Ranchi Crash: सड़क हादसे में चार घायल, सड़क की बदहाल स्थिति बनी सवाल
काठीटांड-ठाकुरगांव मार्ग पर हुरहुरी चौक के पास ऑटो पलटा, चार लोग गंभीर रूप से घायल। सड़क की खराब स्थिति और तेज गति हादसे की मुख्य वजह, प्रशासन से मरम्मत की मांग बढ़ी।

काठीटांड थाना क्षेत्र के ठाकुरगांव मार्ग पर हुरहुरी चौक के पास मंगलवार को एक गंभीर सड़क हादसा हुआ। इस घटना में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार सभी ठाकुरगांव की ओर जा रहे थे, तभी ऑटो असंतुलित होकर पलट गया।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाई और घायलों को झखराटांड स्थित कमलेश मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों की टीम घायलों का इलाज कर रही है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
हादसे का कारण और प्राथमिक जानकारी
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ऑटो की गति काफी तेज थी और मोड़ पर चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। हालांकि पुलिस का कहना है कि वास्तविक कारणों की जांच अभी जारी है।
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि सड़क की स्थिति बहुत खराब है। खस्ताहाल सड़कें और सही ट्रैफिक व्यवस्था की कमी इस मार्ग को अक्सर हादसों के लिए संवेदनशील बनाती है।
इलाके में सड़क हादसों का इतिहास
काठीटांड-ठाकुरगांव मार्ग पर पिछले कुछ वर्षों में कई सड़क हादसे हो चुके हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गहरी खाइयां, टूटी हुई सड़कें और मोड़ों पर सुरक्षा संकेतों की कमी अक्सर वाहन चालकों के लिए खतरा बनती है।
स्थानीय प्रशासन ने समय-समय पर मरम्मत के प्रयास किए हैं, लेकिन भारी बारिश और उचित रखरखाव की कमी के कारण सड़क फिर से खराब हो जाती है।
प्रशासन और नागरिकों की मांग
स्थानीय निवासी और यात्री इस सड़क हादसे के बाद प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर सड़क की मरम्मत और ट्रैफिक नियंत्रण नहीं किया गया, तो भविष्य में और अधिक गंभीर हादसे हो सकते हैं।
सड़क दुर्घटनाओं के विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क सुरक्षा सिर्फ सड़क सुधार तक सीमित नहीं है। इसमें सिग्नल, संकेत बोर्ड, गति नियंत्रण और नियमित निरीक्षण भी शामिल होना चाहिए।
सड़क सुरक्षा का सामाजिक पहलू
सड़क हादसों में केवल वाहन चालक ही नहीं, बल्कि सड़कों पर चल रहे आम लोग और ग्रामीण भी प्रभावित होते हैं। इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के महत्व और प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि सामुदायिक जागरूकता और यातायात नियमों का पालन सड़क हादसों को काफी हद तक कम कर सकता है।
हुरहुरी चौक पर यह हादसा न केवल चार लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालता है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों की अनदेखी पर भी प्रकाश डालता है। प्रशासन और नागरिकों की साझा जिम्मेदारी ही इस तरह की घटनाओं को रोक सकती है।
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