Ranchi Cyber Fraud: एटीएम कार्ड फंसाकर साइबर ठगों ने उड़ाए लाखों, जानें कैसे बचें
रांची में साइबर ठगों ने एटीएम कार्ड फंसाने और बदलने की घटनाओं से लाखों की ठगी की। जानें कैसे होते हैं ये अपराध और बचने के उपाय।
रांची: साइबर अपराधियों ने राजधानी रांची में एटीएम कार्ड फंसाने और बदलने का नया तरीका अपनाते हुए लाखों रुपये की ठगी कर ली है। दो महिलाओं ने कोतवाली और डोरंडा थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
पहला मामला: कार्ड फंसा, खाते से उड़ गए 1.14 लाख रुपये
अशोक नगर रोड नंबर चार की रहने वाली अंचला कुंडू ने शिकायत में बताया कि वह अल्बर्ट एक्का चौक स्थित केनरा बैंक के एटीएम से पैसे निकालने गई थीं।
- उनका एटीएम कार्ड मशीन में फंस गया।
- एक हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने पर किसी "इंजीनियर" के आने की बात कही गई।
- थोड़ी देर बाद पता चला कि उनके खाते से चार बार में 10-10 हजार रुपये और 67,846 रुपये की शॉपिंग के अलावा 6,130 रुपये की निकासी हो चुकी है।
इस घटना के बाद अंचला ने तुरंत अपना एटीएम कार्ड ब्लॉक करवाया और पुलिस को इसकी जानकारी दी।
दूसरा मामला: कार्ड बदलकर खाते से निकाले 33 हजार
डोरंडा थाना क्षेत्र की उम्मे कुलसुम ने अपने पति महताब खान का एटीएम कार्ड लेकर तुलसी चौक के पास पैसे निकालने की कोशिश की।
- वहां पहले से मौजूद एक युवक ने कहा कि "मशीन खराब है।"
- कार्ड डालने पर पिन नंबर स्क्रीन पर आ गया।
- उम्मे जब दूसरे एटीएम पर पहुंचीं, तो देखा कि कार्ड बदल दिया गया था।
- थोड़ी देर बाद उनके खाते से 33,000 रुपये की निकासी की गई।
कैसे होता है यह साइबर अपराध?
साइबर अपराधी एटीएम में ऐसी तकनीक लगाते हैं जिससे:
- कार्ड फंसता है या जानबूझकर मशीन में खराबी पैदा की जाती है।
- मदद के बहाने पिन नंबर देख लेते हैं।
- मौका पाकर कार्ड बदल देते हैं।
- इसके बाद शॉपिंग या नकद निकासी कर ली जाती है।
झारखंड में साइबर अपराध का बढ़ता इतिहास
झारखंड, खासकर रांची, धनबाद, और जमशेदपुर जैसे शहर, साइबर अपराधों के हॉटस्पॉट बनते जा रहे हैं।
- 2008: झारखंड के जामताड़ा को "साइबर क्राइम कैपिटल" के रूप में पहचाना गया।
- 2015-2020: जामताड़ा के अपराधियों पर आधारित कई साइबर फ्रॉड के मामले राष्ट्रीय स्तर पर आए।
- आज, ठगी के ये तरीके और भी परिष्कृत हो चुके हैं।
साइबर अपराध से बचने के उपाय
- अज्ञात कॉल या हेल्पलाइन नंबर से सावधान रहें।
- कभी भी पिन या कार्ड की जानकारी किसी से साझा न करें।
- एटीएम में सतर्क रहें।
- अजनबियों से मदद न लें।
- यदि कार्ड फंस जाए, तो तुरंत बैंक को सूचित करें।
- एटीएम से दूरी बनाएं।
- सुरक्षित स्थानों पर स्थित एटीएम का उपयोग करें।
- कैश ट्रांजैक्शन के बाद एसएमएस अलर्ट ऑन रखें।
- साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत करें।
- 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।
पुलिस की अपील
रांची पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
- अपने बैंक खातों की गोपनीय जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस या बैंक को दें।
साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है और यह हमारी डिजिटल सुरक्षा को कमजोर कर रहा है। तकनीक के इस युग में सतर्क रहना ही एकमात्र उपाय है। यदि आप भी किसी साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत अपनी बैंक और पुलिस से संपर्क करें।
रांचीवासियों, सतर्क रहें और सुरक्षित रहें। आपकी सुरक्षा आपके हाथ में है।
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