Russia -Ukren war - जंग रोकने के लिए पुतिन को खर्च करने पड़ेंगे 300 अरब डॉलर , यूक्रेन ने रखी ये शर्त
रूस और यूक्रेन युद्ध को अगर पुतिन खत्म करना चाहते है तो उन्हें 300 अरब डॉलर की रकम चुकानी होगी। ये संपत्ति यूक्रेन के निर्माण के लिए खर्च होगी। वहीं ट्रंप के एक बयान के बाद जेलेंस्की की सत्ता पर खतरा मंडराने लगा है।

रूस - यूक्रेन युद्ध विराम न्यूज: रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से चली आ रही जंग बहुत जल्द थम सकती है। क्योंकि इसके पीछे सुपर पॉवर अमेरिका बहुत तेजी से काम कर रहा है। बीते 18 फरवरी को साउदी अरब के की राजधानी रियाद में जब रूस और अमेरिका के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की थी। तो युद्ध को जल्द समाप्त करने पर सहमति बनी थी। खबर के मुताबिक रूस अगर इस जंग को खत्म करना चाहता है तो उसे लगभग 300 अरब डॉलर की रकम चुकानी होगी। इस बात पर रूस लगभग सहमत भी हो गया है। यूरोप में फ्रीज की गई संपत्ति से यूक्रेन का निर्माण किया जाएगा। लेकिन रूस ने कहा है कि इस पैसे का इस्तेमाल यूक्रेन के उस पांचवें हिस्से में किया जाएगा। जहां रूस की सेना का नियंत्रण है।
क्या वाकई जंग समाप्त होगी
24 फरवरी 2022 ये वो तारीख है। जिस दिन रूस ने यूक्रेन पर एक के बाद एक मिसाइल अटैक कर यूक्रेन को झकझोर दिया था। और युद्ध की शुरुआत कर दी थी। जिसके बाद पूरी दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध का खतरा भी मंडराने लगा था। रूस - यूक्रेन युद्ध शुरू होते ही पूरी दुनिया दो हिस्सो मे बंट गई थी। जहां अमेरिका, ब्रिटेन और नाटो समेत देश यूक्रेन के साथ खड़े दिखाई दिए तो चीन, ईरान, पाकिस्तान, जैसे देश रूस के साथ थे। वहीं भारत पूरे युद्ध में खुद को तटस्थ मान रहा था। वैसे दोनों ओर बड़ी संख्या में सैनिक और आम लोग मारे गए है। लेकिन अब युद्ध बहुत जल्द समाप्त की ओर दिख रहा है। यूक्रेन का पूर्वी हिस्सा पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। लाखों यूक्रेनी भागकर दूसरे देशों में जा पहुंचे। वहीं युद्ध विराम को लेकर रूस ने साफ कर दिया है कि यूक्रेनी सेना वहां से चली जाए। इसके अलावा यूक्रेन नाटो में शामिल होने का प्रयास बिलकुल बंद दे। तो जेलेंस्की का कहना है कि रूस अपनी सेना हमारे इलाको से हटाए। और यूरोपीय देश उसे सुरक्षा की गारंटी दे।
युद्ध विराम में ट्रंप का अहम रोल
रूस और यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप अहम भूमिका निभाने वाले है। ट्रंप का कहना है कि वो रूस को फिर से G7 का हिस्सा बनाना चाहते है। वहीं ट्रंप ने जेलेंस्की की शर्तो को बेतुका बताया। रियाद में हुई बातचीत में यह भी कहा गया कि रूस अगर युद्ध विराम चाहता है तो उसे 300 अरब डॉलर खर्च करने होंगे। यानी भारतीय रुपयों में उसकी संख्या है 2,59,90,92,00,00,000 है। इस रकम से यूक्रेन के एक हिस्से का निर्माण होगा। बता दें कि युद्ध के बाद अमेरिका और उसके सहयोगियों ने रूस के केंद्रीय बैंक और वित्त मंत्रालय से जुड़े लेन देन पर बैन लगा दिया था। ट्रंप को पता है कि पुतिन एक जिद्दी नेता है। वो झुकने वाले नही है। इसलिए पुतिन के साथ नरमी से बात करके ही युद्ध समाप्त किया जा सकता है।
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