Ranchi Traffic Crackdown: चालान से बचने के लिए वाहन नंबर में छेड़छाड़, ट्रैफिक पुलिस ने 12 वाहन किए जब्त

रांची में ट्रैफिक पुलिस का चालान से बचने के लिए नंबर छुपाने और ब्लैक फिल्म के इस्तेमाल पर सख्त कार्रवाई। 12 वाहन जब्त, ऑन-स्पॉट चालान।

Dec 24, 2024 - 10:12
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Ranchi Traffic Crackdown: चालान से बचने के लिए वाहन नंबर में छेड़छाड़, ट्रैफिक पुलिस ने 12 वाहन किए जब्त
Ranchi Traffic Crackdown: चालान से बचने के लिए वाहन नंबर में छेड़छाड़, ट्रैफिक पुलिस ने 12 वाहन किए जब्त

रांची में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन रोकने और सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। वाहन चालकों के बीच चालान से बचने के लिए रजिस्ट्रेशन नंबर छुपाने या उसमें छेड़छाड़ करने की घटनाएं बढ़ गई हैं। मंगलवार को पुलिस ने ऐसे 12 वाहनों को जब्त कर सख्त कार्रवाई की।

कैसे बढ़ी चालान से बचने की प्रवृत्ति?

रांची के प्रमुख चौकों पर लगाए गए स्मार्ट कैमरे हर ट्रैफिक उल्लंघन को रिकॉर्ड कर रहे हैं। इससे चालान सीधे वाहन मालिक के पास पहुंच रहा है।

  • चालान से बचने के लिए लोग वाहन नंबर छुपाने या बदलने जैसे हथकंडे अपना रहे हैं।
  • कई वाहन चालक ब्लैक फिल्म का उपयोग कर नियम तोड़ रहे हैं।
  • कुछ लोग दोपहिया वाहन पर चार पहिया और तीन पहिया वाहनों के नंबर लगाकर सड़क पर दौड़ते पाए गए।

ट्रैफिक पुलिस की सख्त कार्रवाई

ट्रैफिक डीएसपी प्रमोद केसरी के नेतृत्व में मंगलवार को नामकुम-रामपुर रोड और अन्य क्षेत्रों में अभियान चलाया गया।

  • अभियान के मुख्य बिंदु:
    • बिना हेलमेट और सीट बेल्ट के वाहन चलाना।
    • बिना वैध ड्राइविंग लाइसेंस (DL) के ड्राइविंग।
    • ब्लैक फिल्म लगे वाहनों की चेकिंग।
    • ऑन-स्पॉट चालान।
  • परिणाम:
    • 12 दोपहिया वाहन जब्त।
    • ब्लैक फिल्म वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई।
    • सैकड़ों चालान ऑन-स्पॉट काटे गए।

इतिहास से सीख: सड़क सुरक्षा और चालान का महत्व

ट्रैफिक नियमों का पालन न करना सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण है।

  • 2002 में, भारत में पहली बार ब्लैक फिल्म बैन किया गया था। इसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को रोकना था।
  • 2019 में मोटर व्हीकल एक्ट को संशोधित कर चालान की राशि बढ़ाई गई, जिससे लोगों को नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
  • स्मार्ट कैमरों की शुरुआत ने नियम तोड़ने वालों को पकड़ना और आसान बना दिया है।

सड़क सुरक्षा पर बढ़ता जोर

हाल के वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि देखी गई है।

  • दुर्घटनाओं के आंकड़े:
    झारखंड में हर साल औसतन 3,000 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।
  • ट्रैफिक पुलिस की पहल:
    • राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) और प्रमुख सड़कों पर नियमित अभियान।
    • लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम।

ब्लैक फिल्म और नंबर छुपाने वालों पर कार्रवाई क्यों जरूरी?

ब्लैक फिल्म या नंबर छुपाने वाले वाहन दुर्घटनाओं और अपराधों को बढ़ावा देते हैं।

  • ब्लैक फिल्म का दुरुपयोग:
    • अपराधियों के लिए पहचान छुपाने का आसान तरीका।
    • सड़क पर विजिबिलिटी कम करके दुर्घटनाओं का कारण।
  • नंबर छुपाने का उद्देश्य:
    • ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पकड़े जाने से बचना।
    • गैर-कानूनी गतिविधियों को अंजाम देना।

कैसे बचें चालान और दुर्घटनाओं से?

  1. नियमों का पालन करें: हमेशा हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करें।
  2. वाहन को सही तरीके से रजिस्टर करें: अपने वाहन का नंबर साफ और स्पष्ट रखें।
  3. ब्लैक फिल्म का उपयोग न करें: यह कानून के खिलाफ है।
  4. ड्राइविंग लाइसेंस हमेशा साथ रखें
  5. स्मार्ट कैमरों के प्रति सतर्क रहें: नियम तोड़ने से बचें।

रांची में ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस का यह अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है। सड़क सुरक्षा को गंभीरता से लेने और नियमों का पालन करने की जरूरत है।

क्या आप ट्रैफिक नियमों का पालन करते हैं? क्या आपको चालान कटने का डर रहता है? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं और जागरूकता बढ़ाने में योगदान दें।


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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।