Pakur Truck Fire: बीड़ी पत्ते से लदा ट्रक धू-धू कर जला, 40 लाख का नुकसान, पांच घंटे तक मची अफरा-तफरी!
पाकुड़ में बीड़ी पत्ते से लदा ट्रक आग की चपेट में आकर जलकर खाक। दमकल कर्मियों ने पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना में करीब 40 लाख रुपये का नुकसान हुआ।

पाकुड़: बुधवार देर रात हिरणपुर बाजार के पास हाई स्कूल मोड़ पर बीड़ी पत्ते से लदा ट्रक अचानक आग की चपेट में आ गया और पूरी तरह जलकर राख हो गया। घटना रात करीब 2 बजे की है, जब मध्य प्रदेश से सुल्तानगंज जा रहे ट्रक में अचानक आग लग गई। दमकल कर्मियों और पुलिस की कड़ी मशक्कत के बाद करीब पांच घंटे बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक लाखों का नुकसान हो चुका था।
कैसे लगी ट्रक में आग?
प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने की वजह माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि जब ट्रक हिरणपुर बाजार के पास पहुंचा, तो ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार की चिंगारी से बीड़ी पत्तों में आग लग गई।
लेकिन हैरानी की बात यह रही कि ट्रक चालक शेरसिंह गुंदेला को इस बारे में पहले से भनक लग गई थी, फिर भी उन्होंने गाड़ी रोकने के बजाय चलाते रहने का फैसला किया। अगर ट्रक बाजार में रुकता, तो बड़ा हादसा हो सकता था।
पुलिस और दमकल कर्मियों की सतर्कता ने टाला बड़ा हादसा!
हिरणपुर बाजार में गश्त कर रहे एसआई अनिल सिंह और उनकी टीम ने जलते हुए ट्रक को देखकर तुरंत चालक को निर्देश दिया कि वह उसे भीड़भाड़ वाले इलाके से दूर लेकर जाए। चालक ने हिम्मत दिखाते हुए ट्रक को हाई स्कूल मोड़ तक पहुंचाया, जिससे बाजार में बड़ा हादसा टल गया।
इसके बाद दमकल विभाग को सूचना दी गई, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि दो दमकलों का पानी खत्म हो गया। फिर तुरंत पानी की नई टंकियां मंगवाई गईं, जिसके बाद ही पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
ट्रक के टायरों में हुआ धमाका, लोग दहशत में!
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आग लगते ही ट्रक के टायरों में जबरदस्त ब्लास्ट हुआ। धमाकों की आवाज से स्थानीय लोग घबरा गए और कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई।
थाना प्रभारी रंजन कुमार सिंह ने बताया कि आग लगने की वजह से करीब 35-40 लाख रुपये का बीड़ी पत्ता जलकर राख हो गया। मामले की जांच की जा रही है।
क्या कहते हैं ट्रक चालक?
ट्रक चालक शेरसिंह गुंदेला (मध्य प्रदेश निवासी) का कहना है कि आग कैसे लगी, यह उन्हें समझ नहीं आया, लेकिन हिरणपुर पुलिस की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया।
बीड़ी उद्योग पर असर!
झारखंड, बिहार और मध्य प्रदेश में बीड़ी उद्योग एक बड़ा कारोबार है, जहां लाखों लोग इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। बीड़ी बनाने में इस्तेमाल होने वाले पत्तों की कीमत काफी ज्यादा होती है, और इस ट्रक में लदे बीड़ी पत्तों की अनुमानित कीमत 40 लाख रुपये बताई जा रही है। इस आगजनी से बीड़ी उद्योग पर भी असर पड़ सकता है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से की ये मांग!
इस घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों और ट्रक यूनियन ने प्रशासन से मांग की है कि
- बिजली के तारों को ऊंचा किया जाए, ताकि इस तरह की घटनाएं न हों।
- ट्रकों में अग्निशमन उपकरण अनिवार्य किए जाएं।
- हिरणपुर बाजार के पास दमकल चौकी बनाई जाए।
अगर पुलिस की सतर्कता और ट्रक चालक की सूझबूझ न होती, तो यह हादसा और भी बड़ा हो सकता था। हालांकि, इस घटना ने ट्रांसपोर्टरों और बीड़ी व्यवसायियों को एक बड़ा झटका दिया है। प्रशासन को अब ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे।
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