Hemant Promise: महिलाओं के खाते में आएगी "मंईयां सम्मान योजना" की 5वीं किस्त , 11 दिसंबर तक ₹2500 खाते में।।
झारखंड सरकार जल्द ही "मंईयां सम्मान योजना" की 5वीं किस्त महिलाओं के खाते में भेजने की तैयारी में है। जानें, कब आएंगे ₹2500 और कैसे यह योजना बनी चुनावी जीत का बड़ा कारण।
1 दिसंबर 2024: झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की सत्ता वापसी के बाद महिलाओं के लिए खुशखबरी है। "मंईयां सम्मान योजना" की 5वीं किस्त की राशि जल्द ही लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इस योजना के तहत झारखंड की 57 लाख महिलाओं को ₹2500 की सहायता राशि मिलेगी।
सरकार की प्राथमिकता बनी योजना
हेमंत सोरेन ने विधानसभा चुनाव से पहले वादा किया था कि उनकी सरकार बनते ही महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना के तहत बढ़ी हुई राशि दी जाएगी। सत्ता में लौटते ही सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए योजना को प्राथमिकता दी है। कल्याण विभाग पूरी तैयारी में जुटा है, और संभावना है कि 11 दिसंबर तक ₹2500 की राशि लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
पिछली किस्तों का क्या है हाल?
हेमंत सरकार ने नवंबर 2024 में महिलाओं के खातों में ₹1000 प्रति लाभार्थी ट्रांसफर किए थे। यह चौथी किस्त थी। अब पांचवीं किस्त के तहत ₹2500 प्रति लाभार्थी की राशि भेजी जाएगी। इससे पहले योजना के तहत चार किस्तों में मदद पहुंचाई जा चुकी है।
कैसे बनी योजना चुनावी जीत का आधार?
मंईयां सम्मान योजना को हेमंत सोरेन और उनके इंडिया गठबंधन ने हर चुनावी सभा में प्रमुखता से उठाया। 18 से 50 साल की महिलाओं को पहले ₹1000 प्रति माह दिए जा रहे थे, जिसे चुनाव से पहले ₹2500 प्रति माह तक बढ़ा दिया गया। इस वादे ने महिलाओं में सरकार के प्रति भरोसा बढ़ाया, जो विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत का बड़ा कारण बना।
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह योजना महिला मतदाताओं को सीधे जोड़ने का कारगर माध्यम साबित हुई।
मंईयां सम्मान योजना: महिलाओं के लिए वरदान
झारखंड में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए यह योजना महत्वपूर्ण साबित हुई है। योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय मदद देकर उनके जीवनस्तर को सुधारना है।
योजना के तहत:
- लाभार्थी: 18-50 वर्ष की महिलाएं
- सहायता राशि: ₹2500 प्रति माह
- उद्देश्य: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और वित्तीय स्थिरता प्रदान करना
इतिहास और महत्व
"मंईयां सम्मान योजना" की शुरुआत झारखंड की ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को ध्यान में रखकर की गई थी। इसे झारखंड के समाज में महिलाओं की स्थिति सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जाता है। योजना का नाम झारखंड की सांस्कृतिक पहचान और मातृशक्ति को समर्पित है।
योजना का भविष्य और विस्तार
हेमंत सरकार की नई योजनाओं के संकेत मिले हैं, जिनमें मंईयां सम्मान योजना के तहत उम्र सीमा बढ़ाने और राशि को और अधिक बढ़ाने की संभावनाएं शामिल हैं। सरकार ने योजना के प्रभाव का विश्लेषण करने और इसके लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों की टीम भी नियुक्त की है।
महिलाओं की उम्मीदें और सरकार का कदम
झारखंड की महिलाएं इस योजना से बेहद खुश हैं। कई महिलाओं ने कहा कि यह योजना उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाई है।
"इस पैसे से हम अपने बच्चों की पढ़ाई और घरेलू जरूरतें पूरी कर पा रहे हैं। ₹2500 मिलने के बाद हमारी जिंदगी और बेहतर हो जाएगी," एक लाभार्थी ने कहा।
सरकार की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर लाभार्थी को समय पर राशि मिले और प्रक्रिया में किसी तरह की बाधा न आए।
"मंईयां सम्मान योजना" झारखंड की महिलाओं के लिए न केवल आर्थिक मदद है, बल्कि उनके आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हेमंत सोरेन सरकार की इस पहल ने उन्हें चुनावी जीत दिलाने में मदद की और राज्य में महिला सशक्तिकरण का नया उदाहरण पेश किया।
आने वाले दिनों में यह योजना झारखंड की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में और बड़ी भूमिका निभाएगी।
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