Jamshedpur Health Camp: दुर्गा दास दत्ता मेमोरियल ट्रस्ट ने 330 मरीजों का किया निशुल्क इलाज, 200 वृद्धों को वितरित किए कंबल
दुर्गा दास दत्ता मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य शिविर में 330 मरीजों का इलाज और 200 वृद्धों को कंबल वितरित किए गए। जानें इस मिशन की पूरी कहानी।
जमशेदपुर में स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, दुर्गा दास दत्ता मेमोरियल ट्रस्ट ने एक ऐतिहासिक निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया, जिसमें 330 से अधिक मरीजों को मुफ्त इलाज दिया गया। इस विशेष शिविर का आयोजन धतकीडीह स्थित कम्युनिटी सेंटर में किया गया, जो समाज में एक सकारात्मक बदलाव की ओर एक कदम था। इस शिविर में विभिन्न विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम ने लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की और इस प्रयास ने समाज में एक मजबूत संदेश दिया।
संपूर्ण शिविर में 20 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने मरीजों का इलाज किया। इसमें जनरल फिजिशियन, स्त्री रोग, नेत्र, हड्डी, शिशु और चर्म रोग विशेषज्ञ शामिल थे। इसके अलावा, निशुल्क ब्लड जांच और दवाओं का भी वितरण किया गया, ताकि अधिक से अधिक लोग लाभ उठा सकें। यह आयोजन न केवल चिकित्सा सहायता बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बना।
इस शिविर में पोटका विधायक संजीव सरदार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने इस अवसर पर ट्रस्ट के इस सामाजिक कार्य की सराहना करते हुए कहा, "दुर्गा दास दत्ता मेमोरियल ट्रस्ट का यह प्रयास वंचित वर्ग को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में बेहद प्रभावशाली है। यह एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।" उन्होंने ट्रस्ट के अध्यक्ष सौरभ दत्ता और उनकी माता रीना दत्ता को इस प्रयास के लिए विशेष धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी भी मौजूद थे।
समाजसेवा की मिसाल – इंदरजीत सिंह
स्वास्थ्य शिविर के दौरान एक और विशेष क्षण आया जब इंदरजीत सिंह, जिन्होंने 25 बार प्लाज्मा डोनेट किया था, को सम्मानित किया गया। यह एक प्रेरणादायक कदम था, जो समाज में दूसरों की मदद करने की भावना को प्रोत्साहित करता है। इंदरजीत सिंह की प्रेरणा देने वाली कहानी ने सभी को यह संदेश दिया कि समाज सेवा केवल चिकित्सा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दूसरों की मदद करने के हर तरीके से हो सकती है।
वृद्धों के लिए विशेष पहल
शिविर में 200 जरूरतमंद वृद्धों के बीच कंबल का वितरण भी किया गया। इस पहल ने यह साबित कर दिया कि दुर्गा दास दत्ता मेमोरियल ट्रस्ट केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए समर्पित है। ठंड के मौसम में गरीब और वृद्धों के लिए कंबल एक महत्वपूर्ण वस्तु है, और ट्रस्ट द्वारा की गई यह पहल निश्चित ही इन वृद्धों के लिए एक राहत का कारण बनी।
ट्रस्ट का मिशन और भविष्य के प्रयास
दुर्गा दास दत्ता मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष सौरभ दत्ता ने कहा कि ट्रस्ट शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में समाज की सेवा के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहेगा। यह आयोजन केवल एक शुरुआत थी, और भविष्य में ऐसे कई और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि हर वर्ग तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच सकें।
इस आयोजन का सफल संचालन डॉ. शाज़िया परवीन के नेतृत्व में हुआ, जबकि शहज़ाद कुरैशी ने इस कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई। डॉक्टरों और स्वयंसेवकों की टीम ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सराहनीय प्रयास किए। शिविर का उद्देश्य न केवल लोगों को इलाज मुहैया कराना था, बल्कि समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना भी था।
इतिहास और समाज सेवा की दिशा
दुर्गा दास दत्ता मेमोरियल ट्रस्ट का यह आयोजन इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ता है। यह ट्रस्ट अपनी स्थापना के बाद से समाज की सेवा में निरंतर सक्रिय है। समाज में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ, ट्रस्ट ने कई अन्य क्षेत्रों में भी सहायता प्रदान की है, जिनमें शिक्षा, वृद्धों की देखभाल और बच्चों के अधिकार शामिल हैं।
इस प्रकार के आयोजन समाज में जागरूकता और एकता का संदेश देते हैं। दुर्गा दास दत्ता मेमोरियल ट्रस्ट का यह अभियान न केवल समाज को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है, बल्कि यह यह भी साबित करता है कि जब समाज में हर वर्ग के लोग एकजुट होकर काम करते हैं, तो एक बड़ा परिवर्तन संभव है।
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