TATA Sons and assam CM Meet: असम का निवेशकों को आकर्षित करने का बड़ा कदम, चंद्रशेखरन को दिया आमंत्रण!
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को 'एडवांजेट असम 2.0' समिट के लिए आमंत्रित किया। जानिए इस समिट में क्या खास है और असम कैसे निवेशकों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है।
जमशेदपुर: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने हाल ही में टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन से एक महत्वपूर्ण मुलाकात की। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य असम राज्य को एक नया आर्थिक और निवेशक केंद्र के रूप में स्थापित करना है। मुख्यमंत्री ने श्री चंद्रशेखरन को गुवाहाटी में फरवरी में होने वाली 'एडवांजेट असम 2.0' समिट में भाग लेने का आमंत्रण दिया है। यह समिट राज्य में निवेश आकर्षित करने और अंतरराष्ट्रीय उद्यमियों को असम के प्रति आकर्षित करने के लिए आयोजित की जा रही है।
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस संबंध में जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर भी साझा की, जहां उन्होंने बताया कि असम में इस समिट के जरिए राज्य में नए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि टाटा समूह के चेयरमैन को औपचारिक रूप से आमंत्रण पत्र भेजा गया है और मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों के बीच वार्ता सकारात्मक रही।
असम 2.0: क्यों है यह समिट इतना खास?
'एडवांजेट असम 2.0' समिट की शुरुआत 2018 में की गई थी, और इसका मुख्य उद्देश्य असम में निवेश और विकास के नए द्वार खोलना है। इस समिट के माध्यम से राज्य सरकार चाहती है कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ असम में अपने निवेश का विस्तार करें। इस समिट में न केवल निवेशकों को आमंत्रित किया जाता है, बल्कि राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और व्यापारिक संभावनाओं को भी प्रदर्शित किया जाता है।
इस समिट में असम के मुख्यमंत्री ने विभिन्न उद्योगों के सीईओ से मुलाकात की, जिनमें टाटा समूह के सीईओ भी शामिल हैं। उन्होंने असम और टाटा समूह के बीच सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। खासतौर पर, यह विचार विमर्श राज्य के विकास और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करने पर केंद्रित था।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने सन फार्मा कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर आलोक सांघवी से भी मुलाकात की और उन्हें असम 2.0 समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। यह पहल असम को एक औद्योगिक हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
विकास के साथ सांस्कृतिक समागम
'एडवांजेट असम 2.0' समिट न केवल निवेशकों को आकर्षित करेगी, बल्कि इस अवसर पर असम की सांस्कृतिक विरासत को भी वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया जाएगा। इस समिट में लगभग 7500 डांसर और कलाकारों का एक विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जो असम की अद्वितीय संस्कृति को दुनिया के सामने लाएगा। यह राज्य की संस्कृति और कला को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक कदम हो सकता है।
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस समिट को राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उनका कहना है कि इस प्रकार के कार्यक्रम असम को अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए आकर्षक बनाते हैं और राज्य की आर्थिक प्रगति को सुनिश्चित करते हैं।
क्या असम का यह कदम पूरे देश को एक नया दिशा दिखाएगा?
अगर हम इतिहास में देखें, तो असम ने हमेशा अपने प्राकृतिक संसाधनों और सांस्कृतिक धरोहर से दुनिया को आकर्षित किया है, लेकिन अब मुख्यमंत्री सरमा की यह पहल इसे एक व्यापारिक और निवेशक हब बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। 'एडवांजेट असम 2.0' समिट असम के विकास को नया आयाम दे सकती है। क्या यह समिट असम को भारत के सबसे बड़े आर्थिक केंद्रों में शामिल कर पाएगी? इसका जवाब आने वाले महीनों में हमें इस समिट के सफल आयोजन के बाद मिलेगा।
What's Your Reaction?