Jamshedpur inspection: सखी-वन स्टॉप सेंटर में अनहोनियों का खुलासा, प्रशासन ने तुरंत लिया एक्शन!

जमशेदपुर के उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देश पर सखी-वन स्टॉप सेंटर का औचक निरीक्षण हुआ। जानिए सेंटर की व्यवस्थाओं में आई खामियों और प्रशासन की प्रतिक्रिया।

Dec 24, 2024 - 16:12
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Jamshedpur inspection: सखी-वन स्टॉप सेंटर में अनहोनियों का खुलासा, प्रशासन ने तुरंत लिया एक्शन!
Jamshedpur inspection: सखी-वन स्टॉप सेंटर में अनहोनियों का खुलासा, प्रशासन ने तुरंत लिया एक्शन!

जमशेदपुर: महिलाएं जब किसी भी प्रकार के शारीरिक, मानसिक या आर्थिक उत्पीड़न का शिकार होती हैं, तो उन्हें न्याय दिलाने के लिए कई प्रकार की संस्थाओं और सेवाओं का सहारा लिया जाता है। इन संस्थाओं में से एक प्रमुख नाम है सखी-वन स्टॉप सेंटर, जो महिलाओं और बच्चों को एक सुरक्षित स्थान, कानूनी सहायता और मानसिक समर्थन प्रदान करता है। हाल ही में जमशेदपुर के उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम शताब्दी मजूमदार ने इस सेंटर का औचक निरीक्षण किया और सेंटर में चल रही गतिविधियों की बारीकी से समीक्षा की।

क्यों हुआ निरीक्षण?

निरीक्षण के दौरान शताब्दी मजूमदार ने देखा कि सेंटर में कई प्रकार की व्यवस्थाओं की कमी थी। विशेष रूप से, महिलाओं के लिए रात में ठहरने की व्यवस्था नहीं थी। जानकारी मिली कि रात्रि प्रहरी की अनुपस्थिति के कारण सेंटर में महिलाओं को रात में रुकने का अवसर नहीं मिल पा रहा था, जो सेंटर की प्राथमिक सुविधाओं में से एक है। इसके अलावा, पेयजल की समस्या और सफाई कर्मी का न होना भी सेंटर की कार्यप्रणाली में रुकावट डाल रहा था।

प्रशासन ने लिया एक्शन

इस प्रकार की खामियों को देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी ने तुरंत प्रभाव से उन समस्याओं का समाधान निकालने का आश्वासन दिया। उन्होंने सेंटर के संचालक को साफ-सफाई की व्यवस्था और नाइट स्टे के लिए रात्रि प्रहरी की नियुक्ति के निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने महिलाओं को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं, काउंसलिंग, पुलिस सहायता और कानूनी सहायता उपलब्ध कराने के लिए भी कदम उठाने की बात कही।

सखी-वन स्टॉप सेंटर की भूमिका

सखी-वन स्टॉप सेंटर महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थान है, जहां वे यौन उत्पीड़न, शारीरिक और मानसिक हिंसा से बचने के लिए मदद प्राप्त करती हैं। इस सेंटर में महिलाओं को न केवल मानसिक और शारीरिक चिकित्सा सहायता दी जाती है, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों और सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं की जानकारी भी दी जाती है।

चाइल्ड हेल्पलाइन का भी निरीक्षण

निरीक्षण के दौरान, धालभूम ने चाइल्ड हेल्पलाइन की स्थिति पर भी विचार किया। उन्होंने कहा कि यह हेल्पलाइन और अधिक सक्रिय होनी चाहिए ताकि किसी भी शोषित बच्चे को तुरंत मदद मिल सके। उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि यदि किसी अवयस्क बच्चे को शोषण का शिकार होते हुए देखा जाए तो टोल फ्री नंबर 1098 पर सूचना दें।

सेंटर से जुड़ी जानकारी

सखी-वन स्टॉप सेंटर के द्वारा महिलाओं को कानूनी सहायता, पुलिस सहायता, चिकित्सा सुविधाएं और मानसिक समर्थन प्रदान किया जाता है। इसके अलावा, यह सेंटर महिलाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलवाता है। इस सेंटर की मदद से अब तक सैकड़ों महिलाओं को राहत मिल चुकी है।

कैसे प्राप्त करें मदद?

यदि आप या आपके आसपास कोई महिला या बच्चा किसी प्रकार की हिंसा का शिकार है, तो आप सखी-वन स्टॉप सेंटर की हेल्पलाइन नंबर 9430123165 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, चाइल्ड हेल्पलाइन के लिए टोल फ्री नंबर 1098 पर भी सूचना दी जा सकती है। यह केंद्र महिलाओं और बच्चों के लिए एक सुरक्षित आश्रय स्थल प्रदान करता है, जहां उन्हें हर प्रकार की सहायता मिलती है।

समाज के प्रति जिम्मेदारी

यह घटना यह भी बताती है कि समाज की हर जिम्मेदारी केवल प्रशासन या केंद्रों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। समाज को भी जागरूक और संवेदनशील होना होगा, ताकि इस तरह के संस्थानों का अधिकतम लाभ जरूरतमंदों तक पहुंच सके। प्रशासन की लगातार कोशिशें और जन जागरूकता इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।

जमशेदपुर के सखी-वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण एक महत्वपूर्ण पहल है, जो यह दर्शाता है कि प्रशासन महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए कितनी गंभीरता से काम कर रहा है। इस निरीक्षण से यह भी स्पष्ट हुआ कि सेंटर की सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता है, ताकि अधिक से अधिक महिलाओं और बच्चों को उनकी समस्याओं का समाधान मिल सके।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।