Canberra Research: खर्राटे सेहत के लिए खतरनाक! नई स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

क्या खर्राटे हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकते हैं? ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं की नई स्टडी ने किया बड़ा खुलासा! जानें कैसे खर्राटे आपकी सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं।

Feb 6, 2025 - 18:45
Feb 6, 2025 - 19:21
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Canberra Research: खर्राटे सेहत के लिए खतरनाक! नई स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा
Canberra Research: खर्राटे सेहत के लिए खतरनाक! नई स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

अगर आप या आपके घर में कोई खर्राटे लेता है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने खर्राटों और उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के बीच सीधा संबंध होने का दावा किया है।

अब तक माना जाता था कि खर्राटे सिर्फ स्लीप क्वालिटी को प्रभावित करते हैं, लेकिन नई स्टडी ने इसे एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में उजागर किया है।

खर्राटे और हाई ब्लड प्रेशर के बीच चौंकाने वाला संबंध!

ऑस्ट्रेलिया के फ्लिंडर्स विश्वविद्यालय (Flinders University) के शोधकर्ताओं ने इस विषय पर गहन अध्ययन किया और पाया कि जो लोग नियमित रूप से रात में खर्राटे लेते हैं, उनके रक्तचाप में खतरनाक बढ़ोतरी देखी गई।

इस अध्ययन में 12,287 लोगों को शामिल किया गया और छह महीने तक उनकी निगरानी की गई। 15% प्रतिभागी ऐसे थे, जो हर रात का 20% समय खर्राटे लेते हुए बिता रहे थे।

स्टडी में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े!

खर्राटे लेने वाले लोगों का सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (ऊपरी रक्तचाप) 3.8 mmHg अधिक था।
डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर (निचला रक्तचाप) 4.5 mmHg अधिक पाया गया।
88% प्रतिभागी पुरुष थे, और ज्यादातर मध्यम आयु वर्ग के थे।

फ्लिंडर्स विश्वविद्यालय के प्रोफेसर बैस्टियन लेचैट ने कहा, "पहली बार हमने वैज्ञानिक रूप से यह सिद्ध किया है कि नियमित खर्राटे लेना और हाई ब्लड प्रेशर के बीच गहरा संबंध है।"

क्या है हाई ब्लड प्रेशर और इसके खतरे?

रक्तचाप (Blood Pressure) को mmHg (मिलीमीटर पारे) में मापा जाता है।

  • सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (उच्च संख्या) – जब हृदय पंप करता है, तब धमनियों में दबाव को मापता है।
  • डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर (निचली संख्या) – जब हृदय अगली धड़कन से पहले आराम करता है।

आदर्श रक्तचाप 120/80 mmHg माना जाता है, लेकिन खर्राटे लेने वाले लोगों में यह सामान्य से अधिक पाया गया।

हाई ब्लड प्रेशर से बढ़ सकता है हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा!

खर्राटे क्यों बनते हैं सेहत के लिए खतरा?

 जब हम सोते हैं, तो हमारी सांस नली (airway) संकरी हो सकती है, जिससे ऑक्सीजन की कमी होती है।
 शरीर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
 लगातार ऑक्सीजन की कमी हृदय और मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।

क्या आपके खर्राटे खतरनाक हैं? इन लक्षणों पर दें ध्यान!

रात में अचानक सांस रुक जाना
सुबह सिरदर्द रहना
दिनभर सुस्ती और थकान महसूस होना
नींद में घुटन महसूस होना
ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई

अगर ये लक्षण दिख रहे हैं, तो यह स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) का संकेत हो सकता है, जो हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों को बढ़ा सकता है।

इतिहास में खर्राटों पर हुई रिसर्च

खर्राटों और सेहत के संबंध पर पहले भी शोध हो चुके हैं, लेकिन यह पहली स्टडी है, जिसमें खर्राटों और हाई ब्लड प्रेशर के बीच सीधा संबंध पाया गया।
 2015 में एक अमेरिकी स्टडी में पाया गया था कि 50% से अधिक हाई ब्लड प्रेशर मरीजों को खर्राटों की समस्या थी।
 2020 में हुई एक रिसर्च में यह भी बताया गया कि पुरुषों में खर्राटे लेने की संभावना महिलाओं की तुलना में अधिक होती है।

खर्राटों से बचने के लिए क्या करें?

सोने की स्थिति बदलें – पीठ के बल सोने से खर्राटे बढ़ सकते हैं, इसलिए करवट लेकर सोना बेहतर होता है।
वजन कम करें – अधिक वजन वालों में खर्राटों की समस्या ज्यादा होती है।
अल्कोहल और धूम्रपान से बचें – ये दोनों ही सांस नली को संकुचित कर सकते हैं।
नींद की सही दिनचर्या अपनाएं – रोज एक ही समय पर सोने और जागने की आदत डालें।
नाक से सांस लेने की आदत डालें – मुंह से सांस लेने पर खर्राटे बढ़ सकते हैं।

क्या डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है?

अगर खर्राटे लगातार आ रहे हैं और नींद पर असर डाल रहे हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। स्लीप स्टडी (Sleep Study) कराकर यह पता लगाया जा सकता है कि समस्या कितनी गंभीर है।

क्या खर्राटों से हाई ब्लड प्रेशर का इलाज संभव है?

अगर खर्राटों को कंट्रोल कर लिया जाए, तो ब्लड प्रेशर को भी सामान्य किया जा सकता है।
सही डाइट, व्यायाम और स्लीप हाइजीन अपनाने से हाई बीपी को कम किया जा सकता है।

क्या अब ऑनलाइन खर्राटे मॉनिटर करना संभव है?

तकनीक के विकास के साथ, अब स्मार्टफोन ऐप्स और स्मार्टवॉच के जरिए खर्राटों को मॉनिटर किया जा सकता है।
SnoreLab App – खर्राटों की आवाज रिकॉर्ड करता है।
Fitbit और Apple Watch – नींद की गुणवत्ता ट्रैक करते हैं।

क्या खर्राटे अब हल्के में लेने की चीज नहीं?

नए शोध से यह स्पष्ट हो गया है कि खर्राटे सिर्फ एक सामान्य समस्या नहीं, बल्कि हाई ब्लड प्रेशर और अन्य स्वास्थ्य जोखिमों से जुड़े हैं।
अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य खर्राटे लेता है, तो इसे हल्के में न लें और तुरंत जांच कराएं।

क्या आपके खर्राटे भी आपकी सेहत के लिए खतरा बन सकते हैं? यह जानने के लिए आज ही अपने सोने की आदतों पर ध्यान दें और डॉक्टर से सलाह लें!

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।