Jamshedpur Survey Meeting: स्वच्छता रैंकिंग सुधारने के लिए नगर निगम ने बनाई नई रणनीति

जमशेदपुर के मानगो नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में बेहतर रैंकिंग के लिए नागरिकों से अधिकतम फीडबैक जुटाने की योजना बनाई है। जानिए नगर निगम की नई रणनीति और आगे की योजनाएं।

Feb 24, 2025 - 20:58
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Jamshedpur Survey Meeting: स्वच्छता रैंकिंग सुधारने के लिए नगर निगम ने बनाई नई रणनीति
Jamshedpur Survey Meeting: स्वच्छता रैंकिंग सुधारने के लिए नगर निगम ने बनाई नई रणनीति

जमशेदपुर – स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में मानगो नगर निगम की रैंकिंग सुधारने के लिए नगर प्रशासन ने नई रणनीति तैयार की है। नागरिकों से अधिक से अधिक फीडबैक जुटाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने एक विशेष बैठक की, जिसमें तय किया गया कि शहर के विभिन्न इलाकों में टीमें भेजी जाएंगी ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके और उनका फीडबैक दर्ज किया जाए। इस बैठक की अध्यक्षता सहायक नगर आयुक्त ने की और उपनगर आयुक्त के निर्देशानुसार इसे लागू करने की योजना बनाई गई।

स्वच्छता सर्वेक्षण में क्यों जरूरी है नागरिक फीडबैक?

स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के तहत देशभर के शहरों को साफ-सफाई, कचरा प्रबंधन और नागरिक भागीदारी के आधार पर रैंकिंग दी जाएगी। इसमें नागरिकों का फीडबैक सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जितने अधिक नागरिक अपने शहर के लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया देंगे, रैंकिंग उतनी ही बेहतर होगी। इसी उद्देश्य से मानगो नगर निगम ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में टीमें भेजने का फैसला किया है।

नगर निगम की रणनीति क्या है?

नगर निगम की योजना के अनुसार –

  • स्कूल, कॉलेज, पार्क, मॉल, रेस्टोरेंट, अस्पताल, बाजार और अन्य सार्वजनिक स्थलों को चिन्हित कर योजनाबद्ध तरीके से फीडबैक लिया जाएगा।
  • नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी मिलकर अलग-अलग टीमें बनाएंगे, जो नागरिकों को जागरूक करने के साथ उनका फीडबैक भी दर्ज करेंगी।
  • मानगो की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार लाने के लिए जनता की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

बैठक में कौन-कौन मौजूद था?

इस बैठक में सहायक नगर आयुक्त के अलावा कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी शामिल हुए, जिनमें नगर प्रबंधक, सफाई पर्यवेक्षक, कनीय अभियंता समेत मानगो नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर भी मौजूद थे। प्रमुख नामों में मुख्तार आलम खान, प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मण प्रसाद, ताहिर हुसैन, केपी रवि और शेख निजामुद्दीन शामिल थे।

क्या है स्वच्छता सर्वेक्षण का इतिहास?

भारत में स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरुआत 2016 में हुई थी, जिसका उद्देश्य शहरों की सफाई व्यवस्था में सुधार लाना और नागरिकों को इसमें भागीदार बनाना था। हर साल इस सर्वेक्षण में शहरों की रैंकिंग दी जाती है और शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले शहरों को विशेष पुरस्कार दिए जाते हैं।

पिछले कुछ वर्षों में इंदौर और सूरत जैसे शहरों ने स्वच्छता में रिकॉर्ड बनाए हैं, लेकिन झारखंड के शहर अब भी पिछड़ रहे हैं। जमशेदपुर और विशेष रूप से मानगो इलाके को इस बार स्वच्छता रैंकिंग में सुधार लाने के लिए नागरिकों का अधिकतम समर्थन जुटाना होगा।

क्या होगा आगे?

अगर नगर निगम की यह रणनीति सफल होती है, तो मानगो की स्वच्छता रैंकिंग में जबरदस्त सुधार हो सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नागरिक इसमें कितनी भागीदारी निभाते हैं और यह योजना कितनी सफल होती है।

नगर निगम के इस कदम से जमशेदपुर का स्वच्छता स्तर सुधारने में कितनी मदद मिलेगी, यह आने वाले महीनों में साफ हो जाएगा।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।