Russia -America Meeting In Soudi Arub 2025: रूस - यूक्रेन युद्ध समाप्त चर्चा पर एक टेबल पर साथ आयेंगे रूस और अमेरिका साऊदी अरब में होगी मुलाकात
युद्ध समाप्ति को लेकर साउदी अरब की मध्यस्थता में रूस और अमेरिका चर्चा करने वाले हैं। वहीं जेलेंस्की ने अमेरिका को व्यापारिक समझौता करार दिया।

साऊदी अरब न्यूज : लम्बे समय से चले आ रहे रूस - यूक्रेन युद्ध पर बहुत जल्द विराम लगने वाला है। अमेरिका और साउदी अरब ने रूस और यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए मध्यस्थता करने वाले है। जिसकी मेजबानी खुद साउदी अरब कर रहा है। एक तरफ जहां अमेरिका की ओर से विदेश मंत्री मार्को रूबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्टज बातचीत के लिए रियाद पहुंच रहे हैं। तो वहीं रूस अपना प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है। रूस की तरफ से कौन आ रहा है। ये अभी नहीं बताया गया। ये बातचीत मंगलवार को होगी। टॉक टेबल पर रूस और अमेरिका के अलावा साउदी अरब का प्रतिनिधिमंडल भी शामिल रहेगा। उधर ब्रिटेन ने भी शांति समझौते के लिए अपनी सेना भेजने का एलान किया है। ऐसे में एक तरफ जहां युद्ध विराम की आस बढ़ने लगी है। तो दूसरी तरफ यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्कि ने अमेरिका पर हमला बोल कर चिंगारी लगाने का काम किया है।
रूस ने शांति को लेकर जताई प्रतिबद्धता
एक रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को रूस और यूक्रेन युद्ध समाप्ति पर होने वाली बातचीत में यूक्रेन इस बैठक में हिस्सा नही ले रहा है। क्योंकि उन्हें बुलाया नहीं गया है। साउदी अरब समझौते चर्चा में ना सिर्फ मेजबानी करेगा। बल्कि हिस्सा भी ले रहा है। साऊदी अरब की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शामिल होंगे। रूस ने साफ किया कि वो खुद इस युद्ध को समाप्त करना चाहते है। इसके लिए वो अमेरिका की मदद ले रहे है। और रूस अब अमेरिका के साथ सिर्फ शांति पर बातचीत करेगा। रूसी प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि पुतिन और ट्रंप के फ़ोन कॉल का महत्व है। कि चर्चा के जरिए युद्ध का समाधान किया जा सकता है। अगर ये युद्ध समाप्त होता है। तो दोनों देशों ने जो एक दूसरे पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए है वो भी समाप्त हो जायेंगे। रूस की अमेरिका से किसी भी प्रकार की कोई दुश्मनी नहीं है। बस हमारा मकसद राष्ट्र प्रथम का है। इसलिए हम इससे समझौता नही करते।
जेलेसंकी बोले, अमेरिका की चालाकी को समझता हूं
साउदी अरब की राजधानी रियाद में जहां मंगलवार को रूस , अमेरिका और साउदी अरब युद्ध समाप्त कर चर्चा करेंगे। वहीं यूक्रेन सिर्फ फैसले के इंतजार में रहेगा। क्योंकि वो चर्चा में शामिल नही है। दुसरी तरफ यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिका को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा युद्ध समाप्त की आड़ में अमेरिका खुद का फायदा देख रहा है। अमेरिका चाहता है कि युद्ध में मिलने वाली सहायता के बदले यूक्रेन उसे खनिज पदार्थ दे। लेकिन मैने साफ कर दिया है कि हम अमेरिका को खनिज से दूर रखेंगे। उन्होंने अपने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि इससे संबंधित किसी भी समझौते पर हस्ताक्षर ना करें। बता दें कि यूक्रेन के कीव में खनिज का बहुत बडा भंडार है।
बातचीत में ब्रिटेन निभाता चाहता है भूमिका
साउदी अरब में होने वाली रूस और यूक्रेन युद्ध विराम बातचीत पर ब्रिटेन भी अपनी भूमिका निभाना चाहता है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा कि यूक्रेन में शांति समझौते को लागू करने के लिए वो अपनी सेना को भेजने के लिए तैयार है। इससे यूक्रेन के साथ यूनाइटेड किंगडम और यूरोप की सुरक्षा भी मजबूत होगी। आने वाले समय में हम ट्रंप से G 7 सहयोगियों के साथ मुलाकात करेंगे। जानकर मानते है कि सिर्फ एक बातचीत से युद्ध विराम समझौता नहीं होगा। इसमें कई बैठके और हो सकती है। शायद ट्रंप और पुतिन खुद बातचीत की टेबल पर आएं।
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