Tanush Kotian Joining Indian team: तुष कोटियन की नई पारी, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में करेंगे डेब्यू
तुष कोटियन जल्द ही ऑस्ट्रेलिया में चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम से जुड़ेंगे। वहीं, शमी की चोट ने उनकी वापसी को टाला। जानें, पूरी खबर।
ऑस्ट्रेलिया में चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। मुंबई के युवा ऑफस्पिन ऑलराउंडर तुष कोटियन जल्द ही भारतीय टीम से जुड़ने वाले हैं। यह कदम रविचंद्रन अश्विन के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास के बाद उठाया गया है। अश्विन ने ब्रिस्बेन में खेले गए तीसरे टेस्ट के बाद अपने संन्यास का ऐलान कर दिया, जिससे टीम में उनकी जगह भरने की आवश्यकता आ गई।
तुष कोटियन का करियर और उपलब्धियां
26 वर्षीय तुष कोटियन ने घरेलू क्रिकेट में अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस से सभी का ध्यान खींचा है। उन्होंने अब तक 33 फर्स्ट-क्लास मैचों में 1525 रन बनाए हैं, औसत 41.21 का रहा है। इसके अलावा, उन्होंने 101 विकेट चटकाए हैं, जिनका औसत 25.70 है।
मुंबई की 2023-24 रणजी ट्रॉफी जीतने वाली टीम में उनका योगदान बेहद अहम रहा। उन्होंने टूर्नामेंट में 502 रन बनाए और 29 विकेट झटके। इसके लिए उन्हें "प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट" का खिताब भी मिला।
ऑस्ट्रेलिया रवाना होने की तैयारी
वर्तमान में विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई की टीम का हिस्सा कोटियन जल्द ही ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होंगे। वह अहमदाबाद से मुंबई लौटेंगे और फिर मंगलवार को मेलबर्न के लिए फ्लाइट लेंगे। हाल ही में कोटियन इंडिया ए टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए थे, इसलिए उनके वीजा में किसी समस्या की संभावना नहीं है।
शमी की वापसी पर फिर संकट
दूसरी ओर, भारतीय टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की वापसी का इंतजार और लंबा हो गया है। बीसीसीआई मेडिकल स्टाफ ने उन्हें अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए फिट घोषित नहीं किया है। उनकी बाएं घुटने में हल्की सूजन के चलते उन्हें खेलने से रोका गया है।
शमी की चोट और रिकवरी का सफर
34 वर्षीय शमी ने चोट के बाद अपना सफर बंगाल के रणजी ट्रॉफी मैच से शुरू किया था। नवंबर में मध्य प्रदेश के खिलाफ 43 ओवर डालने के बाद वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी खेले। लेकिन चोट की वजह से विजय हजारे ट्रॉफी के पहले मैच से उन्हें आराम दिया गया।
बीसीसीआई मेडिकल टीम लगातार उनकी प्रगति पर नजर रख रही है। हालांकि, मौजूदा स्थिति को देखते हुए शमी को पूरी तरह फिट होने में और समय लग सकता है। उनकी वापसी का फैसला उनके रिहैब की प्रगति पर निर्भर करेगा।
टीम इंडिया की चुनौतियां और कोटियन की उम्मीदें
भारतीय टीम के लिए यह बदलाव न केवल एक रणनीतिक चुनौती है बल्कि तुष कोटियन जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी के लिए एक बड़ा अवसर भी है। कोटियन की एंट्री टीम को एक नया संतुलन देने की कोशिश है, खासकर अश्विन जैसे अनुभवी खिलाड़ी की गैरमौजूदगी में।
क्रिकेट फैंस के लिए खास पल
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हमेशा से क्रिकेट फैंस के लिए रोमांचक रही है। तुष कोटियन की एंट्री और शमी की चोट ने इस सीरीज को और दिलचस्प बना दिया है। अब देखना होगा कि कोटियन अपने पहले टेस्ट में कैसा प्रदर्शन करते हैं और भारतीय टीम के लिए उनकी यह नई पारी कैसी रहती है।
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