Nawada Arrest: अवैध खनन माफियाओं ने वनकर्मियों पर किया हमला, 6 गिरफ्तार, 3.5 क्विंटल माइका जब्त
नवादा जिले के रजौली क्षेत्र में अवैध खनन माफियाओं ने वनकर्मियों पर हमला किया, 6 लोग गिरफ्तार, 3.5 क्विंटल माइका जब्त किया गया। जानें पूरी घटना और प्रशासन की कार्रवाई के बारे में।
Nawada Arrest: अवैध खनन माफियाओं ने वनकर्मियों पर किया हमला, 6 गिरफ्तार, 3.5 क्विंटल माइका जब्त
नवादा जिले के रजौली थाना क्षेत्र में अवैध खनन माफियाओं ने एक बार फिर जंगल से जुड़ी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया, जब उन्होंने वनकर्मियों पर हमला कर एक माइका लदा टेम्पो छीन लिया। यह घटना उस समय घटी, जब वन विभाग और पुलिस बल की संयुक्त टीम ने अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की थी और 3.5 क्विंटल माइका जब्त किया। इस हमले में कुल पांच वनकर्मी घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
क्या था पूरा मामला?
यह घटना रजौली थाना क्षेत्र के सुदूरवर्ती पंचायत सवैयाटांड़ में हुई, जहां अवैध माइका खनन की सूचना पर वन विभाग और पुलिस की टीम ने छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान, टीम ने तीन टेम्पो और चार बाइकों पर लदे माइका के साथ छह अवैध खनिकों को गिरफ्तार किया। लेकिन जब वनकर्मी गिरफ्तार किए गए आरोपियों और जब्त किए गए वाहनों को लेकर लौट रहे थे, तो नीरू पहाड़ी के पास माइका माफियाओं ने उनकी टीम पर हमला कर दिया। हमलावरों ने एक टेम्पो को जबरन छुड़ा लिया और वनकर्मियों को घायल कर दिया।
वनकर्मियों पर हमले का असली कारण
सूत्रों के मुताबिक, इस हमले के पीछे माइका माफियाओं का यह उद्देश्य था कि वे वनकर्मियों द्वारा जब्त की गई संपत्ति और गिरफ्तार किए गए आरोपियों को छुड़ा लें। हमलावरों ने पहले से ही यह योजना बनाई थी और जंगल के भीतर हमला करने के बाद टेम्पो को जबरन ले भागे। हालांकि, पुलिस की सूझबूझ के कारण वनकर्मियों को घायल अवस्था में जंगल से बाहर निकाल लिया गया।
वनकर्मियों की बहादुरी और पुलिस का सहयोग
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और वन विभाग की टीम ने इस हमले का मुकाबला किया। वनकर्मियों के द्वारा की गई बहादुरी से ही जंगल से गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों और जब्त किए गए वाहनों को पुलिस की मदद से बचाया जा सका। पुलिस ने वनकर्मियों के मोबाइल के टावर लोकेशन के आधार पर घायलों को ढूंढकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।
गिरफ्तार किए गए आरोपी और जब्त माल
पुलिस और वन विभाग की टीम ने इस कार्रवाई में कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें कोडरमा जिले के डोमचांच, तिनतारा, भेलवा टांड़ और सिजुआ गांव के लोग शामिल थे। आरोपियों के पास से जब्त किए गए लगभग 3.5 क्विंटल माइका और वाहनों को वन विभाग के परिसर में लाया गया। जब्त किए गए वाहनों में टेम्पो और बाइक शामिल थे, जिनमें से कुछ टेम्पो माफियाओं द्वारा हमले के बाद छीन लिए गए थे।
प्रशासन की कार्रवाई और आगे की योजना
रेंजर मनोज कुमार ने बताया कि जब्त किए गए माइका और वाहनों के अलावा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि जांच पूरी होने के बाद सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा।
अवैध खनन और इसके खतरनाक परिणाम
यह घटना अवैध खनन के बढ़ते हुए खतरे को उजागर करती है, जो ना केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है बल्कि यह सुरक्षा के लिए भी एक बड़ा जोखिम है। अवैध खनन से जुड़े माफिया समूहों द्वारा किए गए हमले और अपराधी गतिविधियों से यह स्पष्ट होता है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को और भी कठोर कदम उठाने होंगे।
समाज और प्रशासन से अपील
नवादा जिले में अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन को और मजबूत कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि इस प्रकार की घटनाओं से निपटा जा सके। स्थानीय समुदायों और प्रशासन को एक साथ मिलकर इस तरह के अपराधों की जड़ तक पहुंचने की आवश्यकता है। अवैध खनन माफिया के खिलाफ लड़ाई केवल पुलिस और वन विभाग की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति को जागरूक होकर इस समस्या से लड़ने में सहयोग देना होगा।
नवादा जिले की रजौली थाना क्षेत्र में हुई यह घटना यह साबित करती है कि अवैध खनन और माइका माफियाओं के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई जारी रहनी चाहिए। वनकर्मियों और पुलिस अधिकारियों की बहादुरी से इस घटना में एक सकारात्मक पहलू नजर आता है, लेकिन आगे भी इस तरह के हमलों को रोकने के लिए और भी ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।