Jamshedpur Awareness: एनएसएस छात्राओं की अनोखी पहल, पर्यावरण जागरूकता के साथ पंचायत चुनाव की ली जानकारी
जमशेदपुर के ग्रेजुएट कॉलेज की एनएसएस छात्राओं ने प्रधान टोला गांव में पर्यावरण रैली निकालकर प्लास्टिक मुक्त समाज और हरियाली बढ़ाने का संदेश दिया। साथ ही, ग्राम पंचायत चुनाव और विकास कार्यों की जानकारी भी ली।
जमशेदपुर के ग्रेजुएट कॉलेज की एनएसएस यूनिट 1 द्वारा आयोजित सात दिवसीय कैंप के तीसरे दिन छात्राओं ने प्रधान टोला गांव में पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली। इस रैली का उद्देश्य गांव के लोगों को प्लास्टिक का उपयोग न करने, अधिक से अधिक पेड़ लगाने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना था। इस दौरान छात्राओं ने गांव के मुखिया कालिदास टुडू से मुलाकात की और ग्राम पंचायत के चुनावी प्रक्रिया, प्रतिनिधियों की जिम्मेदारियों और स्थानीय समस्याओं के समाधान के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इस कार्यक्रम का नेतृत्व एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. निशा कोंगारी द्वारा किया गया।
पर्यावरण बचाने के लिए एनएसएस छात्राओं की मुहिम
पर्यावरण संरक्षण आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत बन चुकी है। बढ़ते प्लास्टिक कचरे और घटते पेड़ों के कारण जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं गंभीर रूप से बढ़ रही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, ग्रेजुएट कॉलेज की एनएसएस छात्राओं ने प्रधान टोला गांव में जागरूकता अभियान चलाया।
छात्राओं ने हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर गांव के लोगों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में बताया और उन्हें यह समझाया कि कैसे प्लास्टिक का उपयोग कम करके और अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को बचाया जा सकता है। इस अभियान में गांव के बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों ने भी भाग लिया और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
ग्राम पंचायत चुनाव और विकास कार्यों की समझ
पर्यावरण रैली के बाद, एनएसएस छात्राओं ने गांव के मुखिया कालिदास टुडू से मुलाकात की और ग्राम स्तर पर होने वाले चुनाव, प्रतिनिधियों की भूमिका और जनता की समस्याओं के समाधान की प्रक्रिया को समझा।
मुखिया कालिदास टुडू ने छात्राओं को बताया कि ग्राम पंचायत चुनाव ग्रामीण प्रशासन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। पंचायत चुनाव के माध्यम से स्थानीय जनता अपने प्रतिनिधियों को चुनती है, जो गांव के विकास कार्यों को सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गांव की समस्याएं कैसे पंचायत स्तर पर सुलझाई जाती हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ जनता तक कैसे पहुंचाया जाता है।
छात्राओं का अनुभव: एक सीखने योग्य अवसर
एनएसएस कैंप में शामिल छात्राओं ने इस जागरूकता अभियान को एक महत्वपूर्ण अनुभव बताया। उन्होंने कहा कि यह अभियान न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक रहा, बल्कि उन्हें ग्रामीण प्रशासन और पंचायत व्यवस्था को समझने का भी मौका मिला।
एक छात्रा ने कहा, "हमें यह समझ आया कि पंचायत चुनाव केवल वोट डालने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे गांव के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक रहना चाहिए।"
एनएसएस का योगदान: शिक्षा से समाज सेवा तक
एनएसएस (National Service Scheme) का उद्देश्य युवाओं को सामाजिक सेवा और जागरूकता अभियानों से जोड़ना है। इसके तहत छात्र विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते हैं, जिससे वे समाज को करीब से समझ पाते हैं और सामाजिक समस्याओं के समाधान की दिशा में काम कर सकते हैं।
डॉ. निशा कोंगारी, जो इस पूरे अभियान की नेतृत्वकर्ता हैं, ने कहा कि एनएसएस का उद्देश्य सिर्फ समाज सेवा नहीं, बल्कि युवाओं को समाज के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराना भी है।
उन्होंने कहा, *"एनएसएस के माध्यम से छात्राओं को किताबों से बाहर निकलकर समाज को समझने और उसके विकास में योगदान देने
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