Pahalgam Attack: NSE ने दिखाया इंसानियत का चेहरा, शहीदों के परिवारों को बड़ी मदद
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने दिया राहत का भरोसा, हर परिवार को मिलेगी आर्थिक सहायता। पढ़िए पूरी खबर।
22 अप्रैल 2025 को जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में आतंकी हमला हुआ, तो पूरा देश सन्न रह गया। इस हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई, और अनगिनत परिवारों की दुनिया उजड़ गई। अब, ऐसे मुश्किल समय में, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए पीड़ित परिवारों के लिए बड़ी आर्थिक सहायता का ऐलान किया है।
एनएसई ने घोषणा की है कि वह इस जघन्य हमले के शहीदों के परिवारों को कुल 1 करोड़ रुपये की मदद देगा। हर पीड़ित परिवार को लगभग 4 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। एनएसई का यह कदम केवल आर्थिक मदद नहीं, बल्कि एक मजबूत संदेश भी है कि देश अपने नागरिकों के दुख-दर्द में साथ खड़ा है।
इतिहास में झांकें तो...
भारत का इतिहास गवाह है कि whenever कोई आतंकी हमला देश को झकझोरता है, तो न सिर्फ सरकार, बल्कि कई निजी और सार्वजनिक संस्थान भी मदद के लिए आगे आते हैं। 26/11 मुंबई हमलों के दौरान भी कई कॉर्पोरेट कंपनियों ने पीड़ित परिवारों के लिए राहत कोष बनाया था। एनएसई का यह प्रयास उसी परंपरा का आधुनिक उदाहरण है।
NSE का भावनात्मक संदेश
एनएसई के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री आशीषकुमार चौहान ने अपने बयान में कहा,
"यह हमारे देश के लिए सामूहिक शोक का क्षण है। हमारी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। इस संकट की घड़ी में हम उनके साथ मजबूती से खड़े हैं और हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
इस भावनात्मक अपील ने कई दिलों को छुआ है और सोशल मीडिया पर भी इसे व्यापक समर्थन मिल रहा है।
आतंकी हमले की भयावहता
22 अप्रैल को हुआ यह हमला कई मायनों में बेहद निंदनीय था। पहलगाम, जिसे अपने सुरम्य नजारों और अमरनाथ यात्रा के लिए जाना जाता है, आतंकियों के इस हमले से लहूलुहान हो गया। सुरक्षा एजेंसियां अब भी घटना की गहन जांच कर रही हैं और कई संदिग्धों की तलाश जारी है।
एनएसई क्यों बना उम्मीद की किरण?
आर्थिक मदद से कहीं बढ़कर, एनएसई ने पीड़ित परिवारों को यह भरोसा दिया है कि वे अकेले नहीं हैं। देश की सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज संस्थाओं में से एक एनएसई का यह कदम बाकी बड़े कॉर्पोरेट्स के लिए भी एक मिसाल बन सकता है। जब सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की बात आती है, तो एनएसई ने यह दिखा दिया है कि संवेदना केवल शब्दों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, उसे कर्मों से भी साबित करना चाहिए।
आगे क्या?
सवाल यह है कि क्या अन्य कंपनियां भी इस पहल में शामिल होंगी? क्या देश का हर नागरिक इस दर्दनाक घटना के शिकार परिवारों के लिए कुछ कर सकेगा? यह समय केवल दुखी होने का नहीं, बल्कि एकजुट होकर पीड़ितों के घाव भरने का भी है।
Pahalgam Attack ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया, लेकिन एनएसई जैसे संगठनों की पहल हमें यह भी सिखाती है कि हर अंधेरे के बाद एक उम्मीद की किरण जरूर होती है। आज जब देश शोक में डूबा है, ऐसे में एनएसई का यह कदम एक उजाला बनकर सामने आया है।
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