Moubhandar Celebration Highlight: संत नंदलाल स्कूल में 'अचीवर्स डे' पर छाया बच्चों का जलवा

मऊभंडार स्थित संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में वार्षिक अचीवर्स पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों की शैक्षणिक उत्कृष्टता और 100% उपस्थिति पर उन्हें सम्मानित किया गया। जानिए इस प्रेरणादायक समारोह की खास बातें।

Apr 12, 2025 - 16:11
Apr 12, 2025 - 16:25
 0
Moubhandar Celebration Highlight: संत नंदलाल स्कूल में 'अचीवर्स डे' पर छाया बच्चों का जलवा
Moubhandar Celebration Highlight: संत नंदलाल स्कूल में 'अचीवर्स डे' पर छाया बच्चों का जलवा

मऊभंडार का संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर एक बार फिर चर्चा में है—इस बार वजह बना है छात्रों की मेहनत और प्रतिभा को समर्पित एक बेहद खास आयोजन। 11 अप्रैल 2024 को विद्यालय के मल्टीमीडिया हॉल में हुआ वार्षिक अचीवर्स पुरस्कार समारोह, जिसमें छात्रों ने हर क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया।

लेकिन ये महज़ एक सामान्य पुरस्कार समारोह नहीं था, बल्कि ये एक प्रेरणा से भरा जश्न था—जहां हर ट्रॉफी, हर सम्मान, एक कहानी बयाँ कर रही थी—मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास की।

बच्चों के लिए बना प्रेरणास्रोत मंच

समारोह की शुरुआत हुई एक भावपूर्ण गणेश वंदना से, जिसे प्रस्तुत किया विद्यालय के छात्रों ने। स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती नीलकमल सिन्हा ने बच्चों की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि ये उपलब्धियाँ सिर्फ नंबरों की नहीं, बल्कि उनके समर्पण और निरंतर प्रयासों का प्रमाण हैं।

सम्मान पाने वालों में चमके कई सितारे

इस समारोह में तीसरी से पाँचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार दिए गए। वहीं, 100% उपस्थिति वाले छात्रों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

  • 21 छात्र वार्षिक परीक्षा में शानदार प्रदर्शन के लिए

  • 17 छात्र जिन्होंने पूरे सत्र में एक भी दिन अनुपस्थित नहीं रहे

  • और 64 छात्र, जिन्होंने सभी विषयों में 90% से अधिक अंक हासिल किए—इन सभी को स्कॉलर की उपाधि दी गई।

इन आँकड़ों के पीछे छिपी हैं वो तमाम सुबहें जब बच्चों ने बिना शिकायत स्कूल का रुख किया, वो शामें जब खेल छोड़कर कॉपी-किताबें उठाईं।

नन्हीं तितलियों की खूबसूरत उड़ान

कक्षा द्वितीय एवं तृतीय की छात्राओं ने एक विशेष नृत्य प्रस्तुति में तितली के जीवन चक्र को दर्शाया, जिसे देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध रह गए। इस प्रस्तुति ने न केवल रचनात्मकता का परिचय दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे छोटे-छोटे बच्चे बड़े संदेश दे सकते हैं।

किंडरगार्टन स्नातकों का सम्मान

प्री-प्राइमरी विंग के 40 बच्चों को यूकेजी स्नातक के रूप में मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया। यह पल न केवल बच्चों बल्कि उनके माता-पिता के लिए भी गर्व का क्षण था।

गणमान्य अतिथियों की प्रेरणादायी उपस्थिति

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं एचसीएल आईसीसी मऊभंडार की प्रथम महिला श्रीमती रश्मिता सेठी एवं मैनेजर श्रीमती नेहा तिवारी। विद्यालय द्वारा उन्हें फलों की टोकरी देकर सम्मानित किया गया।
श्रीमती सेठी ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा, “विद्यालय जिस प्रकार से छात्रों को हर क्षेत्र में प्रेरित कर रहा है, वह अनुकरणीय है। यह आने वाली पीढ़ी को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”

विद्यालय सह-सचिव श्री शिवकुमार देवड़ा ने बच्चों की सफलता के लिए उनके अभिभावकों को बधाई दी और उनके सहयोग को विद्यालय की ताकत बताया।

स्मरणीय बना आयोजन का संचालन और समापन

इस प्रेरणादायक कार्यक्रम का संचालन श्रीमती श्रावणी आदित्य ने कुशलता से किया, जबकि श्रीमती सुजाता वर्मा ने कार्यक्रम में आए सभी मेहमानों, अभिभावकों और शिक्षकों का आभार जताया। समारोह का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ, जिसने सभी के मन में गर्व और जोश भर दिया।

इतिहास की झलक:
संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर, मऊभंडार की स्थापना शिक्षा के प्रति समर्पित एक ऐसे दृष्टिकोण के साथ हुई थी, जिसमें बच्चों को न केवल किताबों की दुनिया में बल्कि जीवन के हर मोर्चे पर सफल बनाने की सोच है। इस तरह के समारोह इस परंपरा को आगे ले जाते हैं और साबित करते हैं कि शिक्षा सिर्फ परीक्षा पास करने का माध्यम नहीं, बल्कि जीवन को समझने और जीने की कला है।

यह आयोजन सिर्फ पुरस्कार देने का नहीं था, बल्कि यह एक वादा था—बच्चों से, शिक्षकों से और अभिभावकों से—कि हर प्रतिभा को पहचाना जाएगा, हर प्रयास को सराहा जाएगा और हर सपने को उड़ान मिलेगी। यही है असली शिक्षा की पहचान

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।