Ranchi: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का आदेश, बिरसा मुंडा के वंशज का इलाज सर्वोच्च प्राथमिकता पर
झारखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा के बेहतर इलाज का आदेश दिया, जिनका हाल ही में सड़क हादसे में इलाज चल रहा है।
रांची, झारखंड - भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का हाल ही में सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद राज्य की राजनीति में एक बार फिर संवेदनशीलता और तत्परता का साक्षात्कार हुआ है। झारखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने मंगल मुंडा के बेहतर इलाज के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
सोरेन के आदेश के बाद, खूंटी जिले के उपायुक्त लोकेश मिश्रा ने जानकारी दी कि सिविल सर्जन के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम को रांची स्थित रिम्स भेजा गया है, जहां मुंडा का इलाज चल रहा है। इसके अलावा, चिकित्सा टीम ने डॉक्टरों के परामर्श पर एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की है, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें उच्च स्तरीय इलाज के लिए दूसरे स्थान पर भेजा जा सके।
सड़क दुर्घटना में घायल हुए थे मंगल मुंडा
इस पूरे मामले की शुरुआत सोमवार की रात हुई, जब भगवान बिरसा मुंडा के परिजन मंगल मुंडा खूंटी जिले में सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। हादसे में उन्हें गंभीर चोटें आईं और उनकी हालत नाजुक थी। जब यह जानकारी मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन तक पहुंची, तो उन्होंने तुरंत जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि मंगल मुंडा को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर, खूंटी सिविल सर्जन ने एक स्वास्थ्य टीम का गठन किया और उसे रिम्स रांची भेजा, ताकि वहां इलाज की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके। इस पर, उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने दिए दिशा-निर्देश
हेमन्त सोरेन ने निर्देश दिया कि मंगल मुंडा का इलाज तेजी से और सही तरीके से किया जाए, ताकि वह जल्द स्वस्थ हो सकें। उन्होंने यह भी कहा कि, अगर इलाज के दौरान किसी तरह की और जटिलताएं सामने आती हैं, तो एयर एम्बुलेंस की सहायता ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बिरसा मुंडा के वंशज का इलाज एक उच्च प्राथमिकता का मामला है।
भगवान बिरसा मुंडा का योगदान और उनका इतिहास
झारखंड की आदिवासी संस्कृति और संघर्ष की पहचान रहे भगवान बिरसा मुंडा को याद करते हुए, राज्य के लोग उन्हें आदिवासियों का महान नेता मानते हैं। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ उलगुलान आंदोलन की अगुवाई की, जिसे मुंडा विद्रोह के नाम से भी जाना जाता है। उनके संघर्ष और बलिदान ने झारखंड की आज़ादी की दिशा को निर्धारित किया।
भगवान बिरसा मुंडा के परिवार का महत्व सिर्फ झारखंड में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में है। उनकी पंक्ति के सदस्य हमेशा राज्य के विकास और आदिवासियों के अधिकारों की लड़ाई में सक्रिय रहते हैं।
मुंडा के इलाज के लिए प्रशासन की तत्परता
वर्तमान में, मंगल मुंडा की हालत स्थिर बताई जा रही है। हालांकि, उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है और जैसे-जैसे उनकी सेहत में सुधार होगा, प्रशासन उन्हें बेहतर इलाज प्रदान करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
इस घटना के बाद, झारखंड सरकार की तत्परता और संवेदनशीलता से एक बात साफ हो गई है कि राज्य प्रशासन बिरसा मुंडा के परिवार की देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। राज्य में आदिवासी समुदाय के प्रति सम्मान और उनकी भलाई के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
राज्य सरकार की जिम्मेदारी और संवेदनशीलता
झारखंड सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह अपनी जड़ों और आदिवासी समुदाय के प्रति संवेदनशील है। मुख्यमंत्री के आदेश से यह स्पष्ट हो गया कि भगवान बिरसा मुंडा के परिवार के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मंगल मुंडा के इलाज के लिए सरकार और जिला प्रशासन की तत्परता प्रशंसा के योग्य है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका इलाज सफलतापूर्वक कैसे होता है, और क्या उनकी स्थिति में सुधार होता है।
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