Ranchi ATM Fraud: कार्ड बदलकर बुजुर्ग से 7.48 लाख रुपये की ठगी, जानें कैसे हुई घटना

रांची में 81 वर्षीय बुजुर्ग का एटीएम कार्ड बदलकर साइबर अपराधियों ने 7.48 लाख रुपये की ठगी की। जानें कैसे हुई घटना और बचाव के उपाय।

Dec 24, 2024 - 10:09
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Ranchi ATM Fraud: कार्ड बदलकर बुजुर्ग से 7.48 लाख रुपये की ठगी, जानें कैसे हुई घटना
Ranchi ATM Fraud: कार्ड बदलकर बुजुर्ग से 7.48 लाख रुपये की ठगी, जानें कैसे हुई घटना

झारखंड की राजधानी रांची में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां 81 वर्षीय बुजुर्ग रघुनंदन प्रसाद का एटीएम कार्ड बदलकर ठगों ने 7.48 लाख रुपये उड़ा लिए। यह घटना 16 दिसंबर से 21 दिसंबर के बीच हुई, और इसका खुलासा तब हुआ जब पीड़ित ने अपने खाते का स्टेटमेंट चेक किया।

घटना कैसे घटी?

रघुनंदन प्रसाद 16 दिसंबर को नॉर्थ ऑफिस पाड़ा स्थित पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के एटीएम गए थे।

  • उन्होंने दो बार में 19,000 रुपये निकाले।
  • तीसरी बार कार्ड डालते समय एक अज्ञात व्यक्ति मदद के बहाने पास आया।
  • उसी दौरान उसने बुजुर्ग का पिन देख लिया और उनका एटीएम कार्ड बदलकर दूसरा कार्ड दे दिया।

इसके बाद, ठग ने 16 दिसंबर से 21 दिसंबर के बीच कई बार ट्रांजेक्शन कर 7.48 लाख रुपये की निकासी कर ली।

साइबर अपराध और एटीएम ठगी का बढ़ता खतरा

देशभर में एटीएम ठगी की घटनाएं बढ़ रही हैं। यह समस्या खासकर बुजुर्गों और तकनीकी रूप से कम जानकार लोगों को अधिक प्रभावित करती है।

  • कैसे होता है यह अपराध?
    ठग अक्सर मदद के बहाने लोगों का कार्ड बदल लेते हैं और पिन जानकर उनका पैसा उड़ा लेते हैं।
  • ठगों की रणनीति:
    • मदद के बहाने पिन नोट करना।
    • कार्ड बदलकर नकली कार्ड देना।
    • फिर पास के एटीएम में बार-बार ट्रांजेक्शन करना।

इतिहास से सीखें: एटीएम धोखाधड़ी के पुराने मामले

एटीएम से ठगी के मामले कोई नई बात नहीं हैं।

  • 2005 में स्किमिंग डिवाइस का उपयोग शुरू हुआ, जिसमें कार्ड की जानकारी चोरी कर ली जाती थी।
  • 2010 के बाद फिशिंग ईमेल और फर्जी कॉल से ठगी के मामले बढ़े।
  • आज, ठग QR कोड, कार्ड क्लोनिंग, और पिन देखकर ठगी जैसे तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

पुलिस और बैंक ने क्या किया?

पीड़ित रघुनंदन प्रसाद ने 22 दिसंबर को डोरंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।

  • पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
  • संबंधित बैंक को भी सूचित किया गया है, ताकि निकासी का पूरा विवरण निकाला जा सके।

डोरंडा थाना प्रभारी ने लोगों से सतर्क रहने और किसी अजनबी को एटीएम के पास मदद करने की इजाजत न देने की सलाह दी है।

कैसे बचें ऐसे ठगी के मामलों से?

  1. अपना पिन गुप्त रखें: एटीएम का उपयोग करते समय पिन को कवर करें।
  2. अजनबियों से सावधान रहें: किसी भी अजनबी की मदद न लें।
  3. अपना कार्ड जांचें: ट्रांजेक्शन के बाद कार्ड पर नाम और नंबर चेक करें।
  4. बैंक को सूचित करें: कार्ड बदलने का संदेह होते ही तुरंत बैंक को सूचित करें।
  5. साइबर हेल्पलाइन का उपयोग करें: किसी भी ठगी का शिकार होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।

बुजुर्गों के लिए विशेष सलाह

  • बैंकिंग से जुड़े कार्यों में किसी परिवार के सदस्य की मदद लें।
  • ऑनलाइन बैंकिंग और एटीएम के सुरक्षित उपयोग के बारे में जागरूक रहें।
  • बैंक और पुलिस की दी गई सुरक्षा गाइडलाइंस का पालन करें।

रांची में हुई यह घटना न केवल साइबर अपराधियों की बढ़ती हिम्मत को दर्शाती है, बल्कि लोगों की असावधानी को भी उजागर करती है। ऐसे मामलों से बचने के लिए जागरूकता और सतर्कता सबसे बड़ा हथियार है।

क्या आपने भी कभी एटीएम ठगी जैसी घटना का सामना किया है? अपनी कहानी शेयर करें और दूसरों को सतर्क करें।

आपकी राय इस घटना पर क्या है? हमें कमेंट में जरूर बताएं।

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