Nalanda Blaze: मोबाइल मार्केट में भीषण आग, 60 लाख का नुकसान!
बिहार के नालंदा में रामचंद्रपुर मोहल्ला स्थित मोबाइल मार्केट में आग लगने से करीब 60 लाख का सामान जलकर खाक हो गया। 14 दमकल गाड़ियों ने 8 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
बिहार के नालंदा जिले के लहेरी थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर मोहल्ला स्थित चाइना बाजार में शुक्रवार सुबह तब अफरा-तफरी मच गई, जब अचानक आग की भयानक लपटें दिखाई देने लगीं। यह हादसा इतना गंभीर था कि 10 मोबाइल दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। 50 से 60 लाख रुपये का सामान जलकर खाक हो गया।
कैसे हुआ हादसा?
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आग की शुरुआत बिजली के खंभे में लगे बॉक्स से हुई। एक छोटी सी चिंगारी ने धीरे-धीरे पूरे मोबाइल मार्केट को आग की लपटों में घेर लिया। यह बाजार मोबाइल रिपेयरिंग और मोबाइल एसेसरीज के लिए प्रसिद्ध है।
सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने दुकान से उठते धुएं को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। आग इतनी भीषण थी कि दमकल विभाग की 14 गाड़ियां आग बुझाने में लग गईं। 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
60 लाख का नुकसान, पर बड़ी त्रासदी टली
इस हादसे में 10 दुकानों का पूरा सामान जलकर खाक हो गया। इन दुकानों में महंगे मोबाइल, पार्ट्स और एसेसरीज थीं। शुरुआती अनुमान के मुताबिक 50 से 60 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। गनीमत यह रही कि दमकल कर्मियों ने समय रहते आग पर काबू पा लिया। वरना इसी बाजार के ऊपर स्थित बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और बजाज फाइनेंस की शाखाएं भी आग की चपेट में आ सकती थीं।
दुकानदारों में मचा हड़कंप
घटना की सूचना मिलते ही दुकानदार अपने-अपने घरों से घटनास्थल पर पहुंचे। जिनकी दुकानें आग की चपेट में नहीं आई थीं, वे जल्दी-जल्दी अपना सामान खाली करने में जुट गए। हादसे के बाद पूरे बाजार में अफरा-तफरी का माहौल था।
बिजली विभाग पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने इस हादसे के लिए बिजली विभाग को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि बिजली के खंभे और तारों की नियमित देखरेख नहीं होती, जिससे इस तरह की घटनाएं होती हैं।
इतिहास: नालंदा और आग की घटनाएं
नालंदा, जो अपने ऐतिहासिक महत्व और शिक्षा के लिए जाना जाता है, में आगजनी की घटनाएं पहले भी हुई हैं। वर्ष 2020 में भी रामचंद्रपुर इलाके में एक मार्केट में आग लगने से करोड़ों का नुकसान हुआ था। यह हादसे प्रशासन की लापरवाही को बार-बार उजागर करते हैं।
प्रशासन की कार्रवाई और सबक
दमकल विभाग ने तत्परता दिखाते हुए बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। लेकिन यह हादसा एक सबक है कि बाजारों और सार्वजनिक स्थानों में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू किया जाए। खासकर, बिजली उपकरणों की नियमित जांच और रखरखाव आवश्यक है।
नालंदा के रामचंद्रपुर मोबाइल मार्केट में आगजनी की यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि छोटी सी लापरवाही कितनी बड़ी तबाही मचा सकती है। प्रशासन और बिजली विभाग को अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
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