Jharkhand Rail Expansion: झारखंड के 4 जिलों में आएगी नई रेल लाइन, जानें कैसे होगा बदलाव
झारखंड के चार जिलों को जल्द मिलेगा रेल नेटवर्क, जानिए कैसे गुमला, खूंटी, सिमडेगा और चतरा जिले देश के रेल मार्ग से जुड़ेंगे। इस विस्तार से क्षेत्रीय विकास में होगा बड़ा बदलाव।
झारखंड में रेल नेटवर्क का विस्तार जल्द ही 4 नए जिलों को कवर करेगा, जिससे इन क्षेत्रों में विकास के नए अवसर खुलेंगे। गुमला, खूंटी, सिमडेगा और चतरा जिले अब रांची रेल मंडल के अंतर्गत जुड़ेंगे। यह खबर इलाके के लोगों के लिए खुशखबरी लेकर आई है, क्योंकि इन जिलों के नागरिकों को अब रेल मार्ग से यात्रा करने का मौका मिलेगा, जो उनके जीवन को बेहतर बनाएगा।
रेल नेटवर्क का विस्तार: नया रास्ता खुला
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में, राज्य सरकार ने चार जिलों को रेल नेटवर्क से जोड़ने की योजना को मंजूरी दी है। इस विस्तार के तहत, गुमला, खूंटी और सिमडेगा को रांची-लोहरदगा रेल मार्ग से जोड़ने की योजना बनाई गई है, जबकि चतरा को रांची-हजारीबाग रोड रेल मार्ग से जोड़ा जाएगा।
यह सर्वे कार्य झारखंड रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (जेआरआइडीसीएल) द्वारा पूरा कर लिया गया है। इसके बाद, राज्य सरकार ने रेलवे बोर्ड को रिपोर्ट भेज दी है, और अब इसकी स्वीकृति का इंतजार है। जैसे ही स्वीकृति मिलेगी, डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जाएगी।
कनेक्टिविटी से होगा क्षेत्रीय विकास
रेल नेटवर्क से जुड़ने से इन जिलों के नागरिकों को रोजगार, व्यापार और शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाओं का सामना करना होगा। वर्तमान में, इन क्षेत्रों में मुख्य रूप से सड़क मार्ग से ही आवागमन किया जाता है, जो समय और पैसे की बर्बादी का कारण बनता है। रेल मार्ग के जुड़ने से लोग अब जल्दी और आराम से यात्रा कर सकेंगे, जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास होगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन जिलों में रेल कनेक्टिविटी से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि यह नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। जहां पहले सड़क मार्ग ही एकमात्र विकल्प था, अब रेल कनेक्टिविटी से लोग ज्यादा सुरक्षित और तेज यात्रा कर पाएंगे।
विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी कमेटी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया था, जिसका उद्देश्य राज्य के विभिन्न रेल परियोजनाओं को प्राथमिकता देना था। इस कमेटी की अध्यक्षता विकास आयुक्त ने की, और इसमें विभिन्न विभागों के सचिवों को सदस्य के रूप में शामिल किया गया। इस कमेटी ने गुमला, खूंटी, सिमडेगा और चतरा जिलों में रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में कई योजनाएं बनाई थीं, जिन्हें अब वास्तविकता में बदला जा रहा है।
सिमडेगा और चतरा का जुड़ाव
इन जिलों में सबसे ज्यादा फायदा सिमडेगा और चतरा जिले के लोगों को होने वाला है। सिमडेगा जिले के लोग अक्सर ओडिशा जाकर ट्रेन पकड़ते थे, जबकि चतरा के निवासियों को रांची या हजारीबाग रोड तक पहुंचने के लिए लंबी यात्रा करनी पड़ती थी। अब रेल नेटवर्क से जुड़ने के बाद, ये लोग सीधे अपने जिले से ही यात्रा कर सकेंगे, जो उनके लिए समय और पैसा दोनों की बचत करेगा।
आने वाली नई रेल लाइनें
इस विस्तार के तहत, गुमला से सिमडेगा तक 43 किलोमीटर, खूंटी से हटिया तक 20 किलोमीटर, गुमला से लोहरदगा तक 55 किलोमीटर और चतरा से हजारीबाग रोड तक 42 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई जाएगी। इसके साथ ही, देवघर एम्स जाने के लिए भी कनेक्टिविटी को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए जसीडीह से कोरोडीह, देवघर एम्स होते हुए जमुआ तक 55 किलोमीटर रेल लाइन बनाने की योजना बनाई गई है।
क्या होगा फायदा?
रेल नेटवर्क के जुड़ने से इन क्षेत्रों में केवल यातायात ही नहीं बढ़ेगा, बल्कि आर्थिक गतिविधियां भी तेज होंगी। यहां के लोग अब ट्रेन से आसानी से यात्रा कर सकेंगे, जिससे उनका समय बच सकेगा और यात्रा अधिक सुविधाजनक होगी। साथ ही, यह क्षेत्र रोजगार के नए अवसरों से भी भर जाएगा। इसके अलावा, व्यापारिक दृष्टिकोण से भी यह परियोजना फायदेमंद साबित होगी, क्योंकि माल परिवहन के लिए ट्रेन एक किफायती और प्रभावी विकल्प है।
अंत में
झारखंड के गुमला, खूंटी, सिमडेगा और चतरा जिलों के रेल नेटवर्क से जुड़ने के बाद, यह राज्य के विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम होगा। यह योजना न केवल इन जिलों के लोगों की जिंदगी में बदलाव लाएगी, बल्कि राज्य के समग्र विकास में भी योगदान करेगी। अगर सब कुछ योजना अनुसार चलता है, तो आने वाले दिनों में ये जिले न केवल झारखंड बल्कि देश के मुख्य रेल नेटवर्क का हिस्सा बन जाएंगे।
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