत्वपूर्ण शैक्षणिक प्रमाणपत्र थे, जिनकी जरूरत उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए थी। यह घटना तब हुई, जब अनिका स्टेशन पर एटीएम के पास थीं।
रेलवे पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से चोर महिला की पहचान कर ली है, लेकिन अब तक वह पकड़ में नहीं आई है। महिला की खोज में जीआरपी जमशेदपुर के विभिन्न थानों से संपर्क कर रही है।
दूसरा मामला: लैपटॉप चोरी
दूसरे मामले में बिहार के कैमूर जिले के निवासी सुधाकर पांडेय का लैपटॉप चोरी हो गया। यह घटना तब हुई, जब सुधाकर एर्नाकुलम एक्सप्रेस से टाटानगर स्टेशन पर उतरे। लैपटॉप उनके लिए बेहद अहम था, और इसकी चोरी ने उनकी परेशानियां बढ़ा दी हैं।
सुधाकर ने तुरंत जीआरपी में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कराया। इसके बाद जीआरपी और आरपीएफ ने स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं।
टाटानगर स्टेशन: बढ़ती चोरी की घटनाएं
टाटानगर रेलवे स्टेशन पर चोरी की घटनाएं पिछले कुछ समय से बढ़ रही हैं। यह स्टेशन झारखंड का प्रमुख रेलवे जंक्शन है, जहां रोजाना हजारों यात्री आते-जाते हैं। लेकिन यहां बढ़ती चोरी की घटनाएं यात्रियों के लिए चिंता का विषय बनती जा रही हैं।
रेलवे प्रशासन लगातार सीसीटीवी कैमरों की मदद से सुरक्षा को मजबूत करने का दावा करता है, लेकिन चोरी की घटनाएं इन दावों पर सवाल खड़े कर रही हैं।
रेलवे पुलिस की कोशिशें और अपील
रेलवे पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपने सामान की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें। स्टेशन पर संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी ने इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने की बात कही है। उन्होंने यात्रियों को यह भी सुझाव दिया है कि स्टेशन पर भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अपने सामान की विशेष निगरानी रखें।
सीसीटीवी: मददगार या नाकाफी?
इन मामलों में सीसीटीवी फुटेज ने चोरों की पहचान में मदद जरूर की है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी अब भी एक चुनौती बनी हुई है। रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा के लिहाज से अहम हैं, लेकिन उनकी मॉनिटरिंग और त्वरित कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।
टाटानगर स्टेशन का ऐतिहासिक महत्व
टाटानगर स्टेशन झारखंड के सबसे व्यस्ततम स्टेशनों में से एक है, जिसका ऐतिहासिक महत्व भी है। इसे जमशेदजी टाटा के नाम पर 1919 में स्थापित किया गया था। यह स्टेशन देश के कई बड़े शहरों को जोड़ता है और भारतीय रेलवे के दक्षिण-पूर्व जोन का अहम हिस्सा है।
यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता
रेलवे प्रशासन और सुरक्षा बलों को यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी। चोरी की इन घटनाओं से सबक लेते हुए सुरक्षा को और मजबूत करना आवश्यक है।
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