जमशेदपुर का अनूठा ज्योतिष शिक्षण संस्थान: विज्ञान आधारित ज्योतिष, हस्तरेखा और वास्तु का ज्ञान

क्या विज्ञान और ज्योतिष एक साथ काम कर सकते हैं? जानिए जमशेदपुर स्थित ज्योतिष शिक्षण संस्थान की अनूठी शिक्षण पद्धति, जहां ज्योतिष, हस्तरेखा और वास्तु का ज्ञान विज्ञान पर आधारित होता है।

Sep 5, 2024 - 12:58
Sep 5, 2024 - 13:29
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जमशेदपुर का अनूठा ज्योतिष शिक्षण संस्थान: विज्ञान आधारित ज्योतिष, हस्तरेखा और वास्तु का ज्ञान
जमशेदपुर का अनूठा ज्योतिष शिक्षण संस्थान: विज्ञान आधारित ज्योतिष, हस्तरेखा और वास्तु का ज्ञान

जमशेदपुर का अनूठा ज्योतिष शिक्षण संस्थान: विज्ञान आधारित ज्योतिष, हस्तरेखा और वास्तु का ज्ञान

जमशेदपुर। झारखंड राज्य के एकमात्र ज्योतिष शिक्षण संस्थान 'सेंटर ऑफ एस्ट्रोलॉजिकल स्टडी एंड रिसर्च फॉर पब्लिक वेलफेयर' ने शिक्षक दिवस के अवसर पर 5 सितंबर 2024 को एक भव्य अनुष्ठान का आयोजन किया। यह कार्यक्रम बिष्टुपुर स्थित होटल बुलेवर्ड के ओक रूम में आयोजित किया गया, जिसमें ज्योतिष, हस्तरेखा, और वास्तु के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले सदस्यों और छात्रों को सम्मानित किया गया।

संस्थान की विशेषता यह है कि यहां ज्योतिष, हस्तरेखा और वास्तु के विषय में जो भी पढ़ाया जाता है, वह पूरी तरह विज्ञान पर आधारित सूत्रों के अनुसरण से तैयार किया गया है। यह पाठ्यक्रम पूरे भारतवर्ष में किसी अन्य संस्थान या विश्वविद्यालय में नहीं सिखाया जाता, जिससे यह संस्थान अपनी अलग पहचान बनाता है। खासकर वास्तुशास्त्र के पाठ्यक्रम को ज्योतिष और विज्ञान के साथ मिलाकर सिखाने का तरीका इस संस्थान को एक विशिष्ट दर्जा प्रदान करता है।

शिक्षक दिवस अनुष्ठान और वार्षिक आम सभा

कार्यक्रम की शुरुआत संस्था के वार्षिक आम सभा से हुई, जिसमें संस्था के प्रमुख सदस्यों का चुनाव किया गया। डॉ. तपन राय को सभा का अध्यक्ष, डॉ. राजेश भारती को सचिव और डॉ. नरेंद्र कुमार को झारखंड राज्य का अध्यक्ष चुना गया। परिषद् समिति के अन्य प्रमुख सदस्यों के रूप में श्रीमती सुप्रभा भट्टाचार्य, श्रीमती मुनमुन रॉय, श्रीमती उषा सोनकर, श्रीमती शुभलक्ष्मी बनर्जी, श्रीमती माधुरी कुमारी, और कुमारी झा का चुनाव किया गया।

ज्योतिषी प्रज्ञानंद कुमार को प्रशिक्षण केंद्र का प्रभारी नियुक्त किया गया, जिन्होंने कार्यक्रम में अपने अनुभवों को साझा किया और छात्रों को प्रेरित किया। इस अनुष्ठान में, पुराने छात्रों ने अपने ज्योतिषिक अनुभव साझा किए और सभी विद्यार्थियों के लिए एक विशेष व्यावहारिक कक्षा का भी आयोजन किया गया।

ज्योतिष, हस्तरेखा और वास्तु का ज्ञान

कार्यक्रम में ज्योतिष, हस्तरेखा, और वास्तुशास्त्र की गहन आलोचना की गई। विशेषज्ञों ने बताया कि ज्योतिष केवल भविष्यवाणी तक सीमित नहीं है, बल्कि जीवन के हर पहलू को सुधारने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। यदि कोई व्यक्ति ज्योतिष के परामर्श को सही तरीके से अपनाए, तो वह अपने जीवन में आने वाली कठिनाइयों को सरल बना सकता है।

सेंटर ऑफ एस्ट्रोलॉजिकल स्टडी एंड रिसर्च फॉर पब्लिक वेलफेयर का यह प्रयास न केवल छात्रों को ज्योतिष और वास्तुशास्त्र का ज्ञान देने में मदद कर रहा है, बल्कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक इस ज्ञान को पहुंचाने का भी प्रयास कर रहा है।

यह कार्यक्रम इस बात का प्रतीक है कि विज्ञान आधारित ज्योतिषिक अध्ययन आज के समय में भी प्रासंगिक है और इसका सही उपयोग व्यक्ति के जीवन को बेहतर बना सकता है। संस्थान ने अपनी अनूठी शिक्षण पद्धति के माध्यम से ज्योतिष और वास्तुशास्त्र को एक नए आयाम में प्रस्तुत किया है।

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Chandna Keshri चंदना केशरी, जो गणित-विज्ञान में इंटरमीडिएट हैं, स्थानीय खबरों और सामाजिक गतिविधियों में निपुण हैं।