Nawada Appeal: मासूम काव्या की सकुशल वापसी के लिए DM को सौंपा ज्ञापन!
नवादा जिले की 5 वर्षीय काव्या 1 जनवरी से लापता है। जनसुराज प्रतिनिधि मंडल ने DM को ज्ञापन सौंपकर बच्ची की सकुशल वापसी की मांग की है। जानिए पूरा मामला।
नवादा, 10 जनवरी: नवादा जिले के नरहट थाना क्षेत्र के छोटी पाली गांव की पांच वर्षीय काव्या उर्फ शानवी कुमारी के लापता होने के बाद इलाके में चिंता का माहौल है। 1 जनवरी 2025 से लापता काव्या की सुरक्षित वापसी के लिए जनसुराज प्रतिनिधि मंडल ने जिला अधिकारी (DM) को ज्ञापन सौंपा और प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
काव्या अपने घर के बाहर खेलने के दौरान 1 जनवरी को अचानक लापता हो गई। परिवार ने आसपास खोजबीन की लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला। अब, जनसुराज प्रतिनिधि मंडल ने इस गंभीर मामले को लेकर डीएम से औपचारिक अपील की है।
ज्ञापन में रखी गई प्रमुख मांगें:
गोपाल कृष्ण (जनसुराज पार्टी के प्रदेश कार्यवाहक समिति के सदस्य) के नेतृत्व में DM को सौंपे गए ज्ञापन में निम्नलिखित मांगें रखी गई हैं:
- पूरे जिले में अलर्ट जारी: सभी पुलिस थानों को अलर्ट पर रखा जाए।
- पम्पलेट और पोस्टर जारी: काव्या की तस्वीर और विवरण स्कूलों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएं।
- सीमावर्ती क्षेत्रों पर निगरानी: जिले की सीमाओं पर विशेष चौकसी बढ़ाई जाए।
- बाल तस्करी एंगल: मामले में बाल तस्करी की संभावना को ध्यान में रखते हुए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया जाए।
- जनसहभागिता: सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाया जाए।
जनसुराज का काव्या के लिए संघर्ष
प्रतिनिधि मंडल में काव्या के नाना राजेश कुमार, जनसुराज पदयात्री राजकुमार और वाहिनी सदस्य सुमित शामिल थे।
गोपाल कृष्ण ने कहा:
“काव्या की गुमशुदगी ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। हम प्रशासन से अपील करते हैं कि बच्ची को सुरक्षित और जल्द वापस लाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं।”
काव्या के नाना राजेश कुमार ने भावुक होते हुए कहा:
“मुझे भरोसा है कि प्रशासन के सहयोग से मेरी नातिन जल्द घर लौट आएगी। हर गुजरते दिन के साथ हमारी चिंता बढ़ रही है।”
जनसुराज के राजकुमार और सुमित ने इस मामले को पूरे समाज की जिम्मेदारी बताया।
इतिहास में बच्चों की सुरक्षा और जागरूकता की जरूरत
भारत में बाल सुरक्षा को लेकर पहले भी कई जागरूकता अभियान चलाए गए हैं:
- 2012: "Bachpan Bachao Andolan" ने कई लापता बच्चों को उनके घर वापस पहुंचाया।
- 2018: "Track Child Portal" लॉन्च किया गया, जिससे लापता बच्चों की जानकारी को डिजिटल रूप से ट्रैक किया जा सके।
नवादा की घटना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि बाल सुरक्षा के लिए अभी भी सशक्त कदमों की जरूरत है।
DM का आश्वासन और प्रशासन की प्रतिक्रिया
जिला अधिकारी ने ज्ञापन को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
DM ने कहा:
“बच्ची की तलाश के लिए विशेष टीम गठित कर दी गई है। सभी पुलिस स्टेशनों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।”
पुलिस की कार्रवाई:
- सीसीटीवी फुटेज: आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
- स्थानीय सूचना तंत्र: स्थानीय लोगों से भी जानकारी एकत्र की जा रही है।
- मीडिया सहयोग: स्थानीय मीडिया के माध्यम से सूचना प्रसारित की जा रही है।
जनता का बढ़ता समर्थन और जागरूकता अभियान
इस मामले को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में भी रोष है। लोगों ने प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि यह मामला सिर्फ एक परिवार का नहीं बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा से जुड़ा है।
स्थानीय संगठनों ने भी बाल सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने की मांग उठाई है।
उम्मीद बनी हुई है
काव्या की सकुशल वापसी के लिए पूरा नवादा जिला एकजुट है।
- प्रशासन और पुलिस सक्रिय हो चुकी है।
- जनसुराज प्रतिनिधि मंडल का प्रयास सकारात्मक दिशा में है।
- जनता की उम्मीद बनी हुई है कि काव्या जल्द अपने घर लौटेगी।
अब देखना होगा कि प्रशासन अपने वचन को कब तक पूरा कर पाता है।
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