रिलायंस ने रचा इतिहास: ₹10 लाख करोड़ वार्षिक राजस्व पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी, जानिए और क्या हैं बड़ी उपलब्धियां
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने ₹10 लाख करोड़ वार्षिक राजस्व पार करते हुए इतिहास रचा। जानिए कंपनी की अन्य बड़ी उपलब्धियों, निवेश, और भविष्य की योजनाओं के बारे में।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने एक नया इतिहास रचते हुए ₹10 लाख करोड़ वार्षिक राजस्व पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बनकर अपनी साख मजबूत की है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का खुलासा RIL की वार्षिक आम बैठक (AGM) के दौरान चेयरमैन मुकेश अंबानी ने किया। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए, रिलायंस ने ₹79,020 करोड़ (USD 9.5 बिलियन) के शुद्ध लाभ के साथ ₹10,00,122 करोड़ (USD 119.9 बिलियन) का रिकॉर्ड समेकित कारोबार दर्ज किया।
निर्यात और कर योगदान में रिलायंस की बड़ी भागीदारी
रिलायंस का निर्यात भी उल्लेखनीय रहा, जो ₹2,99,832 करोड़ (यूएसडी 35.9 बिलियन) तक पहुंच गया। यह भारत के कुल व्यापारिक निर्यात का 8.2% है, जो कंपनी की वैश्विक पहुंच और योगदान को दर्शाता है। इसके अलावा, RIL ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान विभिन्न करों और शुल्कों के माध्यम से राष्ट्रीय खजाने में ₹1,86,440 करोड़ (यूएसडी 22.4 बिलियन) का योगदान भी दिया। पिछले तीन वर्षों में, कंपनी का राजकोष में कुल योगदान ₹5.5 लाख करोड़ (यूएसडी 68.7 बिलियन) से अधिक हो गया है, जो किसी भी भारतीय निगम द्वारा किया गया सबसे बड़ा योगदान है।
निवेश और CSR में रिलायंस का प्रमुख योगदान
रिलायंस की निवेश नीति ने भी अपनी छाप छोड़ी है। पिछले तीन वर्षों में कंपनी ने ₹5.28 लाख करोड़ (USD 66.0 बिलियन) से अधिक का निवेश किया है, जो उसके विस्तार और विकास के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को स्पष्ट करता है। इसके साथ ही, रिलायंस ने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत भी उल्लेखनीय योगदान दिया है। पिछले वर्ष कंपनी ने अपने CSR खर्च को 25% बढ़ाकर ₹1,592 करोड़ (USD 191 मिलियन) कर दिया। पिछले तीन वर्षों में कुल CSR व्यय ₹4,000 करोड़ (USD 502 मिलियन) से अधिक हो गया है, जिससे रिलायंस भारतीय कॉरपोरेट्स में सबसे बड़ा CSR योगदानकर्ता बन गया है।
रोजगार सृजन और भविष्य की योजनाएँ
रिलायंस ने रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी ने पिछले साल 1.7 लाख से ज़्यादा नई नौकरियाँ जोड़ीं, जिससे उसके कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़कर लगभग 6.5 लाख हो गई है। इसके अलावा, रिलायंस 1:1 बोनस शेयर जारी करने पर विचार कर रही है, जिससे उसके निवेशकों की हिस्सेदारी दोगुनी हो जाएगी। इस पर अंतिम निर्णय 5 सितंबर, 2024 को होने वाली बोर्ड मीटिंग में लिया जाएगा।
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