कुंडली में खराब सूर्य के लक्षण और लाल किताब के उपाय - Kharab Sun ki lakshan and Samadhan Lala kitab
कुंडली में खराब सूर्य के लक्षण और लाल किताब के उपाय - Kharab Sun ki lakshan and Samadhan Lala kitab
ज्योतिष के अनुसार नवग्रहों में सूर्य को राजा का स्थान दिया जाता है अगर जन्म कुंडली में सूर्य खराब हो तो जातक का संपूर्ण जीवन अभावों और परेशानियों में गुजरता है जातक के जीवन में दूर-दूर तक तरक्की नहीं होती परंतु अगर सूर्य जन्म कुंडली में मजबूत हो तो व्यक्ति को कोई रोक नहीं सकता वह अपने कार्यों में दर पर आगे बढ़ता रहता है वह पारिवारिक सामाजिक और कार्यक्षेत्र में परस्पर नई ऊंचाई छूता रहता है सूर्य घर के बड़े बुजुर्गों के आशीर्वाद से प्राप्त होता है इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि सूर्य से होने वाले दुष्परिणाम और सूर्य से हम कैसे अपने जीवन में आनंद भर सकते हैं|
सूर्य खराब होने के कारण:
- घर के पूर्व दिशा दूषित होना
- विष्णु का अपमान
- पिता का सम्मान ना करना
- देर से सोकर उठना
- रात्रि के कर्मकांड करना
- राजा के न्याय का उल्लंघन करना
सूर्य से होती है यह बीमारियां :
- आंखों में कमजोरी होना
- व्यक्ति का विवेक खोना
- दिमाग से में शरीर का दाया भाग शुरू से प्रभावित होता है
- सूर्य के अशुभ होने पर शरीर में अकड़न आ जाती है
- मुंह में थूक बना रहता है
- मुंह और दातों में तकलीफ होती हैं
- बेहोशी का रोग हो जाता है|
सूर्य के खराब होने के लक्षण :
- बिना गलती के अपमानित होना
- गुरु देवता और पिता का साथ छोड़ देना
- राज्य की ओर से दंड मिलना
- नौकरी चले जाना
- सोना खो जाना या चोरी हो जाना
- अगर जातक के पास लाल गाया भूरी भैंस है तो खो जाती है या मर जाती है|
कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के उपाय :
- जरूरतमंद लोगों को दवाएं उपलब्ध कराएं
- लाल रंग के कपड़े और चीजें दान करें
- हर एक रविवार सूर्य को जल अर्पित करें
- माता पिता गुरु और देवताओं का इज्जत करें
- रविवार को जब जल चढ़ाएं सूर्य को तो उसमें लाल मिर्ची की कुछ विजय डाल दें
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