Ranchi Celebration: गृह रक्षा वाहिनी की पासिंग आउट परेड, 320 महिला जवानों ने रचा इतिहास
रांची के धुर्वा ट्रेनिंग सेंटर में गृह रक्षा वाहिनी की पासिंग आउट परेड का आयोजन। 320 महिला जवानों ने सशक्त और अत्याधुनिक ट्रेनिंग के बाद नई शुरुआत की। जानें इस ऐतिहासिक पल की खास बातें।
रांची, झारखंड: धुर्वा स्थित ट्रेनिंग सेंटर ने आज एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना जब झारखंड गृह रक्षा वाहिनी ने 320 नव-नियुक्त महिला जवानों के लिए भव्य पासिंग आउट परेड का आयोजन किया। यह आयोजन न केवल महिला सशक्तिकरण की मिसाल बना, बल्कि अत्याधुनिक प्रशिक्षण और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम भी साबित हुआ।
अत्याधुनिक ट्रेनिंग ने बनाया आत्मनिर्भर
इस बार गृह रक्षा वाहिनी की ट्रेनिंग को खासतौर पर सशक्त और आधुनिक तकनीकों से लैस किया गया। डीएसपी कौशिक कुमार के अनुसार, जवानों को इंसास जैसे अत्याधुनिक हथियार चलाने की भी ट्रेनिंग दी गई। यह उन्हें न केवल आपात स्थितियों में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेगा, बल्कि उनकी क्षमता को भी बढ़ाएगा।
इस प्रक्रिया में जैप-2 के जवानों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिन्होंने इन महिला जवानों को अपनी विशेषज्ञता और अनुभव से प्रशिक्षित किया।
जवानों के चेहरे पर आत्मविश्वास और नई ऊर्जा
ट्रेनिंग पूरी कर चुकी महिला जवानों ने अपनी खुशी और आत्मविश्वास को साझा करते हुए बताया कि उन्हें यहां नई-नई चीजें सीखने का मौका मिला।
"हमने इस ट्रेनिंग के दौरान खुद को बेहतर बनाया और अब हमें लगता है कि हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं," एक महिला जवान ने कहा।
उन्होंने विभाग के सीनियर अधिकारियों का भी धन्यवाद किया, जिनसे उन्होंने अनुशासन, नेतृत्व और तकनीकी कौशल का गहन ज्ञान प्राप्त किया।
गृह रक्षा वाहिनी: एक गौरवशाली परंपरा
झारखंड गृह रक्षा वाहिनी की स्थापना का उद्देश्य राज्य के नागरिकों की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में सहायता करना है। इस संगठन ने वर्षों से न केवल झारखंड में शांति बनाए रखने में योगदान दिया है, बल्कि संकट के समय में अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाया है।
इस बार महिला जवानों का पासिंग आउट इस बात का संकेत है कि झारखंड में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
परिजन बने गर्व के साक्षी
इस भव्य आयोजन में जवानों के परिवारजनों ने भी हिस्सा लिया। अपने प्रियजनों को राष्ट्र की सेवा के लिए तैयार देखना उनके लिए गर्व का क्षण था। एक जवान की मां ने कहा:
"हमारी बेटी ने आज परिवार और पूरे गांव का नाम रोशन किया है। यह पल हमारे लिए किसी सपने के पूरे होने जैसा है।"
ट्रेनिंग सेंटर का ऐतिहासिक महत्व
धुर्वा ट्रेनिंग सेंटर, जहां यह परेड आयोजित की गई, झारखंड में रक्षा और आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग के लिए एक प्रमुख केंद्र है। यहां से प्रशिक्षित जवान देशभर में अपने कौशल और अनुशासन के लिए जाने जाते हैं।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम
झारखंड में महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह आयोजन एक बड़ी उपलब्धि है। इससे यह साबित होता है कि महिलाएं न केवल रक्षा क्षेत्र में योगदान दे सकती हैं, बल्कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी नेतृत्व कर सकती हैं।
गृह रक्षा वाहिनी की यह पासिंग आउट परेड न केवल 320 महिला जवानों के लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि झारखंड के इतिहास में भी एक गौरवपूर्ण अध्याय जोड़ती है। यह आयोजन यह संदेश देता है कि महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए झारखंड सरकार और गृह रक्षा वाहिनी लगातार प्रयासरत हैं।
5 कदम आगे बढ़ चुकी यह महिला वाहिनी झारखंड और देश की सुरक्षा में अपने योगदान के लिए तैयार है।
What's Your Reaction?