Small Business Idea: गांव के पीछे लगाया प्लांट और बन गया लखपति, सिर्फ 45 दिन में सालभर की कमाई

मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक किसान ने घर के पीछे पिपरमेंट तेल निकालने का प्लांट लगाकर सिर्फ 45 दिन में लाखों की कमाई कर ली। जानिए कैसे आप भी इस छोटे निवेश वाले बिजनेस से बन सकते हैं लखपति।

Apr 13, 2025 - 19:51
 0
Small Business Idea: गांव के पीछे लगाया प्लांट और बन गया लखपति, सिर्फ 45 दिन में सालभर की कमाई
Small Business Idea: गांव के पीछे लगाया प्लांट और बन गया लखपति, सिर्फ 45 दिन में सालभर की कमाई

अगर आप नौकरी के साथ-साथ एक ऐसे बिजनेस की तलाश में हैं जिसमें कम समय में मोटा मुनाफा हो, तो पिपरमेंट तेल का यह बिजनेस आपके लिए किसी खजाने से कम नहीं। यह कोई हवा-हवाई प्लान नहीं है, बल्कि मध्य प्रदेश के छतरपुर के एक किसान राममिलन पटेल ने इसे हकीकत में बदलकर दिखाया है।

राममिलन ने अपने घर के पीछे पिपरमेंट तेल निकालने का प्लांट लगाया और महज 45 दिन में ही इतनी कमाई कर ली जितनी आम लोग पूरे साल में नहीं कर पाते।

इतिहास से समझिए – क्यों खास है पिपरमेंट का तेल?

पिपरमेंट यानी मेंथा, भारत में दशकों से एक प्रमुख औषधीय पौधे के रूप में जाना जाता रहा है। इसकी खेती सबसे पहले उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शुरू हुई थी और धीरे-धीरे यह मध्य भारत तक फैल गई। पिपरमेंट का तेल दर्द निवारक, ठंड में राहत देने वाला और कई आयुर्वेदिक उत्पादों में इस्तेमाल होता है। यही वजह है कि इसकी डिमांड साल-दर-साल बढ़ रही है।

लेकिन इस फसल की सबसे बड़ी खासियत है – इसका तेल, और उस तेल को निकालने का बिजनेस आज एक सुनहरा मौका बन गया है।

किस तरह काम करता है पिपरमेंट प्लांट?

राममिलन पटेल बताते हैं कि इस प्लांट में पिपरमेंट के पौधों को एक टैंक में भरा जाता है। टैंक के नीचे एक पानी से भरा टैंक होता है, जो भाप बनाता है। पत्तियों से निकली भाप पाइप के ज़रिए दूसरे टैंक में जाती है, जहां वह ठंडी होकर तेल और पानी में बदल जाती है। तेल ऊपर तैरता है और यहीं से उसे अलग कर लिया जाता है।

इस प्रोसेस में किसी हाईटेक मशीन की ज़रूरत नहीं होती। ज़्यादातर उपकरण लोकल स्तर पर आसानी से बनवाए जा सकते हैं।

कितना आता है खर्च, और क्या है मुनाफा?

राममिलन ने बताया कि उन्होंने दो यूनिट लगाए थे और इसमें कुल 3.5 लाख रुपये का खर्च आया। हालांकि, सरकारी सब्सिडी मिलने की संभावना भी रहती है लेकिन उन्होंने अपनी व्यवस्था खुद की। वह कहते हैं, “सिर्फ डेढ़ महीने में ही इतना काम हो जाता है कि सालभर की कमाई निकल जाती है।”

प्लांट का चार्ज प्रति लीटर 50 से 60 रुपये लिया जाता है। हर दिन 24 घंटे काम चलता है, क्योंकि किसानों को अपनी फसल तुरंत प्रोसेस करवानी होती है। इस दौरान पटेल लगभग 2-3 लाख रुपये तक का मुनाफा आराम से कमा लेते हैं – वो भी सिर्फ डेढ़ महीने के भीतर।

बिजनेस में क्यों है दम?

  • डिमांड बढ़ती जा रही है: पिपरमेंट का उपयोग कॉस्मेटिक्स, दवाइयों और ठंडा करने वाले उत्पादों में होता है।

  • कम समय में कमाई: सिर्फ 45 दिन का काम, और पूरे साल की आमदनी।

  • छोटा निवेश, बड़ा रिटर्न: 3.5 लाख के निवेश पर 3 लाख तक का सालाना मुनाफा।

  • गांवों में प्लांट की कमी: ज्यादातर किसान खुद तेल नहीं निकाल सकते, उन्हें प्रोसेसिंग के लिए ऐसे ही प्लांट की ज़रूरत होती है।

आप कैसे शुरू कर सकते हैं?

  • लोकल लेवल पर जानकारी लें – अपने क्षेत्र में मेंथा की खेती होती है या नहीं, यह सबसे पहले जांचें।

  • सरकारी योजनाएं देखें – कृषि विभाग से बात करें, सब्सिडी या लोन की जानकारी लें।

  • कम स्केल से शुरुआत करें – शुरुआत में एक यूनिट लगाकर ट्रायल करें।

अगर आप कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने का सपना देख रहे हैं, तो यह बिजनेस आपके लिए परफेक्ट है। खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां खेती के बाद किसान के पास अतिरिक्त संसाधन होते हैं, वहां यह प्लांट एक नया जीवन बदलने वाला मौका बन सकता है।

तो अब देर किस बात की? पिपरमेंट की महक से अपनी किस्मत बदलने का वक्त आ गया है!

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।