Bihar Initiative – अभिनेत्री नीतू चंद्रा बनीं 'एग्रीफीडर' की सह-संस्थापक, किसानों को मिलेगा सीधा लाभ

बिहार के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभिनेत्री नीतू चंद्रा बनीं 'एग्रीफीडर' स्टार्टअप की सह-संस्थापक। यह पहल किसानों को बाजार तक सीधी पहुंच दिलाएगी और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित करेगी।

Feb 8, 2025 - 16:13
 0
Bihar Initiative – अभिनेत्री नीतू चंद्रा बनीं 'एग्रीफीडर' की सह-संस्थापक, किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
Bihar Initiative – अभिनेत्री नीतू चंद्रा बनीं 'एग्रीफीडर' की सह-संस्थापक, किसानों को मिलेगा सीधा लाभ

पटना: बॉलीवुड और हॉलीवुड में अपनी पहचान बना चुकी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री नीतू चंद्रा ने अपने गृह राज्य बिहार के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की पहल की है। उन्होंने भागलपुर के पीरपैंती स्थित स्टार्टअप 'एग्रीफीडर एग्रीकल्चरल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड' में सह-संस्थापक के रूप में निवेश किया है। इस कदम से किसानों को बाजार तक सीधी पहुंच मिलेगी और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे

'एग्रीफीडर' कैसे बदलेगा बिहार के किसानों की तकदीर?

'एग्रीफीडर' के संस्थापक रमन कुमार, रौनक कुमार और प्रिया पांडेय ने इस स्टार्टअप की नींव छोटे और सीमांत किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए रखी थी। आज 5000 से अधिक किसान इस प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं, जिनमें 1000 से अधिक महिला किसान भी शामिल हैं।

इस पहल का उद्देश्य किसानों को बिचौलियों के जाल से मुक्त कराकर उनके उत्पादों का उचित मूल्य दिलाना है। इसके तहत बिहार के प्रसिद्ध सत्तू, कतरनी चावल और जर्दालू आम जैसे पारंपरिक उत्पादों को देशभर में सप्लाई किया जाएगा

नीतू चंद्रा का किसानों के लिए संकल्प

पटना में जन्मी नीतू चंद्रा अपनी जड़ों से गहराई से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने 'एग्रीफीडर' से जुड़ने के फैसले के पीछे की वजह बताते हुए कहा, "बिहार के किसान मेहनती हैं, लेकिन उन्हें सही बाजार और उचित दाम नहीं मिल पाता। मैं इस पहल के जरिए उनकी आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना चाहती हूं, खासतौर पर महिला किसानों की।"

उन्होंने आगे कहा, "1000 से अधिक महिला किसानों का 'एग्रीफीडर' नेटवर्क का हिस्सा बनना लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।"

किसानों को क्या सुविधाएं देगा 'एग्रीफीडर'?

  • सीधे उपभोक्ताओं से जुड़ने का मौका – अब किसान अपने उत्पादों को सीधे बेच सकेंगे।
  • बायो-फर्टिलाइजर और उन्नत बीज – खेती के लिए जैविक खाद और बेहतरीन बीज उपलब्ध कराए जाएंगे।
  • टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग सपोर्ट – किसानों को डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए अपने उत्पादों की ब्रांडिंग करने में मदद मिलेगी।
  • पूर्व और पश्चात-फसल प्रबंधन – सही तकनीकों से उत्पादन और भंडारण बेहतर होगा।

बिहार के किसान होंगे आत्मनिर्भर

'एग्रीफीडर' के संस्थापक रमन कुमार ने कहा, "नीतू चंद्रा के इस पहल से जुड़ने से ब्रांड को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी, जिससे बिहार के किसानों को सीधा फायदा होगा।"

'एग्रीफीडर' का लक्ष्य अगले तीन वर्षों में 10 लाख ग्राहकों तक अपने उत्पाद पहुंचाने का है। यह स्टार्टअप बिहार के 50,000 से अधिक किसानों को नई तकनीकों से जोड़ चुका है और आगे इसे और विस्तार दिया जाएगा।

बिहार के लिए कृषि क्षेत्र में क्रांति

यह स्टार्टअप बिहार के पारंपरिक कृषि उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नीतू चंद्रा के इस प्रयास से बिहार के किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनने का मौका मिलेगा और गांवों में स्वरोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।