मुरली पब्लिक स्कूल में मनाया गया विश्व भोजन दिवस, बच्चों को बताया भोजन का महत्व
मुरली पब्लिक स्कूल में 16 अक्टूबर 2024 को विश्व भोजन दिवस पर बच्चों को भोजन के महत्व और बर्बादी रोकने के उपायों पर जागरूक किया गया। पौष्टिक आहार पर जोर दिया गया।
मुरली पब्लिक स्कूल (16 अक्टूबर 2024): आज मुरली पब्लिक स्कूल के प्रांगण में विश्व भोजन दिवस मनाया गया। इस अवसर पर बच्चों को भोजन का हमारे जीवन में क्या महत्व है, इसके बारे में जागरूक किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रिंसिपल डॉ. नूतन रानी जी के संबोधन से हुई। उन्होंने बताया कि भोजन सभी प्राणियों के लिए आवश्यक है और हमें स्वच्छ एवं पौष्टिक आहार ग्रहण करना चाहिए ताकि हम स्वस्थ रहें। उन्होंने यह भी कहा कि भोजन की बर्बादी से बचना चाहिए, क्योंकि आज भी दुनिया में कई लोग ऐसे हैं जिन्हें दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं होती।
प्रिंसिपल महोदया ने यह भी समझाया कि हमारे आहार में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, और वसा जैसे तत्व होने चाहिए ताकि हमारा शरीर निरोगी बना रहे।
कार्यक्रम में कक्षा 12 के छात्र वरदान तिवारी ने जंक फूड से बचने की सलाह दी। कक्षा 8 के छात्र लकी राज ने पौष्टिक आहार के महत्व पर जोर दिया। वहीं, कक्षा 8 के ही छात्र राज कुमार ने एक लघु कथा सुनाई, जिसमें 'भोजन के महत्व और उपयोग' पर प्रकाश डाला गया।
इसके बाद शिक्षिका श्रीमती प्रियंका तिवारी ने बच्चों को भोजन की बर्बादी रोकने और इसे गरीबों तक पहुँचाने की आवश्यकता पर अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि बढ़ती जनसंख्या के कारण कई लोग भोजन की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में हमें भोजन की बर्बादी को रोककर इसे सही जगह पहुँचाने का प्रयास करना चाहिए ताकि सभी का शारीरिक और मानसिक विकास हो सके और एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके।
शिक्षिकाओं मालती और टीना ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जो शिक्षिका सुश्री सुशीला कुमारी ने दिया।
इस कार्यक्रम ने बच्चों को भोजन के महत्व को समझने और उसे बर्बाद न करने की सीख दी।
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