Rajnagar Blanket Distribution: मुखिया सानो राम टुडू ने ठंड में बांटे कंबल, जानिए किसे मिला फायदा

राजनगर के गोविंदपुर पंचायत में मुखिया सानो राम टुडू ने जरूरतमंद वृद्धजनों के बीच कंबल वितरण किया। जानिए इस कार्यक्रम की खास बातें और किसे मिला लाभ।

Jan 12, 2025 - 18:12
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Rajnagar Blanket Distribution: मुखिया सानो राम टुडू ने ठंड में बांटे कंबल, जानिए किसे मिला फायदा
Rajnagar Blanket Distribution: मुखिया सानो राम टुडू ने ठंड में बांटे कंबल, जानिए किसे मिला फायदा

झारखंड के राजनगर स्थित गोविंदपुर पंचायत में इस कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए पंचायत के मुखिया सानो राम टुडू ने वृद्धजनों के बीच कंबल वितरण किया। इस पहल का उद्देश्य था कि सर्दी के मौसम में जरूरतमंद लोगों को राहत पहुंचाई जा सके।

हर साल होती है यह सामाजिक पहल:
गोविंदपुर पंचायत में हर वर्ष की तरह इस बार भी जरूरतमंद वृद्धजनों को सर्दी से बचाव के लिए कंबल बांटे गए। मुखिया सानो राम टुडू ने अपने करकमलों से यह वितरण किया और बताया कि इस वर्ष पंचायत के प्रत्येक वार्ड के लिए 10-10 कंबल उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें से अधिकांश का वितरण पूरा हो चुका है, जबकि कुछ जरूरतमंदों को अगले दिन राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी।

किसे मिला कंबल और कितने वितरित हुए?
वितरण के दौरान पंचायत के अलग-अलग क्षेत्रों के वृद्धजनों को राहत दी गई। वितरण का विवरण इस प्रकार रहा:

  • बनकाटी गांव: 20 कंबल (दो वार्डों के लिए)
  • रुतडीह: 10 कंबल
  • अमलटोला: 7 कंबल
  • बोंगडान्डु: 10 कंबल
  • खोकरो: 4 कंबल
  • खैरबानी: 6 कंबल

मुखिया सानो राम टुडू का बयान:
मुखिया सानो राम टुडू ने कहा:
"पंचायत में हर जरूरतमंद तक राहत पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। जो लोग इस बार छूट गए हैं, उन्हें अगले दिन कंबल उपलब्ध कराया जाएगा।"

सामाजिक सरोकार और लायंस क्लब की पहल:
इस कंबल वितरण कार्यक्रम के साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA), सरायकेला-खरसावां के तत्वावधान में पारा लीगल वॉलंटियर (PLV) रविकांत भगत ने पंचायत के लोगों को विधिक सेवा और उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया।

क्या है जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA)?
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) एक सरकारी संगठन है, जो जरूरतमंद और गरीब लोगों को निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करता है। इसका मुख्य उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करना और न्याय दिलाना है।

इतिहास से जुड़ाव:
झारखंड और बिहार जैसे राज्यों में सर्दी के मौसम में अक्सर कंबल वितरण जैसे सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ऐसी पहलें 1950 के दशक से देखी जा रही हैं, जब विनोबा भावे जैसे समाज सुधारकों ने जरूरतमंदों की सहायता के लिए भूदान आंदोलन और अन्य राहत अभियानों की शुरुआत की थी।

कंबल वितरण का महत्व:
इस तरह के सामाजिक कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य सिर्फ राहत पहुंचाना ही नहीं, बल्कि समाज में सामूहिक सहयोग और सद्भावना को बढ़ावा देना भी है। राजनगर में कंबल वितरण ने पंचायत में सकारात्मक माहौल बनाया और सभी ने मुखिया सानो राम टुडू के इस कार्य की सराहना की।

कार्यक्रम की सफलता और भविष्य की योजनाएं:
मुखिया ने यह भी बताया कि भविष्य में पंचायत में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर और शैक्षणिक जागरूकता अभियान जैसे कार्यक्रमों की भी योजना है, जिससे ग्रामीणों को अधिक लाभ मिल सके।

गोविंदपुर पंचायत में कंबल वितरण का यह कार्य सिर्फ एक सामाजिक पहल नहीं, बल्कि जरूरतमंदों के लिए राहत और सामुदायिक जागरूकता का एक प्रेरणादायक उदाहरण है। ऐसे आयोजनों से समाज में सकारात्मक बदलाव आते हैं और लोगों को एकजुटता और सेवा की भावना का अनुभव होता है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।