Patmada Tragedy: खीरा खाने से 12 साल के बच्चे की मौत, 6 अस्पताल में भर्ती

झारखंड के पटमदा में खीरा खाने से सात बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। कीटनाशक के कारण एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि बाकी 6 का इलाज जारी है। जानें पूरी घटना और इससे बचाव के उपाय।

Dec 1, 2024 - 18:54
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Patmada Tragedy: खीरा खाने से 12 साल के बच्चे की मौत, 6 अस्पताल में भर्ती
Patmada Tragedy: खीरा खाने से 12 साल के बच्चे की मौत, 6 अस्पताल में भर्ती

1 दिसंबर 2024: झारखंड के पटमदा के नेंगजुड़ी गांव में रविवार की सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई। सात बच्चों ने खेत से तोड़कर खीरा खाया, जिसमें कीटनाशक लगा था। इसकी वजह से 12 वर्षीय विजय बास्के की मौत हो गई, जबकि छह अन्य बच्चों का इलाज बंगाल के कांकीडीह अस्पताल में चल रहा है।

कैसे हुआ हादसा?

रविवार की सुबह सात बच्चे साइकिल से घूमने निकले थे। घूमते-घूमते वे पटमदा से करीब 10 किलोमीटर दूर टोटको नाला के पास बंगाल के बांदोवान क्षेत्र में पहुंच गए। वहां खेत में खीरे की फसल देखकर बच्चों ने खीरा तोड़कर खाना शुरू कर दिया।

खीरा धोने का फर्क:

  • विजय बास्के ने खीरा बिना धोए खा लिया, जिससे उसकी हालत तुरंत खराब हो गई और वह बेहोश होकर गिर पड़ा।
  • बाकी छह बच्चों ने खीरा पानी में धोकर खाया, जिससे उनकी स्थिति उतनी गंभीर नहीं हुई।

स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचे बच्चे

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और सभी बच्चों को पास के कांकीडीह अस्पताल लेकर गए।

  • चिकित्सकों ने 12 वर्षीय विजय बास्के को मृत घोषित कर दिया।
  • बाकी छह बच्चों का इलाज जारी है, और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

खीरे में कीटनाशक का था छिड़काव

रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार की सुबह ही किसान ने खेत में कीटनाशक का छिड़काव किया था।

  • बच्चे इस बात से अनजान थे कि खीरे में जहरीले कीटनाशक लगे हैं।
  • बिना सही जानकारी और सावधानी के खीरा खाने की वजह से यह हादसा हुआ।

अस्पताल में मची अफरा-तफरी

घटना के बाद अस्पताल परिसर में परिजनों और स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सभी विजय की मौत और अन्य बच्चों की स्थिति को लेकर चिंतित थे।

"हमने कभी नहीं सोचा था कि खीरा खाने से इतनी बड़ी घटना हो सकती है। बच्चों की हालत देखकर हम डर गए," एक परिजन ने कहा।

इस तरह की घटनाओं से बचाव कैसे करें?

खीरा, या किसी अन्य फसल को सीधे खेत से तोड़कर खाने से पहले इसे धोना बहुत जरूरी है, खासकर जब खेत में कीटनाशकों का छिड़काव किया गया हो।

  1. सावधानी:
    • बच्चों को सिखाएं कि खेत से कोई भी फसल खाने से पहले उसकी सुरक्षा की जांच करें।
  2. जागरूकता:
    • किसानों को फसलों पर इस्तेमाल होने वाले कीटनाशकों की जानकारी साझा करनी चाहिए।
  3. सुरक्षा उपाय:
    • खेतों के आसपास चेतावनी बोर्ड लगाएं, ताकि लोग कीटनाशक के छिड़काव के समय सतर्क रहें।

खीरा खाने से मौत की घटनाएं क्यों होती हैं?

इतिहास में भी कीटनाशक के कारण इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं।

  • किसानों द्वारा इस्तेमाल किए गए कीटनाशक अत्यधिक जहरीले हो सकते हैं।
  • फसलों पर छिड़काव के बाद इन्हें खाने से पहले धोना या एक निश्चित समय तक इंतजार करना जरूरी है।

ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी

ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा और कीटनाशकों के इस्तेमाल को लेकर जागरूकता की कमी है।

  • सरकारी स्तर पर प्रशिक्षण:
    किसानों और ग्रामीणों को सुरक्षित खेती और फसल के इस्तेमाल पर जागरूक करने की जरूरत है।
  • बच्चों की शिक्षा:
    स्कूलों में बच्चों को खाद्य सुरक्षा के प्रति शिक्षित किया जाना चाहिए।

यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि खीरा या अन्य फल-सब्जियों को सीधे खाने से पहले सावधानी बरतना जरूरी है।

  • विजय बास्के की असमय मौत ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है।
  • सरकार और प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।