राजधानी रांची समेत 20 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट, दुर्गा पूजा का मजा हुआ फीका
रांची समेत झारखंड के 20 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी। दुर्गा पूजा के बीच श्रद्धालुओं की योजनाएं हो सकती हैं प्रभावित। जानें पूरी जानकारी।
रांची: मौसम विभाग ने राजधानी रांची समेत झारखंड के 20 जिलों में भारी बारिश और गरज के साथ येलो अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर संताल परगना, कोयलांचल और कोल्हान के इलाकों में यह चेतावनी जारी की गई है, जहां बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलने की संभावना है। दुर्गा पूजा के अवसर पर अष्टमी के दिन यानी 10 अक्टूबर को रांची समेत कई जिलों में बारिश हुई, जिसने पूजा पंडालों में घूमने आए श्रद्धालुओं के उत्साह को ठंडा कर दिया। अब 11 और 12 अक्टूबर को भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे लोगों की दुर्गा पूजा की योजना और भी प्रभावित हो सकती है।
बारिश ने बिगाड़ा दुर्गा पूजा का मजा
रांची और अन्य जिलों में दुर्गा पूजा की धूम के बीच बेमौसम बारिश ने श्रद्धालुओं का मजा किरकिरा कर दिया। अष्टमी की रात पंडाल घूमने वालों को अचानक आई बारिश ने परेशानी में डाल दिया। खासकर, जो लोग खुले में पंडालों के दर्शन करने निकले थे, उन्हें भीगने के साथ-साथ सड़क पर जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दो दिनों यानी 11 और 12 अक्टूबर को भी राज्य में भारी बारिश का अनुमान है, जिससे नवरात्रि के दौरान पूजा और उत्सव मनाने वालों की योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं।
20 जिलों में येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने झारखंड के 20 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें रांची, रामगढ़, खूंटी, सिमडेगा, गुमला, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, लोहरदगा, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, गोड्डा, पाकुड़, देवघर, दुमका, साहेबगंज और जामताड़ा शामिल हैं। इन जिलों में गरज के साथ भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे सड़कों पर जलभराव और यातायात में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
क्या है येलो अलर्ट?
येलो अलर्ट तब जारी किया जाता है जब मौसम की स्थिति सामान्य से अधिक गंभीर हो, लेकिन तत्काल खतरा नहीं हो। इसका उद्देश्य लोगों को सचेत करना है ताकि वे बारिश से बचने के लिए पहले से तैयार रहें। ऐसे में अगर आप इन जिलों में रहते हैं या दुर्गा पूजा के दौरान यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो बारिश के कारण होने वाली असुविधाओं से बचने के लिए सावधानी बरतें।
इतिहास गवाह है कि बारिश ने पहले भी किया है दुर्गा पूजा पर असर
दुर्गा पूजा के दौरान बारिश का असर कोई नई बात नहीं है। पहले भी कई बार नवरात्रि और दशहरा के मौके पर बारिश ने लोगों की उत्सव की धूम पर पानी फेरा है। पिछले कुछ वर्षों में, झारखंड और पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों में पूजा के दौरान बेमौसम बारिश हुई है, जिससे श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बार भी मौसम विभाग के अलर्ट ने यह संकेत दिया है कि पूजा के दौरान आपको अपनी योजनाओं को थोड़ी लचीली बनानी होगी।
बारिश से बचने के उपाय
चूंकि भारी बारिश का अलर्ट जारी है, इसलिए श्रद्धालुओं को सतर्क रहना होगा। छाते, रेनकोट और वाटरप्रूफ जूते लेकर निकलें, ताकि आप बारिश के दौरान भी दुर्गा पूजा का आनंद उठा सकें। पंडाल में जाने से पहले मौसम का अपडेट चेक करना न भूलें और कोशिश करें कि बारिश के समय पंडाल के भीतर ही रहें। कई जगहों पर पंडालों के पास अस्थायी शेल्टर भी लगाए जा रहे हैं, ताकि लोगों को बारिश से बचने में मदद मिल सके।
नवरात्रि उत्सव पर पड़ेगा असर?
येलो अलर्ट के बीच यह सवाल उठता है कि क्या नवरात्रि और दुर्गा पूजा उत्सव पर बारिश का असर पड़ेगा? पहले के अनुभवों को देखें तो, भले ही बारिश के कारण लोग घरों में सीमित हो जाते हैं, लेकिन उनका उत्साह कम नहीं होता। दुर्गा पूजा के प्रति लोगों की आस्था और भक्ति इतनी गहरी होती है कि चाहे बारिश हो या धूप, वे मां दुर्गा के दर्शन करने से पीछे नहीं हटते।
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