Nawada Theft: हिसुआ में ज्वेलरी शॉप समेत कई जगह चोरी, पुलिस पर उठे सवाल
नवादा के हिसुआ और अन्य क्षेत्रों में चोरों का आतंक, ज्वेलरी शॉप, रिटायर्ड दारोगा के घर और मंदिर में हुई चोरी। जानें, चोरी की घटनाओं की पूरी कहानी।
नवादा जिले में ठंड की रातों में चोरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। हाल ही में हिसुआ, गोनावां और गोविंदपुर के थाली बाजार में हुई चोरी की वारदातों ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। इन घटनाओं ने न केवल पुलिस की रात्रि गश्त पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि स्थानीय लोगों की सुरक्षा पर भी चिंता जताई है।
गोनावां: रिटायर्ड दारोगा का घर बना निशाना
जिला मुख्यालय के पास गोनावां में रिटायर्ड दारोगा श्रवण कुमार के घर पर चोरों ने धावा बोला। श्रवण कुमार हाल ही में मुजफ्फरपुर के पारू थाने से सेवानिवृत्त हुए थे। जब उनका परिवार घर बंद कर ससुराल गया हुआ था, चोरों ने पूरे घर को खंगाल डाला।
परिवार के सदस्य ओंकार कुमार ने बताया कि जब वह लौटे, तो घर का मुख्य दरवाजा और अंदर के कमरों के ताले टूटे हुए थे। कमरे में रखा हर सामान बिखरा पड़ा था। चोर 13 तोले सोने के गहने, जिसमें चेन, अंगूठी, कंगन और नकद 50 हजार रुपये शामिल थे, लेकर फरार हो गए।
हिसुआ: ज्वेलरी शॉप में लाखों की चोरी
हिसुआ बाजार के राजगीर रोड स्थित मोहन ज्वेलर्स की दुकान को भी चोरों ने निशाना बनाया। सुबह स्थानीय दुकानदारों ने दुकान के ताले टूटे होने की सूचना दी। दुकान संचालक मोहन कुमार वर्मा के अनुसार, करीब 8 लाख रुपये के गहने चोरी हुए।
इस वारदात ने पुलिस की रात्रि गश्त की पोल खोल दी है। व्यापारियों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि चोरी की बढ़ती घटनाएं पुलिस की निष्क्रियता को उजागर करती हैं।
थाली: मंदिर की दान पेटी का ताला टूटा
गोविंदपुर प्रखंड के थाली बाजार स्थित हनुमान मंदिर में भी चोरों ने हिम्मत दिखाई। मंदिर की दान पेटी का ताला तोड़कर उसमें रखी नकदी लेकर फरार हो गए। हालांकि चोरी गई राशि की सटीक जानकारी नहीं है, लेकिन पुजारी के अनुसार करीब 5 हजार रुपये चोरी हुए हैं।
नवादा में बढ़ती चोरियां: एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
नवादा जिला ऐतिहासिक रूप से अपने सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। लेकिन हाल के वर्षों में बढ़ती चोरी की घटनाओं ने जिले की छवि को प्रभावित किया है। इतिहास बताता है कि नवादा में पहले भी व्यापार और सांस्कृतिक केंद्रों पर सुरक्षा को लेकर समस्याएं रही हैं।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
इन घटनाओं के बाद स्थानीय लोग पुलिस की रात्रि गश्त पर सवाल उठा रहे हैं। चोरी की बढ़ती घटनाओं के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने से लोगों में असुरक्षा का माहौल है।
क्या हो सकता है समाधान?
- रात्रि गश्त को प्रभावी बनाना।
- सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ाना।
- समुदाय-आधारित निगरानी तंत्र का विकास।
नवादा में चोरी की घटनाएं न केवल आर्थिक नुकसान का कारण बन रही हैं, बल्कि लोगों के मन में असुरक्षा की भावना भी बढ़ा रही हैं। पुलिस और प्रशासन को इन घटनाओं पर गंभीरता से ध्यान देना होगा, ताकि नवादा अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को बनाए रख सके।
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