कुंडली में खराब बुध के लक्षण और लाल किताब के उपाय | Kharab Budh ki lakshan and Samadhan Lal kitab
कुंडली में खराब बुध के लक्षण और लाल किताब के उपाय | Kharab Budh ki lakshan and Samadhan Lal kitab
भारतीय ज्योतिष में बुध ग्रह का एक अत्यंत विशिष्ट स्थान है इसे ग्रहों का युवराज भी कहा जाता है यह एक शुभ ग्रह माना गया है तथा यह ग्रहों की संगति के अनुरूप ही फल देता है यदि बुध ग्रह गुरु शुक्र और चंद्रमा के साथ होता है तो बुध शुभ फल देता है यदि यह क्रूर ग्रह जैसे मंगल केतु शनि राहु सूर्य की संगति में फल देता है जो कि अशुभ होता है बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी होता है परंतु अगर यह कन्या राशि में उच्च राशि और मीन में नीच राशि माना जाता है हिंदू ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि तर्क संवाद गणित चतुर्थी और मित्रता का कारक माना जाता है बुध की मित्रता सूर्य और शुक्र से होती है जबकि चंद्रमा और मंगल इसके शत्रु ग्रह है बुध का वर्ण हरा है और सप्ताह में बुधवार के दिन बुध को समर्पित करें|
बली बुध के प्रभाव यदि जातक की जन्म कुंडली में :
बुध ग्रह मजबूत स्थिति में हो तो जातक निम्न चीजों को अच्छे ढंग से कर पाता है
- जातक की संवाद शैली कुशल होगी
- वह हाजिर जवाब होगा
- जातक अपने वाद्य कला से सबका मन मोह लेगा
- जातक का गणित विषय अच्छा होगा और तर्क शास्त्र में महारत हासिल होगा
- जातक की गणना करने की शक्ति तीव्र होगी ऐसे व्यक्ति व वाणिज्य और कारोबार में भी सफल होते हैं
- बुध की कृपा जिस व्यक्ति पर होती है वह एक अच्छा वक्ता होता है|
पीड़ित बुध के प्रभाव:
यदि जातक की जन्म कुंडली में बुध ग्रह गुरुर अथवा पापी ग्रहों से पीड़ित है तो निम्न तरह की परेशानियों का सामना जातक को करना पड़ सकता है :
- शारीरिक और मानसिक रूप से समस्या होगी
- जातक अपने विचारों को सही ढंग से पेश नहीं कर पाता
- गणित विषय में कमजोर होता है और गणना में परेशानियों का सामना करना पड़ता है
- जातक दिमागी रूप से कमजोर बन जाता है जातक को चीजें समझने में दिक्कत होती है
- बुध के प्रभाव से व्यक्ति के कारोबार में हानि होती है
- व्यक्ति के जीवन में दरिद्रता और जात को को (बुध ग्रह से संबंधित उपाय करना चाहिए|)
बुध कमजोर कब होता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुधवार बुद्धिमता वाणी सौंदर्य धन के कारक है परंतु अगर आपकी जिंदगी में अचानक पैसों की तंगी आ जाए और आप कर्ज में बोझ के तले दबने लगे तो ऐसा माना जाता है कि जन्म कुंडली में बुध ग्रह कमजोर हो रहा है तथा उसकी दशा चल रही है|
बुध, मजबूत करने के लिए करें ये उपाय :
- भगवान गणेश की पूजा कने से बुध मजबूत होगा
- हर बुधवार छोटी कन्या को हरे रंग के कपड़े भोजन इसी रंग की चूड़ियां दान करने से
- बुध ग्रह मजबूत होता है बुधवार को भगवान गणेश कोई 11 मोदक का भोग लगाएं बाद में इस प्रसाद को बच्चों को बांट दें
- बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए पन्ना रत्न को धारण करना शुभ होता है
लाल किताब के अनुसार बुध के अशुभ होने के संकेत:
- नाखून और बाल कमजोर होना गुप्त रोग होना
- पाचन शक्ति कमजोर हो ना
- सुनने की शक्ति क्षीण होना
- वक्त से पहले दांत कमजोर होना वाणी क्षमता कमजोर पड़ना
- मित्रों से संबंध बिगड़ ना
- बहन बुआ और मौसी पर भी प्रीति आ जाना उनसे संबंध खराब होना
- नौकरी या व्यापार में नुकसान होना एवं शक्ति भी छिन हो जाना
- व्यर्थ की बदनामी हो ना हमेशा घूमते नाना
- ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में होने का अकेला मकान आप जिससे आसपास किसी मकान ना हो तो बुध खराब की निशानी है|
बुध को शुभ करने का लाल किताब के उपाय:
- गणेश और मां दुर्गा की उपासना करें।
- नाक छिदवाएं।
- बेटी, बहन, बुआ और साली से अच्छे संबंध रखें।
- बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना।
- साबुत हरे मूंग का दान करना।
- कभी भी झूठ न बोलें।
- गाय को प्रतिदिन रोटी खिलाएं।
- काले कुत्ते को इमरती खिलाएं।
- तांबे की प्लेट में छेद करके बहते पानी में बहाएं।
- अपने हाथ से गाय को हरा चारा, हरा साग खिलाएं।
- उड़द की दाल का सेवन करें व दान करें।
- बालिकाओं को भोजन कराएं।
- किन्नरों को हरी साड़ी, सुहाग सामग्री दान देने से लाभ मिलेगा।
What's Your Reaction?