जमशेदपुर में दिल दहलाने वाला हादसा: बंद फाटक पार करते वक्त कारोबारी की मां की दर्दनाक मौत!

जमशेदपुर: जुगसलाई के बंद फाटक पर ट्रेन की चपेट में आई कारोबारी की मां, मौके पर मौत – फाटक पार करना जानलेवा

Jun 21, 2024 - 11:54
Jun 21, 2024 - 11:56
जमशेदपुर में दिल दहलाने वाला हादसा: बंद फाटक पार करते वक्त कारोबारी की मां की दर्दनाक मौत!
जमशेदपुर: जुगसलाई के बंद फाटक पर ट्रेन की चपेट में आई कारोबारी की मां, मौके पर मौत – फाटक पार करना जानलेवा

जमशेदपुर के जुगसलाई रेलवे फाटक के पास एक दर्दनाक हादसे में एक कारोबारी की मां की मौत हो गई। जुगसलाई नया बाजार निवासी राजकुमार मित्तल की मां सरोज देवी, ब्रह्मकुमारी के योग शिविर में हिस्सा लेकर लौट रही थीं। जब वह ऑटो से उतरकर घर की ओर जा रही थीं, उसी समय जुगसलाई के बंद फाटक के किनारे से पार करते हुए वे आसनसोल मेमू ट्रेन की चपेट में आ गईं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सरोज देवी को सुनाई नहीं देता था, जिससे वह ट्रेन को न देख पाईं और न ही सुन सकीं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जब उन्होंने अचानक ट्रेन को आते देखा तो वे हड़बड़ा गईं और उनका चप्पल फाटक में फंस गया, जिससे वे गिर पड़ीं और ट्रेन की चपेट में आ गईं। इस दुर्घटना में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

यह घटना स्थानीय निवासियों के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि बंद फाटक को पार करना कितना खतरनाक हो सकता है। फाटक के बंद होने के बावजूद लोग जान की परवाह किए बिना इसे पार करने की कोशिश करते हैं। लगभग एक साल से यहां फुटओवरब्रिज बनाने की बात हो रही है, लेकिन आज तक इसे पूरा नहीं किया गया है, जिसके चलते ऐसी दुखद घटनाएं हो रही हैं।

स्थानीय प्रशासन ने इस घटना के बाद लोगों से अपील की है कि वे बंद फाटक को पार करने की कोशिश न करें और सुरक्षित मार्ग का उपयोग करें। सुरक्षा नियमों का पालन करना और रेलवे के निर्देशों का सख्ती से पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस तरह की घटनाएं न केवल व्यक्तिगत नुकसान पहुंचाती हैं बल्कि पूरे समुदाय को प्रभावित करती हैं।

आम लोगों को भी सचेत रहना आवश्यक है और अपने परिवारों को रेलवे फाटक के खतरों के बारे में जागरूक करना चाहिए। रेलवे अधिकारियों को भी इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।